40 की उम्र के पहले हर महिला को कराने चाहिए ये 5 टेस्ट

Anoop Singh

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पैप स्मीयर

यह टेस्ट सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती लक्षणों का पता लगाने के लिए किया जाता है. 21 साल की उम्र के बाद हर तीन साल में एक बार यह टेस्ट जरूर कराएं.

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लिपिड प्रोफाइल

दिल को स्वस्थ रखने के लिए कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर नजर बनाए रखना जरूरी है. रेगुलर लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराने से आप कई कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों से खतरे से बच सकती हैं.

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मैमोग्राम

शुरूआती चरण में ही स्तन कैंसर का पता लगाने के लिए नियमित अंतराल पर मैमोग्राम कराना चाहिए. परिवार में पहले से किसी को यह समस्या होने पर इसका खतरा और बढ़ जाता है. समय रहते पता चलने से इसका इलाज संभव है.

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बोन डेंसिटी टेस्ट

बढ़ती उम्र में हड्डियों से जुड़ी बीमारियों जैसे कि ऑस्टियोपोरोसिस, गठिया आदि का खतरा बढ़ने लगता है. इनसे बचने के लिए बोन डेन्सिटी टेस्ट कराएं.

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थायरॉइड फंक्शन टेस्ट

थायरॉइड महिलाओं के बीच एक आम समस्या है. यदि आपका वजन बेवजह बढ़ या घट रहा है या दिन भर थकान महसूस होती है तो साल में कम से कम एक बार थायरॉइड फंक्शन टेस्ट जरूर कराएं.

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