वीकेंड आते ही अधिकतर लोग घर में खाना बनाने की बजाय बाहर रेस्टोरेंट में खाना ज्यादा पसंद करते हैं और ऐसे में नॉन वेज खाना अधिकांश लोगों की पहली पसंद होती है। अगर आग में भुने हुए चिकन, मटन या मछली देखकर आप खुद को उसे खाने से रोक नहीं पाते हैं तो अब आपके लिए एक बुरी खबर है। हाल ही में हुए एक रिसर्च से यह पता चला है कि ग्रिल्ड चिकन या मछली का ज्यादा सेवन करने वाले लोगों को हाई ब्लड प्रेशर का खतरा ज्यादा रहता है।
रिसर्च के अनुसार अगर कोई व्यक्ति एक महीने से 15 बार से ज्यादा भुना हुआ चिकन, मटन, बीफ या मछली खाता है तो उसमें उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) होने की संभावना 17% तक बढ़ जाती है। वहीं जो लोग महीने में 4 बार से कम ग्रिल्ड मीट का सेवन करते हैं उनमें ऐसा खतरा नहीं होता है।
शोध में बताया गया कि जब चिकन, मटन या कोई भी प्रोटीन युक्त चीज को आग में देर तक भूनते हैं तो उसमें हेरोर्काइक्लिक एरोमैटिक एमाइंस (heterocyclic aromatic amines) नामक रसायनों का उत्पादन बढ़ जाता है जिसकी वजह से हाइपरटेंशन होने का खतरा बढ़ता है।
बोस्टन के टी.एच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के पोस्ट डॉक्टरल शोधकर्ता और रिसर्च टीम के प्रमुख लेखक गैंग लियू ने बताया कि, “ खाने वाले मांस को जब बहुत अधिक तापमान पर पकाया जाता है तो ये ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस, इन्फ्लेमेशन और इंसुलिन रेसिस्टेंस को बढ़ाते हैं और इनकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर होने की संभावना और बढ़ जाती है।”
गैंग लियू और उनकी रिसर्च टीम ने लोगों को यह सुझाव दिया है कि आप ज्यादा जला हुआ या सीधे तेज आग में भूनकर पकाए गए मीट को ना खाएं। ऐसा करने से आप कई तरह की बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं। महीने में एक या दो बार ग्रिल्ड मीट या ग्रिल्ड मटन खाने से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा इसका सेवन कर रहे हैं तो आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
इस शोध को न्यू ओरलेंस में अमेरिकल हार्ट एसोसिएशन के एपीडेमियोलॉजी एंड प्रिवेंशन, लाइफस्टाइल एंड कार्डियोमेटाबोलिक हेल्थ साइंसटिफिक सेशन 2018 में प्रस्तुत किया गया था।
साभार : IANS