दिल या हृदय हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है और इसकी सेहत काफी हद तक आपके खानपान और लाइफस्टाइल पर निर्भर करती है. शरीर में बढ़ते कॉलेस्टॉल और हाई बीपी का सबसे अधिक असर दिल की सेहत पर ही पड़ता है. आयुर्वेद के अनुसार, साबुत अनाज, हरी सब्जियां, फल और दालों का सेवन करने से दिल स्वस्थ रहता है. इसके अलावा कई ऐसी जड़ी-बूटियां (Herbs for Healthy Heart) भी हैं जो दिल को फायदा पहुंचाती हैं और दिल के रोगों का जोखिम कम करती हैं. इस लेख में आप आपको ऐसी ही 5 जड़ी-बूटियों के बारे में बता रहे हैं जो दिल के लिए बेहद फायदेमंद हैं:
त्रिफला (Triphala Benefits for Heart Health)
आंवला, हरड़ और बहेड़ा के मिश्रण को त्रिफला कहा जाता है. यह एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल पेट से जुड़े रोगों और कफ संबंधित समस्याओं के इलाज में किया जाता है. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के अनुसार, त्रिफला का सेवन दिल के लिए बहुत फायदेमंद है. यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है और लंबे समय तक दिल को स्वस्थ बनाए रखता है.
त्रिफला का सेवन कैसे करें (How to take Triphala):
- त्रिफला पाउडर: त्रिफला लेके सेवन का यह सबसे प्रचलित तरीका है. आप एक से दो चम्मच त्रिफला पाउडर गर्म पानी के साथ पिएं. अगर पानी के साथ आपको स्वाद कड़वा लग रहा है तो आप इसे शहद या दूध के साथ मिलाकर भी पी सकते हैं.
- त्रिफला कैप्सूल या टैबलेट: त्रिफला कैप्सूल या टैबलेट के रूप में भी उपलब्ध हैं. इन टैबलेट्स को आप पानी के साथ ले सकते हैं.
- त्रिफला जूस: आज के समय में कई आयुर्वेदिक कंपनियां त्रिफला का जूस भी बना रही हैं. अगर आप जूस के रूप में त्रिफला का सेवन करना चाहते हैं तो सुबह खाना खाने से पहले यह जूस पिएं.
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2- अर्जुन की छाल (Arjuna Bark Herb for Heart Health)
आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में अर्जुन की छाल का उपयोग बहुत समय पहले से किया जा रहा है. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के अनुसार, अर्जुन की छाल में हृद्य यानि कार्डियक प्रोटेक्टिव गुण पाया जाता है जो हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है. इसके अलावा यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में भी उपयोगी है.
अर्जुन की छाल का सेवन कैसे करें (How to take Arjun Bark)
- अर्जुन चूर्ण: अर्जुन की छाल को सुखाकर और पीसकर चूर्ण या पाउडर बना लें और इसे पानी के साथ लें. इसके अलावा आप इस चूर्ण की 1-2 ग्राम मात्रा को शहद के साथ भी ले सकते हैं.
- अर्जुन क्षीरपाक: अर्जुन की छाल को पानी और दूध में उबालकर चाय की तरह बना लें. इसे बनाने के लिए एक कप पानी में आधा कप दूध डालें और इसमें एक चम्मच अर्जुन की छाल डालकर उबालें. इसे तब तक उबालें जब तक यह आधा ना हो जाए और उसके बाद इसे ठंडा करके पिएं.
- अर्जुन टैबलेट या कैप्सूल: आजकल बाजार में अर्जुन की छाल के सप्लीमेंट्स भी उपलब्ध हैं जो टैबलेट या कैप्सूल फॉर्म में होते हैं. आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेकर आप इन सप्लीमेंट्स का सेवन शुरू कर सकते हैं. Tata 1mg तेजस्या अर्जुन कैप्सूल खरीदने के लिए यहां क्लिक करें.
3- हरड़ (Harad for Healthy Heart)
हरड़ त्रिफला चूर्ण का ही एक हिस्सा है जो कि औषधीय गुणों से भरपूर है और दिल की सेहत (Herbs for Healthy Heart) के लिए बेहद उपयोगी है. जो लोग बढ़ते कोलेस्ट्रॉल से परेशान हैं उन्हें हरड़ का सेवन करना चाहिए क्योंकि इसके नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है साथ ही ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है.
हरड़ के सेवन का तरीका (How to Take Harad)
- हरड़ का चूर्ण: हरड़ को चूर्ण या पाउडर के रूप में सकते हैं. बाजार में इस समय हरड़ चूर्ण आसानी से उपलब्ध हैं. हरड़ चूर्ण को गर्म पानी के साथ लेना चाहिए. दिल को स्वस्थ रखने के अलावा इसके सेवन से पाचन में सुधार होता है और अपच की समस्या से मुक्ति मिलती है.
4- अश्वगंधा (Ashwagandha for Heart Health)
आमतौर पर लोग अश्वगंधा का उपयोग स्टेमिना बढ़ाने और स्ट्रेस दूर करने के लिए करते हैं, लेकिन आपको बता दें कि यह दिल के स्वास्थ्य के लिए भी उतना ही फायदेमंद है. नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन करने से इम्यूनिटी तो मजबूत होती ही है साथ ही ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और दिल के रोगों का खतरा कम होता है.
कैसे करें अश्वगंधा का सेवन (How to take Ashwagandha)
- अश्वगंधा चूर्ण: अगर आप अश्वगंधा चूर्ण या पाउडर का उपयोग करना चाहते हैं तो एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर एक गिलास गुनगुने दूध में मिलाकर पिएं. रात में सोने से पहले इसका सेवन ज्यादा फायदेमंद माना जाता है.
- अश्वगंधा कैप्सूल्स या टैबलेट: जिन लोगों को अश्वगंधा पाउडर का स्वाद अच्छा नहीं लगता है वे अश्वगंधा टैबलेट या कैप्सूल्स का सेवन कर सकते हैं. रात में सोने से पहले एक कैप्सूल एक गिलास गर्म दूध के साथ लें.
- अश्वगंधा जूस: अश्वगंधा का जूस भी आसानी से बाजार में उपलब्ध है. अगर आप अश्वगंधा जूस का सेवन करना चाहते हैं तो सुबह खाली पेट पिएं.
5- मेथी (Fenugreek for Heart Health)
मेथी के बीजों में भरपूर मात्रा में सॉल्युबल फाइबर होता है जो कोलेस्ट्रॉल घटाने में बेहद उपयोगी है. कोलेस्ट्रॉल घटाने के अलावा यह वजन घटाने में भी उपयोगी है. आप चाहें तो इसके बीज का सेवन कर सकते हैं या इसकी पत्तियों का साग बनाकर खा सकते हैं.
मेथी के सेवन का तरीका (How to take Methi or Fenugreek)
- मेथी पाउडर: मेथी के बीजों को पीसकर पाउडर बना लें और इसे सीमित मात्रा में दाल, सब्जी या रोटी में मिलाकर खाएं.
- मेथी की पत्तियां: मेथी की ताजी पत्तियों को सलाद में डालकर खा सकते हैं. जिससे आपको जरूरी पोषक तत्व मिल जाते हैं और खाने का स्वाद भी बढ़ जाता है. आप इसे साग के रूप में भी खा सकते हैं.
- मेथी का जूस: मेथी की पत्तियों को रात भर पानी में भिगोकर रखें और फिर सुबह ब्लेंडर में पीसकर इसका जूस बना लें. इस जूस को सुबह खाली पेट पिएं.
- मैथी का कैप्सूल या टेबलेट: आप डॉक्टर से सलाह लेकर बाजार में मिलने वाले मेथी के टैबलेट या कैप्सूल का सेवन भी कर सकते हैं.
दिल को सेहतमंद बनाए रखना बेहद जरूरी है और यहाँ बताई गई जड़ी-बूटियां दिल को स्वस्थ (Herbs for Healthy Heart) बनाए रखने में कारगर हैं. सीमित मात्रा में इनका सेवन दिल को कई रोगों से बचाता है और आपको लंबे समय तक निरोग रखता है. अगर आप पहले से दिल से जुड़ी बीमारियों या किसी अन्य रोग से पीड़ित हैं तो इन जड़ी-बूटियों का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
(इस लेख की समीक्षा डॉ. स्वाति मिश्रा, मेडिकल एडिटर और डॉ. दीपक सोनी, आयुर्वेदिक विशेषज्ञ ने की है.)