आईबुप्रोफेन एक नॉन स्टेरॉयडल एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग (NSAIDs) है। पूरी दुनिया में आईबुप्रोफेन या अन्य पेनकिलर जैसे कि एस्पिरिन, नैप्रोक्सिन और डिक्लोफेनाक दवाइयों का इस्तेमाल बहुत अधिक मात्रा में किया जाता है। कई लोग इन दवाइयों का ज़रूरत से ज्यादा सेवन करने लगते हैं जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है। अमेरिका में हाल ही में हुए एक शोध में यह बताया गया कि इन दवाइयों के साइड इफ़ेक्ट के कारण हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या भी हो सकती है।
बोस्टन यूनिवर्सिटी के डॉ. डेविड कॉफ़मैंन ने अपने शोध में बताया गया कि लगभग 15% लोग इन दवाइयों की निर्धारित खुराक से ज्यादा मात्रा का सेवन करते हैं। अधिकांश लोग बिना डॉक्टर की सलाह लिए ही सीधे मेडिकल स्टोर से खरीदकर इन दवाइयों का सेवन करने लगते हैं और खुराक पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। आपको बता दें कि इस तरह से बहुत ज्यादा मात्रा में आईबुप्रोफेन जैसी दवाइयां खाने से पेट के अंदरूनी हिस्से में रक्तस्त्राव और दिल का दौरा पड़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
इस शोध में 1326 लोगों को शामिल किया गया और उनसे पूछताछ की गयी। सभी लोगों ने पिछले महीने में आईबुप्रोफेन का सेवन किया था। सर्वे में शामिल लगभग 87% लोगों ने बताया कि उन्होंने बिना डॉक्टर की सलाह लिए सीधे मेडिकल स्टोर से दवा खरीद कर इसका सेवन किया। लगभग 55% लोगों ने हफ्ते में कम से कम तीन दिन इसका सेवन किया था वहीं 16% लोग ऐसे थे जो रोजाना ही इस दवा का सेवन कर रहे थे।
Overlooking recurring pain and stiffness can be dangerous..!! Treatment starts at Rs.19
कोपेनहेगन स्थित डैनिश हार्ट फाउंडेशन के रिसर्च डायरेक्टर डॉ गुन्नर गिस्लासेन ने बताया कि यह काफी निराशाजनक बात है कि हर जगह नॉन स्टेरॉयडल एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग आसानी से मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध है जिसे बिना डॉक्टर की पर्ची दिखाए ही कोई भी खरीद सकता है। जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए, इसकी बजाय लोगों को इन दवाइयों को इस्तेमाल करने से पहले या तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए या पैकेट पर दिए गए निर्देशों को पढना चाहिए और उसी अनुसार दवा का सेवन करना चाहिए।
डॉ. गिस्लासेन बताते हैं कि “अगर आपको इन दवाओं की निर्धारित खुराक खाने के बाद भी दर्द से आराम नहीं मिल रहा है तो उसकी खुराक बढ़ाने की बजाय तुरंत डॉक्टर के पास जाकर अपनी जांच करवाएं।
नीदरलैंड स्थित एम्स्टर्डम यूनिवर्सिटी के डॉ. लिफर्ट वोग्ट बताते हैं कि इन दवाइयों के साइड इफ़ेक्ट को देखते हुए बिना डॉक्टर की सलाह लिए इसे सीधे तौर पर मेडिकल स्टोर से बेचना बंद कर देना चाहिए। जिससे लोग सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करें और इसके दुष्प्रभाव से बच सकें।
साभार : Deccan Chronicle