बालों में जूँ (head lice) या लीख क्यों होतें है और कैसे बालों से जूँ को निकालें? ये सवाल तो जूँ शब्द सूनते ही दिमाग में क्लिक करता है। क्योंकि जूँ की बात सूनते ही सर में खुजली होने लगती हैं, चाहे वह हो या न हो। और बालों में जूँ होना तो स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए आम बात होती है। इसका मतलब ये नहीं कि जूँ वयस्क के बालों में नहीं होती हैं। लेकिन सवाल ये है कि क्या जूँ या लीख से निजात पाया जा सकता है? क्यों बालों में जूँ होती हैं?
जूँ या लीख (head lice eggs) क्या होते हैं?
जूँ असल में छह पैरों वाले परजीवी प्राणी होते हैं। जो सिर में बालों के बीच रहकर खून चूसकर जीवित रहते हैं। ये अंडे देते हैं और बालों में रहकर एक इंसान से दूसरे इंसान के बालों में आसानी से चले जाते हैं क्योंकि वे कूद सकते हैं, रेंग सकते हैं और उड़ भी सकते हैं। जूँ के अंडे परिपक्व होने में आठ दिन समय लेते हैं और फिर परिपक्व जूँ बन जाते हैं और उसके बाद दिन -दूनी रात चौगूनी अपनी आबादी बढ़ाने लगते हैं। इनका जीवनकाल 21 दिनों का होता है। एक मादा जूँ दिन में 5 अंडे देती है। वे बाल के संपर्क में न रहने पर भी कुछ दिनों तक जीवित रह सकते हैं। उनके फैलने का सबसे बड़ा स्रोत एक इंसान का दूसरे इंसान के करीब जाना होता है। यानि संचरण का सीधा साधन एक सर का दूसरे सर के संपर्क में आना होता है। यहां तक कि ज्यादा दिन बालों में जूँ रहने से घाव, खुजली, पिंपल्स होने लगते हैं। यहां तक कि इसके कारण बाल भी झड़ने लग सकते हैं[1]।
जूँ होने के लक्षण (Head lice symptoms)
जूँ जैसे ही बालों में आते है और परिपक्व हो जाते हैं उनका सिर से खून चूसना शुरू हो जाता है। जिसके कारण सिर में खुजली होने लगती है।
इसके साथ ही कई और आम लक्षण होते हैं-
- सर में रेंगनें या सरकने का एहसास
- बेचैनी
- सोने में तकलीफ
- बालों के ऊपर सफेद लीख का दिखना
- सर में खुजली होने से घाव
बालों में क्यों जूँ होते हैं? (What causes head lice)
असल में ये परजीवी एक सर जब दूसरे सर के संपर्क में जाते हैं तो वहां आसानी से चले जाते हैं। और दूसरे की कंघी, तौलिया, कपड़ों आदि से ये आसानी से फैलते हैं।
सिर से जूँ निकालने का क्या तरीका होता है (How to treat head lice)
वैसे तो बाजार से जूँ से निजात पाने के बहुत सारे प्रोडक्ट मिल जायेंगे। जिनको जो प्रोडक्ट पसंद आता है वह उसके अनुसार खरीदते हैं, जैसे साबून, क्रीम, शैंपू, जूँ निकालने की कंघी और डॉक्टर द्वारा प्रस्तावित दवाईयां आदि। इसके सिवा कुछ और टिप्स भी है जिनके मदद से जूँ या लिखों को निकाला जा सकता है:
-आम तौर पर बच्चे जूँ निकालने के समय बहुत रोते हैं। इसके लिए बालों को पहले भिगो लें। फिर जूँ निकालने के लिए पतले दांत वाले कंघी का इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि जूँ निकालने की कंघी अलग होती है। बालों की जड़ों से लेकर नीचे तक कंघी करें। ये प्रक्रिया दो से तीन बार करें [2]।
– असल में लीख परिपक्व होने में 5-7 दिन लगाते हैं जो दो हफ़्ते तक बार-बार बालों को इस तरह से कंघी करने पर निकल जाते हैं।
– लेकिन अगर जूँ हद से ज्यादा हैं तो डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होगा।
बालों से जूँ और लीख हटाने के घरेलू उपाय (Head lice home remedies)
वैसे तो जूँ को निकालने का सबसे कारगर उपाय बालों को बार-बार जड़ से सिरे तक कंघी करना होता है, लेकिन कुछ घरेलू उपाय ऐसे भी हैं जिनका इस्तेमाल दादी-नानी के जमाने से होता रहा है।
जूँ मारने के लिए करें नीम का इस्तेमाल
नीम के पत्तों को अच्छी तरह से धोकर उनका पेस्ट बना लें और उनको बालों के जड़ों में अच्छी तरह से लगायें। पेस्ट के सूख जाने पर उसको अच्छी तरह से धो लें और भीगे हुए बाल को जड़ से सिरे तक कंघी करें [4]।
बालों से लीख हटाने के लिए करें टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल
रात को अच्छी तरह से टी ट्री ऑयल को बालों के जड़ों में अच्छी तरह से मसाज करें। सुबह शैंपू करने के बाद बालों को कंघी करने से लीख निकल जाते हैं। इसका कीटनाशक गुण लीखों को नष्ट करने में मदद करते हैं [5]।
जूँ को फैलने से कैसे रोकेंगे (Head lice prevention)
–कपड़ा, चादर और तौलिया जैसे चीजों को गर्म पानी में धोयें। अगर घर में नहीं धो रहे हैं तो ड्राई क्लिन करने का विकल्प ले सकते हैं।
-अगर किसी को जूँ हुआ है तो उसके साथ सोने की गलती न करें।
-जिसको जूँ हुआ है उसकी कंघी, ब्रश और हेयर प्रोडक्ट इस्तेमाल न करें। अगर जूँ सारे निकल गए हैं तो या तो कंघी को फेंक दीजिये या उसको स्ट्रेलाइज कर दें।
-अगर आपके बच्चे को जूँ हुआ है तो उसको स्कूल न भेजे इससे दूसरों को भी हो सकता है।
बालों से जूँ को हटाने के लिए इस तरीकों का न करें इस्तेमाल
–जूँ निकालने के लिए किसी भी तरह का घरेलू स्प्रे इस्तेमाल करने की गलती न करें। इससे जूँओं के संक्रमण के खतरे को कम नहीं किया जा सकता है।
-ऑलिव ऑयल, मक्खन , पेट्रोलियम जेली और मेयोनेज़ जैसे चीजों से लीख या जूँ को बढ़ने से रोका नहीं जा सकता है। असल में ये माना जाता है कि इनके इस्तेमाल से जूँ मर जाते हैं लेकिन ऐसा नहीं होता है। इसका कोई प्रामाणिक तथ्य भी नहीं मिला है।
-यहां तक कि गैसोलीन और केरोसीन जैसे टॉक्सिक कम्पाउन्ड का इस्तेमाल करने से बचें क्योंकि इसपर कोई अनुसंधान होने का प्रमाण नहीं मिला है। यहां तक कि इससे जूँ के कारण हुए घाव या सर के त्वचा को नुकसान तक पहुँच सकता है[3]।
संदर्भ:
- Meister L, Ochsendorf F. Head Lice. Dtsch Arztebl Int. 2016 Nov 11;113(45):763-772.
- Lebwohl M, Clark L, Levitt J. Therapy for head lice based on life cycle, resistance, and safety considerations. Pediatrics. 2007 May;119(5):965-74.
- Mazurek CM, Lee NP. How to manage head lice. West J Med. 2000 May;172(5):342-5.
- Mehlhorn H, Abdel-Ghaffar F, et al. Ovicidal effects of a neem seed extract preparation on eggs of body and head lice.Parasitol Res. 2011 Nov;109(5):1299-302.
- Di Campli E, Di Bartolomeo S, et al. Activity of tea tree oil and nerolidol alone or in combination against.Pediculus capitis (head lice) and its eggs. Parasitol Res. 2012
Nov;111(5):1985-92.