Anoop Singh
त्रिफला में लैक्सेटिव गुण होता है जो पेट को साफ करने में मदद करता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. रात में सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ 2-5 ग्राम त्रिफला चूर्ण लें.
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इस चूर्ण में पाचन और अग्निदीपन का गुण होता है और यह भूख बढ़ाने में मदद करता है. इसके सेवन से पाचन संबंधी रोग दूर हो जाते हैं. 2-3 ग्राम लवण भास्कर चूर्ण गुनगुने पानी या छाछ के साथ खाने के बाद लें.
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त्रिकटु चूर्ण डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक रखने के साथ ही कफ की समस्या को भी दूर करता है. पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए 1-2 ग्राम त्रिकटु चूर्ण शहद के साथ लें.
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हिंग्वादी वटी में वायु अनुमोलक गुण होता है जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और गैस की समस्या से राहत दिलाता है. खाना खाने के बाद 1 से 2 हिंग्वादी वटी चूसकर खाएं.
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पंचसकार चूर्ण में विरेचक गुण पाया जाता है और यह कब्ज को दूर करने में बहुत प्रभावी है. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के अनुसार, रात में सोने से पहले 3 ग्राम चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें.
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घरेलू इलाज अपनाने के 1-2 दिनों के भीतर अगर बीमारी के लक्षणों में कोई सुधार नहीं होता है तो डॉक्टर या आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें. अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं तो बिना डॉक्टर से सलाह लिए घरेलू इलाज ना अपनाएं.
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