पीठ के बीच वाले हिस्से में दर्द होना कोई सामान्य बात नहीं है, आमतौर पर लोगों को पीठ के निचले हिस्से या गर्दन में दर्द होता है लेकिन आज कल के युवाओं में पीठ के बीच हिस्से में दर्द की समस्या काफी तेजी से बढ़ रही है। पीठ का मध्य भाग, गर्दन और पीठ के निचले हिस्से के बीच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इस हिस्से में किसी भी तरह की असुविधा को ‘मिड बैक पेन’ के नाम से जाना जाता है।
अंदुरुनी बीमारी और उसकी गंभीरता के आधार पर इस दर्द की तीव्रता भी बदलती रहती है। डॉक्टर से जांच करवाकर आप इस दर्द के सही कारणों को जान सकते हैं। कई बार पीठ के बीच वाले हिस्से में दर्द किसी बीमारी की वजह से नहीं बल्कि आपके द्वारा रोजाना किये जाने वाले वाली कुछ गलत आदतों के कारण होता है। आइये इस दर्द के सभी संभावित कारणों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
किन कारणों से होता है पीठ के मध्य हिस्से में दर्द ?
1- गलत तरीके से उठना बैठना :
खराब तरीके से उठने बैठने से आप की रीढ़ की हड्डी पर अतिरिक्त दवाब पड़ने लगता है और इसकी वजह से पीठ के बीच वाले हिस्से में दर्द होने लगता है। जब आप कंप्यूटर पर काम करते हुए अपने सिर और कन्धों को देर तक आगे की तरफ झुकाए रखते हैं तो ऐसे में शरीर का संतुलन बनाये रखने के लिए रीढ़ की मांसपेशियों और लिग्मेंट्स को अतिरिक्त काम करना पड़ता है। इन मांसपेशियों द्वारा अतिरिक्त काम करने की वजह से नसों पर दवाब बढ़ जाता है जिसकी वजह से पीठ के मध्य हिस्से में दर्द होने लगता है।
बचाव के तरीके :
-उठते बैठते या खड़े होते समय हमेशा सही पोजीशन का ध्यान रखें। इससे पीठ दर्द से बचाव होता है।
-जब भी आप खड़े हो तो आपके कान, कधों के ठीक ऊपर होने चाहिए, आपके कंधे कूल्हों के जोड़ों के ठीक ऊपर सीध में होने चाहिए और आपके कूल्हे आपकी एड़ियों के ठीक ऊपर होने चाहिए। ठीक इसी तरह बैठते समय आपके कूल्हे और पीठ के बीच में 90 डिग्री का कोण होना चाहिए और पीठ कुर्सी से चिपकी हुई होनी चाहिए।
-उठते या बैठे समय अपने कन्धों को पीछे की तरफ रखें।
-लम्बे समय तक बैठना हो तो बीच बीच में कुछ देर के लिए खड़े हो जाएं और थोड़ी चहलकदमी करें।
-ऑफिस में अपनी कुर्सी, कंप्यूटर, कीबोर्ड और माउस को इस तरह से सेट करें जिससे आप सही पोजीशन में बैठकर काम कर सकें।
2- मोटापा :
रिसर्च के अनुसार, शरीर का मोटापा पीठ दर्द के प्रमुख कारणों में से एक है। जैसे जैसे वजन बढ़ता है, पीठ दर्द का ख़तरा भी उसी अनुपात में बढ़ता जाता है। पीठ की मांसपेशियां बढ़ते वजन को संभाल नहीं पाती हैं इस वजह से पीठ में दर्द होने लगता है। खराब खानपान और व्यायाम ना करना मोटापे का प्रमुख कारण है।
बचाव के तरीके :
-खानपान में पौष्टिक चीजों को शामिल करें और वजन को नियंत्रित रखें।
-नियमित रूप से टहलें, व्यायाम और स्ट्रेचिंग करें , जिससे वजन कम होता है और पीठ के दर्द से आराम मिलता है।
3- बिना सपोर्ट वाली ब्रा :
अगर आपके स्तनों का साइज़ बड़ा है तो इसका मतलब यह है कि शरीर के सामने वाले हिस्से में आप काफी वजन लेकर चल रही है जिसकी वजह से स्पाइन या रीढ़ की हड्डी पर दवाब बढ़ जाता है। इसके कारण पीठ के उपरी और निचले हिस्से में दर्द होने लगता है।
बचाव के तरीके :
-अच्छी गुणवत्ता वाली ऐसी ब्रा पहनें जिससे स्तनों को भरपूर सहारा मिले और शारीरिक बनावट सही बनी रहे।
4- कंधे पर लटकने वाले बैग :
आज के समय में लड़का हो या लड़की हर कोई अपने कंधे पर दिन भर एक बैग टांगे इधर से उधर टहलते रहते हैं। बैग में भारी चीजें होने के कारण रीढ़ की हड्डी के घुमाव पर बुरा असर पड़ता है जिससे पीठ में और गर्दन में दर्द होने लगता है।
बचाव के तरीके :
-बहुत बड़े साइज़ का बैग या पर्स लेकर ना चलें। बैग में सिर्फ ज़रूरी सामान रखें।
-नियमित रूप से अपने बैग या पर्स को साफ़ करते रहें और उसमें से फालतू चीजों को हटा दें।
-अगर आप बैग में लैपटॉप लेकर चल रहे हैं तो बैग को दोनों कंधो पर लटका कर चलें सिर्फ एक कंधे पर टांगने से गर्दन में दर्द हो सकता है।
5- जूतों के कारण :
आपको शायद यह पता नहीं कि हाई हील्स वाले सैंडल या जूते पहनने से भी पीठ में दर्द हो सकता है। ऐसे हाई हील वाले सैंडल पहनने की वजह से आपके चलने का तरीका बदल जाता है जिसकी वजह से पीठ और गर्दन में दर्द होने लगता है।
बचाव के तरीके :
-हाई हील वाले सैंडल का कम से कम प्रयोग करें।
-जूते जब ज्यादा घिस जाएं तो उन्हें बदल दें।
-ऐसे जूते खरीदें जो तलवों को पूरी तरह सहारा दें।
7- गद्दे :
आप जिन गद्दों पर रोजाना 7-8 घंटे सोते हैं वे शारीरिक स्वास्थ्य को बनाये रखने में महत्वपूर्ण रोल अदा करते हैं। अगर आप ऐसे गद्दे पर सोते हैं जिसमें लेटते समय आप बिल्कुल उसके अंदर घुस जाते हैं तो समझ लें कि इसकी वजह से आपको पीठ दर्द की समस्या हो सकती है। इसलिए अच्छी गुणवत्ता वाले गद्दे खरीदें और उनका इस्तेमाल करें।
बचाव के तरीके :
-ऐसे गद्दे खरीदें जो ना बहुत मुलायम हो ना ही बहुत कठोर हों। सोते समय आपके शरीर और गद्दे के बीच में खाली जगह नहीं होनी चाहिए।
-मेमोरी फोम गद्दों का इस्तेमाल करें। ये गद्दे सख्त होते हैं और पीठ दर्द की समस्या से आराम दिलाते हैं।
8 : बीमारी की वजह से :
अधिकतर मामलों में निम्न बीमारियों के कारण पीठ दर्द की समस्या होने लगती है।
-मांसपेशियों में मोच या ऐंठन
-पीठ में कोई गंभीर चोट लगने पर
-हर्नियेटेड डिस्क या स्लिप डिस्क होने पर
-ऑस्टियोआर्थराइटिस
-रीढ़ की हड्डी टूटने पर
पीठ में दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाकर अपनी जांच करवाएं और ऊपर बताई गयी गलत आदतों को ना दोहरायें।