सर्दी और खांसी बहुत ही सामान्य बीमारियाँ है, जो बच्चों के साथ साथ बड़ों और वृद्धों में भी साधारण रूप से देखने को मिलती है। बड़ों को साल में दो से चार बार जबकि बच्चों को साल में छः से दस बार सर्दी और खांसी की समस्या होने की संभावना रहती है। सर्दी- जुकाम के लिए 200 से अधिक वायरस जिम्मेदार होते है और जो वायरस इसके लिए सबसे सामान्य है, उसे राइनोवायरस (HRV) कहा जाता है। हमारे देश का मौसम या वातावरण ही ऐसा है कि इसमें नमी और आर्द्रता की मात्रा अधिक पायी जाती है, ये भी सर्दी और खांसी का एक कारण हो सकते है। क्या आप जानते है कि एक अकेला जुकाम का वायरस एक दिन में 16 मिलियन और वायरसों को पैदा कर सकता हैं। एक अकेली छींक वायु में 100,000 रोगाणुओं को फैला सकती है इसीलिए कहा जाता है कि सर्दी- जुकाम से पीड़ित व्यक्ति से छः फुट की दूरी पर रहना चाहिए क्योंकि एक पीड़ित व्यक्ति से जुकाम बहुत आसानी से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में फैल सकता है। उदाहरण के लिए अगर जुकाम से पीड़ित व्यक्ति अपने बहते नाक या आँखों को छूता है, और उन्ही हाथों से दूसरे व्यक्ति से हाथ मिलाते है तो उसके कुछ वायरस स्वस्थ व्यक्ति के शरीर तक पहुँच जाते है।
सर्दी -जुकाम का पहला लक्षण होता है गले में खराश, बहती नाक और छींकें। नाक से पहले पानी जैसा द्रव निकलता है और बाद में यह पीले या हरे रंग के गाढ़े द्रव में बदल जाता है। कई युवाओं में सर्दी -जुकाम के दौरान बुखार नहीं होता लेकिन अधिकतर लोग इस दौरान बुखार से पीड़ित हो जाते हैं। बच्चों को जुकाम में 102°F तक बुखार होना आम है। जुकाम के अन्य लक्षण नाक का बंद होना, सिर दर्द, बदन दर्द, गले में दर्द, आँखों में पानी, थकावट, गले का बैठना और पाचन शक्ति का कमजोर होना आदि हो सकते है। सर्दी-जुकाम के साथ अक्सर रुक रुक कर सूखी खांसी होती है। अधिकतर लोगों का जुकाम ठीक होने में सामान्यतया चार से पांच दिन का समय लगता है। सूखी खांसी के अलावा बाकी सभी लक्षण लगभग दस दिनों के भीतर ठीक हो जाते है।
सर्दी-जुकाम और खांसी होने के कारण इस प्रकार है:
•सर्दियों में दिन छोटे हो जाते है और आप इन दिनों में धूप के सम्पर्क में भी कम आते हैं जिससे शरीर में विटामिन डी की कमी होने लगती है और यह कमजोर रोग प्रतिरोधक शक्ति का कारण बनती है। कमजोर रोग प्रतिरोधक शक्ति भी सर्दी-जुकाम का एक प्रमुख कारण है।
•गर्मी के दिनों में, गर्म हवाएं चलती हैं और बहुत पसीना आता है। धूल, मिटटी और पसीना तीनों गले में खराश और सूखी खांसी के अलावा श्वसन एलर्जी और संक्रमण का भी कारण बनती है। भीड़ वाली जगहों में सांस संबंधित समस्याएं होना आम बात है।
•गर्मियों में आज कल की प्रदूषित हवा से एलर्जी होने के कारण खांसी आना बहुत ही आम बात है क्योंकि यह प्रदूषित हवा सीधे फेफड़ों पर हमला करती है।
•बरसात के दिनों में सर्दी-जुकाम और खांसी होने की सबसे अधिक संभावना होती है। बरसात में नमी की अधिकता होने के कारण रोगाणु जल्दी पनपते है। इस मौसम में होने वाला जुकाम सामान्यतया सिर दर्द और गले में खराश के साथ होता है इसके अलावा बहती नाक या बंद नाक की समस्या भी होती है।
•मानसून में कभी भी मौसम गर्म और सर्द होता रहता है। मौसम में ऐसे बदलाव के कारण भी कई लोग जुकाम और खांसी की चपेट में आ जाते हैं। इसके अलावा जुकाम से पीड़ित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से भी सर्दी-जुकाम और खांसी की समस्या हो सकती है। साफ़ न रहना भी जुकाम और खांसी का एक मुख्य कारण है।
सर्दी और खांसी के लिए घरेलू उपचार
सर्दी, खांसी और जुकाम ऐसी बीमारियां है जिसमें कोई भी दवाई कुछ खास असर नहीं करती है। आप चाहे कितनी भी दवाईयां ले लें किन्तु इस समस्या से पूरी तरह से निजात पाने में समय लगता है। सर्दी -खांसी को दूर करने का सबसे आसान और बेहतरीन उपाय है घरेलू उपचार, जिनसे इस समस्या से जल्दी राहत मिलती है और इसमें प्रयोग होने वाली सामग्री आपको आसानी से अपने घर या रसोईघर में मिल जायेगी। ऐसे ही कुछ घरेलू उपचार इस प्रकार हैं:
हल्दी और दूध : आपको याद होगा हमारी दादी और नानी अक्सर हमें हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दिया करती थी क्योंकि इस आसान नुस्खे से शरीर स्वस्थ रहता है और सर्दी-जुकाम में आराम मिलता है। हल्दी में एंटीवायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाते हैं। हल्दी दूध बच्चों के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
अदरक : अदरक, सर्दी-जुकाम और खांसी को दूर करने में बेहद लाभदायक है। अदरक की चाय पिएं या अदरक को बारीक़ पीस कर उसमे गर्म दूध मिलाएं और कुछ देर तक इसे उबाल कर पिएं। अदरक का रस निकाल कर और उसमें शहद मिला कर बच्चे को चटाएं। इससे उन्हें बेहतर महसूस होगा।
लहसुन: लहसुन में मौजूद एलिसिन नाम का तत्व एंटी बैक्टेरियल, एंटी वायरल और एंटी फंगल होता है और यह सर्दी और जुकाम से छुटकारा दिलाने में बेहद लाभदायक है। लहसुन की कुछ कलियों को घी में भून लें और उसके बाद इन कलियों को खा लें। ऐसा करने से सर्दी- जुकाम का संक्रमण दूर होता है।
नींबू : नींबू और शहद को मिला कर खाने से सर्दी और जुकाम दूर होता है। एक चम्मच नींबू के रस में शहद मिलाएं और उसका सेवन करें या आप नींबू के रस और शहद को एक गिलास हल्के गर्म पानी में मिला कर रोजाना सुबह इसका सेवन करें। यह इम्युनिटी पॉवर बढ़ाने में बहुत मददगार है।
गेहूँ की भूसी : गेहूँ की भूसी भी इस समस्या से राहत पहुंचाने में बेहद असरदार उपाय है। थोड़ी सी गेहूं की भूसी, लौंग और नमक को पानी में डाल कर उबाल लें और इसका काढ़ा बना लें। इस का काढ़ा आपको जुकाम और सर्दी में होने वाली समस्याओं से निजात दिलाने में सहायक है।
तुलसी की पत्तियां : तुलसी के पत्ते एक ऐसी औषधि है जो कई रोगों को दूर करने में सहायक है खास कर सर्दी-जुकाम, खांसी और इनमें होने वाली अन्य परेशानियों से। तुलसी के पत्तों को चबाएं या फिर इसकी चाय बना कर इसे पीएं। आप चाहें तो तुलसी के पत्तों का काढ़ा बना कर भी इसका सेवन कर सकते हैं। इसे पीने से भी आपको गले में खराश, बंद नाक, सिर दर्द और खांसी जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
काली मिर्च पाउडर : जुकाम और खांसी के लिए अगर कोई बेहतरीन देसी इलाज है, तो वो है काली मिर्च का पाउडर। काली मिर्च पाउडर को शहद के साथ मिला कर लें या फिर थोड़ी सी हल्दी पाउडर, सौंफ पाउडर, लौंग का पाउडर और काली मिर्च पाउडर को एक गिलास दूध में डाल कर अच्छे से उबाल लें। अब इसमें चीनी डालकर पिएं, इसे पीने से भी जुकाम जल्दी ठीक होता है।
इलायची : इलायची की खुशबू सबका मन मोह लेती है। इलायची का प्रयोग हम अधिकतर मिठाईयां बनाने में करते है। किन्तु क्या आपको पता है कि इलाइची सर्दी और जुकाम से भी बचाव करती है और खांसी को दूर करने में भी कारगर है। इलायची की चाय बना के पिएं या फिर एक कपड़े में इलायची के पाउडर को लगा कर सूंघें, इससे भी अच्छे परिणाम मिलते है।
हर्बल चाय : सर्दी और जुकाम में हर्बल चाय पीना भी फायदेमंद है। सर्दी में होने वाली सिरदर्द, बुखार और खांसी से निजात दिलाने में यह काफी असरदार है, इसके अलावा यह ठंड को भी दूर करती है। सर्दी खांसी न होने पर भी रोजाना हर्बल चाय पीना लाभदायक होता है, क्योंकि यह शरीर की इम्युनिटी पॉवर को मजबूत करती है।
कपूर : कपूर का प्रयोग करने से भी इस रोग में राहत मिलती है। कपूर की एक टिकिया लें और उसे रुमाल में लपेट लें, थोड़ी थोड़ी देर में इसे सूंघते रहें। ऐसा करने से नाक खुल जाती है और अगर आपको अधिक ठंड लग रही हो तो वो भी दूर हो जाती है। इसके साथ ही जुकाम के अन्य लक्षण भी दूर होते है।
अजवाइन: दो चम्मच अजवाइन ले कर उसे तवे पर हल्का सा भून लें और उसके बाद किसी कपडे में उसे बांध लें और थोड़ी थोड़ी देर में सूंघे। इससे भी आपको राहत मिलेगी।
प्याज : प्याज का रस लें और उसमे शहद मिला लें इसके बाद इसका दिन में कम से कम दो से तीन बार सेवन करें। खांसी और गले के लिए यह उपाय बेहद लाभदायक है।
सेब का सिरका : सेब का सिरका भी खांसी के लिए अच्छा उपचार है। दो चम्मच सिरका को पानी में मिलाकर गर्म करें। इस मिश्रण में एक चम्मच शहद डालकर पियें। इससे खांसी से जल्दी छुटकारा मिलेगा।
गाय का दूध : अगर आपका जुकाम अधिक बढ़ गया हो, जैसे कि गला बैठ गया हो, गले में बहुत ज्यादा तकलीफ हो रही हो या गले में खराश हो तो गाय के दूध में एक चम्मच गाय का घी और थोड़ी सी हल्दी मिला कर अच्छे से उबाल लें। शाम के समय इसे एक एक घूंट कर के पियें, इससे इन सभी समस्याओं से आराम मिलता है। इसके अलावा जुकाम से आराम पाने के लिए गर्म दूध में शहद या काली मिर्च डालें और रात को सोने से पहले इसे पिएं।
गाजर का जूस : गाजर में विटामिन और कई मिनरल पाए जाते है, जिनसे सर्दी और जुकाम को ठीक करने में सहायता मिलती है। गाजर का जूस बनाएं और दिन में चार से पांच बार पियें और अच्छे परिणाम पाएं।
गरारे करें : गले की खराश और दर्द से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा तरीका है गर्म पानी से गरारे करना। पानी को गर्म करें और उसमें नमक डाल कर अच्छे से मिला लें। अब दिन में तीन से चार बार गरारे करें और आप यह पाएंगे कि एक दो दिन में ही आपका गले का दर्द दूर हो जायेगा।
भाप लें : अगर आपका नाक पूरी तरह से बंद है और बलगम भी बहुत अधिक बन रहा है तो इसके लिए भाप लें। किसी उबलते हुए पानी को एक बड़े बर्तन में डालें और उसकी भाप लें। आप चाहे तो इसमें नीलगिरि का तेल भी डाल सकते है। भाप लेने से भी जुकाम जल्दी ठीक हो जाता है।
मालिश करें : सर्दी और जुकाम में ठंड लगती है और इसके लिए शरीर को गर्म रखना बेहद जरूरी है। सरसों के तेल में कुछ लहसुन की कलियों को डाल कर गर्म करें। अब इस गर्म तेल से सोने से पहले अपने पैरों के तलवे और छाती पर मालिश करें। शरीर को गर्मी मिलेगी और सर्दी और जुकाम भी जल्दी ठीक होगा।
तरल पदार्थों का सेवन करें: सर्दी- जुकाम होने पर सबसे जरूरी है अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करना क्योंकि इस दौरान शरीर से बहुत अधिक पानी निकलता है जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। जुकाम या सर्दी होने पर ज्यादा पानी पिएं। ठंड़े पानी की जगह गुनगुने पानी को पीना राहत देता है। इसके साथ ही जूस, काढ़ा, चाय या सूप आदि का सेवन भी इसमें असरदार होता है। इससे शरीर में पानी की मात्रा कम नहीं होगी और सर्दी से भी राहत मिलेगी।
सर्दी, खांसी और जुकाम के लिए चिकित्सक जो दवाएं देते हैं उनसे उस समय तो फायदा होता हैं लेकिन कई दुष्प्रभाव भी होते हैं, साथ ही इन्हें खाने से नींद भी बहुत अधिक आती है। वहीं दूसरी और घरेलू उपचारों का कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होता क्योंकि यह पूर्णतया प्राकृतिक, हर्बल और सुरक्षित है। वर्षों से हमारे घरों में इन घरेलू उपायों को अपनाया और आजमाया गया है। हम भारतीयों का चिकित्सालय तो हमारे रसोईघर में ही मौजूद होता है, ज़रूरत है तो बस उनका सही से उपयोग करने की। एक कहावत हैं न कि “स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ आत्मा का निवास होता हैं” इसलिए दूसरी दवाईयों का प्रयोग करने से अच्छा है, इन नुस्खों को आजमाना, जो आपको न केवल सर्दी पर जुकाम से राहत देंगे बल्कि आपको शरीर को भीस्वस्थ रखेंगे। तो स्वस्थ रहें और इस खूबसूरत जीवन का मज़ा लें।
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