हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रुप में मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों में मलेरिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। पूरी दुनिया में लाखों लोग हर साल मलेरिया की चपेट में आ जाते हैं। अगर हम भारत की बात करें तो नेशनल वेक्टर डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के अनुसार भारत में 95% जनसंख्या मलेरिया प्रभावित क्षेत्रो में रहती है। बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को इस बीमारी के होने का खतरा बहुत ज्यादा रहता है।
यह हम सबको पता है कि मलेरिया मच्छरों के काटने से फैलता है इसलिए इस बीमारी से बचने का सबसे आसान उपाय है कि आप अपने घर को मच्छरों से मुक्त रखें। मच्छरों से सिर्फ मलेरिया ही नहीं बल्कि डेंगू, चिकनगुनिया जैसे और भी कई जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए इनसे बचाव के सही और असरदार तरीके अपनाएं। आजकल बाज़ार में मच्छरों को दूर भगाने के लिए कई तरह की दवाएं (Mosquito Repellents) मौजूद हैं, आप उनका इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको मच्छरों को दूर भगाने के कुछ प्राकृतिक उपाय बता रहे हैं।
घर में इन जगहों पर सबसे ज्यादा पाए जाते हैं मच्छर :
अगर आपको लगता है कि आपका घर पूरी तरह साफ़ है तो यह आपकी ग़लतफ़हमी है। आपके घर में कई ऐसी जगहें हैं जहां पर मच्छरों का जमावड़ा रहता है लेकिन आपको जल्दी नजर नहीं आता है। आइये पहले घर की ऐसी छिपी जगहों के बारे में जानते हैं।
घर में लगे पौधे : घर में रखे पौधों के गमले और उसमें जमा पानी मच्छरों के पनपने के लिए सबसे उपयुक्त जगह होती है। इसलिए हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी इन गमलों में ज़रुरत में ज्यादा पानी ना डालें। इसके अलावा नियमित रूप से पौधों का पानी और कुछ सजावटी चीजें जैसे कि टेबलटॉप फाउंटेन, फिश टैंक आदि में इकठ्ठा पानी को बदलते रहें। ऐसा करने से मच्छर कम आते हैं।
एयर कंडीशनर या कूलर : एसी या कूलर में मौजूद वाटर ट्रे में सबसे ज्यादा मच्छर पाए जाते हैं। अधिकांश घरों में लोग कूलर के पानी को कई हफ़्तों तक नहीं बदलते हैं। इसी वजह से उस गंदे पानी में मलेरिया और डेंगू के मच्छर पैदा होने लगते हैं। इसलिए अगर आप अपने घर को मच्छरों से मुक्त रखना चाहते हैं तो एसी या कूलर के वाटर ट्रे को नियमित रुप से साफ़ करें। अगर आप इनका इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो इन्हें पूरी तरह सुखा कर रखें।
पानी की टंकी : पानी को स्टोर करने के लिए हर घर में पानी की टंकी का इस्तेमाल होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर पानी की टंकी का ढक्कन खुला है तो समझ लें कि उसमें बहुत अधिक मात्रा में मच्छरों के अंडे मौजूद होंगे, क्योंकि ये जगह उनके विकसित होने के लिए सबसे उपयुक्त है। ये मच्छर न सिर्फ आपके पीने वाले पानी को संक्रमित करते हैं बल्कि मलेरिया और डेंगू जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देते हैं। इससे बचाव के लिए हर 15 दिन के अंतराल पर पानी की टंकी को साफ़ करें और घर के आस पास कहीं भी पानी जमा ना होने दें।
कूड़ादान : अगर आपके घर में मौजूद कूड़ादान ठीक से ढंका हुआ नहीं है तो समझ लीजिये कि आप मच्छरों को अपने घर में आमंत्रित कर रहे हैं। गंदगी और खाने पीने की सड़ी हुई चीजों के आस पास मच्छर बहुत ज्यादा मंडराते हैं। इसलिए हमेशा ढक्कन वाले कूड़ेदान का उपयोग करें और रोजाना कूड़ा फेंकने के बाद कूड़ेदान को भी साफ़ करें।
खुली खिडकियां : कई बार लोगों की यह शिकायत रहती है कि वे घर को इतना साफ़ सुथरा रखते हैं फिर भी उनके घरों में बहुत ज्यादा मच्छर आते हैं। आपको बता दें कि कई घरों में लोग अपने घर की खिड़कियाँ और दरवाजे खुले रखते हैं, ऐसे में शाम को ही उनके घरों में मच्छर घुस आते हैं और पर्दों के पीछे, वाशबेसिन के आस पास या अँधेरी जगहों पर छिपे रहते हैं। इनसे बचने का सबसे सही उपाय यही है कि शाम को घर के खिड़की दरवाजे पूरी तरह बंद रखें और खिडकियों और दरवाजों में जालीदार फ्रेम लगवाएं।
आज विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर अपने घर को मच्छर मुक्त रखने का संकल्प लें और स्वस्थ रहें।