कई महिलाएं जननांगों में खुजली की समस्या से तो बहुत परेशान रहती हैं लेकिन इस बीमारी की सही वजह क्या है? ये नहीं जानती हैं। वास्तव में यह खुजली योनि के बाहरी हिस्से जिसे वल्वा कहते हैं उसमें संक्रमण के कारण होता है।
सभी महिलाओं में योनि से स्त्राव होता रहता है जिसकी वजह से योनि और वल्वा में नमी बनी रहती है और इससे बैक्टीरिया और मृत कोशिकाएं खत्म होते रहते हैं। लेकिन कई बार अलग अलग कारणों की वजह से योनि की ये नमी खत्म या कम हो जाती है जिससे योनि में सूखेपन की समस्या हो जाती है और इसी वजह से उस हिस्से में संक्रमण भी हो जाता है। इस लेख में हम आपको इस समस्या से बचाव के तरीके बता रहे हैं।
समस्या की पहचान करें :
अगर आप योनि में होने वाली खुजली से बहुत परेशान रहती हैं तो इससे बचने का सबसे सही तरीका यह है कि आप उस चीज का पता लगाएं जिसकी वजह से वल्वा में ये खुजली हो रही है। इससे बचने के लिए सबसे पहले रोजाना इस्तेमाल किये जाने वाले प्रोडक्ट का इस्तेमाल बंद कर दें। कई बार आपके ब्यूटी प्रोडक्ट में मौजूद केमिकल की वजह से जननांगो में खुजली होने लगती है। अगर प्रोडक्ट का इस्तेमाल बंद करने के बाद भी खुजली बंद नहीं हो रही है तो फिर आपको गायनकोलॉजिस्ट के पास जाकर अपनी जांच करवानी चाहिए।
ध्यान रखने वाली बातें :
नहाते समय :
1- जननांगो को रोजाना साफ़ करना ज़रूरी है लेकिन कुछ महिलाएं योनि को बहुत ज्यादा साफ़ करने लगती है, ऐसा नहीं करना चाहिए। नहाते समय योनि की सफाई हाथो से ही करें। किसी कपड़े, वाइप्स या लूफा का इस्तेमाल ना करें।
2- बबल बाथ या बाथटब में नहाने की बजाय शावर लें। बाथटब का पानी योनि और उसके आस पास के हिस्सों में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को खत्म कर देता है जिसकी वजह से हानिकारक बैक्टीरिया वहां पनपने लगते हैं और संक्रमण हो जाता है।
दवा का सेवन करते समय :
1- योनि में होने वाली खुजली से बचने के लिए घरेलू उपचारों का इस्तेमाल ना करें। इससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
2- इस दौरान सेनेटरी पैड, जेल, स्प्रे या डियो का प्रयोग ना करें।
3- कई महिलाएं यीस्ट इन्फेक्शन से बचने के लिए बिना किसी डॉक्टर से सलाह लिए मेडिकल स्टोर से दवाइयां खरीद कर खाने लगती है। इन दवाइयों के कारण भी कई बार योनि में दर्द या खुजली की समस्या हो जाती है। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह लिए ऐसी दवाइयों का सेवन ना करें।
4- एंटीबायोटिक दवाइयों के कारण भी खुजली की समस्या हो सकती है। इसलिए एंटीबायोटिक का इस्तेमाल सावधानीपूर्वक करें और कोई समस्या होने पर अपने डॉक्टर को इस बारे में बताएं।
लगभग 75% महिलाएं ज़िन्दगी में कम से कम एक बार यीस्ट इन्फेक्शन की शिकार ज़रुर होती हैं।
सेक्स के दौरान :
1- गर्भनिरोधक दवाइयों का सेवन करने के कारण भी सेक्स के दौरान और बाद में योनि में दर्द और खुजली की समस्या होने लगती है। इसलिए डॉक्टर से पूछ कर सही गर्भनिरोधक दवा का सेवन करें।
2- सेक्स के दौरान बेंजोकाइन (Benzocaine) युक्त लुब्रिकेंट का इस्तेमाल ना करें। बेंजोकाइन के कारण आपकी समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। इसलिए लुब्रिकेंट खरीदने से पहले उसका लेबल ज़रूर चेक करें।
वल्वा को साफ़ और स्वस्थ रखने के लिए निम्न टिप्स अपनाएं :
1- हमेशा नए अंडरगारमेंट्स पहनने से पहले उन्हें धुल लें।
2- नायलॉन, एसीटेट या अन्य किस्म के फैब्रिक वाले अंडरगारमेंट्स ना पहनें। इसकी बजाय कॉटन से बने हुए अंडरगारमेंट्स का ही इस्तेमाल करें।
3- योनि वाले हिस्से में कभी भी बेबी वाइप्स, परफ्यूम, स्प्रे या अन्य किसी ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल ना करें।
4- कुछ शोधों में इस बात कि पुष्टि हुई है कि स्ट्रेस के कारण भी वल्वा में संक्रमण हो सकता है। इसलिए खुद को स्ट्रेस से दूर रखें और उस हिस्से में साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
5- खुजली होने पर ज्यादा जोर से ना खुजलायें क्योंकि इससे खुजली और बढ़ सकती है।
योनि में होने वाले संक्रमण से सिर्फ आप बीमार ही नहीं होती हैं बल्कि इसका असर आपके प्रोफेशनल करियर पर भी पड़ता है। इसलिए इस समस्या को अनदेखा ना करें और ऊपर बताये हुए तरीकों को अपनाएं। नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाकर अपना हेल्थ-चेकअप करवाते रहें।