अपने देश में दिल की बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या दिनोंदिन काफी तेजी से बढ़ती जा रही है। पहले ऐसी बीमारियां सिर्फ उम्रदराज लोगों को ही होती थी लेकिन अब कम उम्र में ही लोग दिल की बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। दिल को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना व्यायाम करना तो ज़रुरी है ही उससे भी ज्यादा ज़रुरी है अपने खानपान में पौष्टिक चीजों को शामिल करना। हाल ही में हुए एक रिसर्च में यह बात सामने आयी है कि रोजाना बादाम खाना दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है।
जर्नल न्यूट्रीएंट में प्रकाशित लगभग 1500 शोधों को रिव्यू करने के बाद यह पाया गया कि रोजाना बादाम खाने से डिस्लिपिडीमिया का खतरा कम होता है। डिस्लिपिडीमिया एक ऐसी अवस्था है जिसमें खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) और ट्राईग्लेसराइड का लेवल बढ़ने लगता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) का लेवल कम होने लगता है।
इस शोध के मुख्य लेखक डॉ सौमिक कलीता बताते हैं कि वर्तमान समय में भारतीय लोग दिल की बीमारियों से ज्यादा पीड़ित हैं और कई शोधों में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि भारतियों की जेनेटिक बनावट ही कुछ ऐसी है कि जिससे उनमें दिल की बीमारियों का खतरा बहुत ज्यादा रहता है। इस शोध में डॉ कलीता ने कई अन्य आहार विशेषज्ञों के साथ मिलकर यह जानने की कोशिश की, कि खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में बादाम कैसे मदद करती है? आमतौर पर जब आप कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए डाइट में बदलाव करते हैं तो इससे शरीर में ख़राब कोलेस्ट्रॉल के साथ साथ अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी कम होने लगती है लेकिन बादाम खाने पर ऐसा नहीं होता है।
रिसर्च के अनुसार बादाम खाने से अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम हुए बिना ही खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होने लगती है जिससे डिस्लिपिडीमिया का खतरा कम होने लगता है। इसलिए दिल की बीमारियों से पीड़ित मरीजों को रोजाना बादाम खाने की सलाह दी जाती है। डॉ. कलीता के अनुसार रोजाना 45 ग्राम बादाम खाना दिल के लिए बहुत फायदेमंद है। बादाम में पाली-अनसैचुरेटेड फैट, विटामिन ई, डाइटरी फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बहुत अधिक होती है जिस वजह से यह दिल के साथ साथ पूरे शरीर की सेहत के लिए भी गुणकारी है।
साभार : PTI