आप जब भी किसी शहर के पुराने इलाकों की गलियों में या रेलवे स्टेशन के आस पास की दीवारों पर निगाह डालते हैं तो आपको हर तरफ गुप्त रोग और शीघ्रपतन के इलाज के पोस्टर ही चिपके नजर आते हैं। अपने देश में सेक्स और सेक्स से जुड़ी बीमारियों के बारे में लोगों की जागरूकता इतनी कम है कि कोई भी उन्हें बेवकूफ़ बनाकर इलाज हेतु गलत दवाइयां बेच देता है, जो कि कई बार नुकसानदायक भी हो सकती हैं. सेक्स पॉवर बढ़ाने के लिए, शीघ्रपतन का इलाज या किसी भी गुप्त रोग का इलाज करवाने के लिए किसी बाबा या झोलाछाप डॉक्टर के पास जाने की ज़रुरत नहीं है। पहले उस बीमारी के बारे में जानकारी लें, उसके लक्षणों को पहचानें और फिर उसके स्पेशलिस्ट डॉक्टर के पास जाकर इलाज करवाएं।
यौन संबंध से जुड़ी कई समस्याएं ऐसी होती हैं जिनको आप कुछ घरेलू उपाय अपनाकर ही ठीक कर सकते हैं। शीघ्रपतन भी ऐसी ही एक समस्या है। आपमें से कई लोग शीघ्रपतन या शीघ्र स्खलन (Premature ejaculation) से पीड़ित हो सकते हैं। आइये शीघ्रपतन के बारे में विस्तार से जानते हैं :
क्या है शीघ्रपतन?
सबसे पहले यह समझना ज़रुरी है कि आखिर शीघ्र स्खलन की समस्या क्या है? जब भी कोई पुरुष सेक्स करता है और वह शुरुआत के दो से तीन मिनट के अंदर ही अगर स्खलित हो जाता है या उसका वीर्य निकल जाता है तो इस समस्या को शीघ्र स्खलन रोग कहते हैं। इसका मतलब यह है कि इस बीमारी से पीड़ित मरीजों के सेक्स की अवधि काफी छोटी होती है। हालांकि सेक्स करने में कुल कितना समय लगना चाहिए और कितनी देर बाद वीर्य स्खलित होना चाहिए इसके लिए कोई निर्धारित मापदंड नहीं हैं। आमतौर पर एक स्वस्थ पुरुष के संभोग की अवधि 2 से 5 मिनट के बीच की मानी जाती है जबकि शीघ्रपतन से पीड़ित कुछ मरीज तो एक मिनट के अंदर ही स्खलित हो जाते हैं।
शीघ्रपतन के कारण :
अगर पहली बार सेक्स करने पर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो यह बिल्कुल सामान्य बात है लेकिन अगर हर बार सेक्स के दौरान आप जल्दी स्खलित हो रहे हैं तो फिर जान लें कि यह एक समस्या है। सेक्स के अनुभव की कमी और मानसिक तनाव होना शीघ्र स्खलन के मुख्य कारण है। इसके अलावा कुछ पुरुष अपनी उत्तेजना को नियंत्रित नहीं कर पाते हैं इस वजह से भी यह समस्या होती है। स्ट्रेस, डिप्रेशन, रिश्तों में तनाव या चिंता की वजह से भी आपको शीघ्र स्खलन की समस्या हो सकती है।
शीघ्रपतन का इलाज (Premature ejaculation treatment in hindi):
शीघ्र स्खलन के अधिकतर मामलों में मरीज अपनी जीवनशैली में बदलाव लाकर और कुछ ख़ास घरेलू उपायों को अपनाकर इसे ठीक कर सकते है। एलोपैथी में वियाग्रा, सिल्डेनाफिल जैसी दवाइयों को शीघ्रपतन की दवा (Premature ejaculation medicine) के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। इन दवाइयों के सेवन से शीघ्रपतन ठीक हो जाता है लेकिन कई बार आपको इनके दुष्प्रभाव भी झेलने पड़ सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप शीघ्र स्खलन के आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं।
शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक उपचार :
आयुर्वेद में शीघ्रपतन को ठीक करने के लिए कई तरह के औषधियों के सेवन की सलाह दी गई है। वास्तव में जिन औषधियों की तासीर ठंडी होती है वे ही औषधियां इस बीमारी के इलाज में उपयोग की जाती हैं।
इस लेख में आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. दीपक कुमार सोनी आपको ऐसे ही कुछ प्रमुख औषधियों और उनके सेवन के तरीकों के बारे में बता रहे हैं। आइये जानते हैं।
1- शतावरी : यह एक आयुर्वेदिक औषधि है और इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। खासतौर पर यह सेक्स से जुड़ी समस्याओं के इलाज में बहुत अधिक फायदेमंद है। आयुर्वेद में शतावरी के फायदों के बारे में विस्तार से बताया गया है। शतावरी के नियमित सेवन से शीघ्रपतन के मरीजों को जल्दी आराम मिलता है।.
और पढ़ें: शतावरी के फायदे
खुराक : रोजाना एक चम्मच शतावरी चूर्ण
सेवन का तरीका : आधा चम्मच शतावरी चूर्ण को दिन में दो बार शहद या दूध के साथ मिलाकर खाएं।
2- गोक्षुर : आयुर्वेद में बताया गया है कि गोक्षुर एक ऐसी जड़ी बूटी है जो वात पित्त कफ तीनों को नियंत्रित रखने में मदद करती है। गोक्षुर का इस्तेमाल मुख्य रुप से यौन शक्ति बढ़ाने और शीघ्र स्खलन जैसी बीमारियों के इलाज में किया जाता है। इसके सेवन से मांसपेशियों में ताकत आती है और टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ता है।
खुराक : रोजाना एक चम्मच गोक्षुर चूर्ण
सेवन का तरीका : आधा चम्मच गोक्षुर चूर्ण को घी और चीनी के साथ मिलाकर दिन में दो बार खाएं।
3- केसर : केसर के मुख्य फायदों से तो सभी भलीभांति परिचित है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि केसर में कामोत्तेजक गुण भी होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार केसर को दूध के साथ मिलाकर पीने से शीघ्रपतन की बीमारी ठीक हो जाती है। इसके अलावा केसर के नियमित सेवन से सेक्स पॉवर और कामेच्छा बढ़ती है।
खुराक : रोजाना 5-7 केसर के रेशे (Styles)
सेवन का तरीका : 5-7 केसर के रेशे को दूध में उबालकर रात में सोने से पहले पिएं।
4- मकरध्वज : यह शरीर की ताकत बढ़ाने वाली जड़ी बूटी है। शीघ्र स्खलन के आयुर्वेदिक दवा के रुप में इसका इस्तेमाल प्रमुखता से किया जाता है। इसके अलावा यह वीर्य बढ़ाने और नपुंसकता दूर करने के इलाज में भी इस्तेमाल की जाती है। कई डॉक्टरों का भी मानना है कि शीघ्रपतन के लिए यह एक अचूक औषधि है। आप मकरध्वज का सेवन भष्म या वटी के रुप में कर सकते हैं। इसकी मात्रा या खुराक की अधिक जानकारी के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लें।
खुराक : इसकी खुराक मरीज की वर्त्तमान स्थिति पर निर्भर करती है इसलिए खुराक के लिए डॉक्टर की सलाह लें।
सेवन का तरीका : डॉक्टर द्वारा बताए गये निर्देशानुसार ही इसका सेवन करें।
5- मुलेठी : अधिकतर लोग मुलेठी का इस्तेमाल खांसी-जुकाम या गले की खराश दूर करने के लिए करते हैं लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि शीघ्रपतन के इलाज में भी आप मुलेठी का इस्तेमाल कर सकते हैं। आयुर्वेद में मुलेठी को वात-पित्त नाशक और शुक्रवर्धक माना गया है। मुलेठी का इस्तेमाल शीघ्रपतन रोकने के घरेलू उपाय के रुप में किया जाता है।
खुराक : रोजाना एक चम्मच मुलेठी चूर्ण
सेवन का तरीका : शीघ्रपतन दूर करने के लिए रोजाना आधा चम्मच मुलेठी चूर्ण को दूध या शहद के साथ मिलाकर सेवन करें।
अगर ऊपर बताए गए किसी भी आयुर्वेदिक औषधि के सेवन के दौरान आपको किसी तरह की परेशानी होती है तो तुरंत नजदीकी डॉक्टर से परामर्श लें। यकीन मानिए शीघ्रपतन का इलाज पूरी तरह संभव है लेकिन अगर आप शर्म और संकोच के कारण इलाज नहीं करवाते हैं तो आगे चलकर आपकी समस्या गंभीर हो सकती है।