Anoop Singh
कैसर के शुरूआती स्टेज में आमतौर पर लक्षण नजर नहीं आते हैं. इससे बचने का एक ही उपाय है कि आप एक-डेढ़ साल के अंतराल पर कैंसर स्क्रीनिंग टेस्ट जैसे कि मैमोग्राम, पैप स्मीयर या पीएसए टेस्ट कराते रहें.
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बहुत अधिक तंबाकू खाने से मुंह, गले या फेफड़ों का कैंसर होना स्वाभाविक है. इसलिए किसी भी कीमत पर सिगरेट, गुटखा या पान-मसाले जैसी तंबाकू युक्त चीजों का ना करें.
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कई अध्ययनों के अनुसार, बढ़ते वजन से कोलोरेक्टल, स्तन या किडनी में कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए रोजाना कम से कम आधे घंटे एक्सरसाइज़ करें और वजन को नियंत्रित रखें.
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ह्यूमन पैपिलोमा वायरस से सर्वाइकल या रेक्टल कैसर होने की संभावना काफी बढ़ जाती है. नियमित अंतराल पर एचपीवी वैक्सीन लगवाने से आप इन खतरों से बच सकते हैं
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शराब की अधिक मात्रा लीवर, ओरल कैविटी या स्तनों में कैंसर होने की संभावना को बढ़ा सकती है. इसलिए शराब से परहेज करें या सीमित मात्रा में सेवन करें.
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ज्यादा देर तक धूप में रहने से अल्ट्रावायलेट रेडिएशन के कारण स्किन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. इसलिए बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन का प्रयोग करें और दोपहर में कम बाहर निकलें.
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