- Anoop Singh
आई फ्लू एक प्रकार का संक्रमण है जो कंजंक्टिवा में सूजन के कारण होता है. आई फ्लू को कंजंक्टिवाइटिस या 'आंख आना' भी कहा जाता है.
Photo Credit : Freepik
आंखें लाल होना, आंखों में सूजन, और खुजली या आंखों से सफेद या पीले रंग का स्राव होना इस बीमारी के मुख्य लक्षण हैं.
Photo Credit : Freepik
इन दिनों देश के कई राज्यों में आई फ्लू (पिंक आई) की समस्या तेजी से फैल रही है. बड़ों के साथ-साथ बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. आइए जानते हैं कि आप इस बीमारी से कैसे बच सकते हैं
Photo Credit : Freepik
अपने हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं.
Photo Credit : Freepik
आंखों को बार-बार रगड़ने या छूने से बचें, क्योंकि इससे संक्रमण होने और फैलने की संभावना और बढ़ जाती है.
Photo Credit : Freepik
अपना तौलिया, आंखों के मेकअप से जुड़े सामान या कॉन्टैक्ट लेंस जैसी पर्सनल चीजों को दूसरों के साथ शेयर ना करें.
Photo Credit : Freepik
धूल या गंदगी वाली जगह से आने के तुरंत बाद अपनी आंखों को साफ पानी से धुलें और अगर आंखों में धूल के कण चले गए हैं तो साफ कॉटन से उन्हें बाहर निकालें.
Photo Credit : Freepik
मानसून सीजन में घर से बाहर कहीं भी जाएं तो धूप वाले चश्मे पहन कर निकलें जिससे आपकी आंखें धूल, गंदगी या दूषित पानी के संपर्क में आने से बची रहें.
Photo Credit : Freepik
इन दिनों अगर आपके शहर में आई फ्लू तेजी से फैल रहा है या आपका बच्चा आई फ्लू से संक्रमित है तो बच्चे को कुछ दिन स्कूल ना भेजें.
Photo Credit : Freepik
आई फ्लू होने पर खुद से इलाज करने की गलती ना करें. इससे आंखों को नुकसान पहुँच सकता है. इसलिए जल्द से जल्द किसी नेत्र विशेषज्ञ के पास जाकर आंखों की जांच कराएं.
Photo Credit : Freepik