मोरिंगा पाउडर को लेने के तरीके और सही समय को निर्धारित करके आप इसके हेल्थ बेनिफिट्स का आसानी से लाभ उठा सकते हैं। फिर चाहे आप इसका इस्तेमाल मॉर्निंग डिटॉक्स के रूप में करें या दैनिक दिनचर्या में।
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मोरिंगा पाउडर को मोरिंगा ऑलिफेरा (सहजन) के पेड़ की पत्तियों से बनाया जाता है, इसे ड्रमस्टिक ट्री के नाम से भी जाना जाता है। ये पेड़ मूल रूप से अफ्रीकी और ऐशिआई इलाकों में पाया जाता है, इसके पोषक तत्वों और औषधीय गुणों की वजह से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
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यहाँ कुछ टिप्स दिए गए हैं जिनकी सहायता से आप अपनी आवश्यकता के अनुसार मोरिंगा पाउडर को लेने का सबसे अच्छा समय पता लगा सकते हैं।
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मोरिंगा पाउडर को सुबह खाली पेट लेने से ये आपकी बॉडी को डिटॉक्स करके उसके पोषक-तत्वों को ग्रहण करने की क्षमता को बढ़ा सकता है।
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इसे थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दिन में कई बार भोजन के साथ लेने से शरीर में लगातार पोषक तत्वों की आपूर्ति बनी रहती है। मोरिंगा पाउडर को सब्जी और दाल में डालकर खाएं। इससे डिश की पौष्टिकता और स्वाद दोनों बढ़ जाता है।
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कुछ अध्ययनों के अनुसार, मोरिंगा पाउडर को दोपहर या रात के भोजन के साथ लेने से अस्थमा के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
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याद रखें कि कोई भी नया डाइट्री सप्लीमेंट शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना हमेशा अच्छा होता है, खासकर जब आप पहले से ही किसी बीमारी से पीड़ित हों।
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