चेचक छोटे बच्चों या वयस्क दोनों को हो सकता है। बराबर ऐसा देखने को मिलता है कि जब भी किसी को चेचक होता है तो रोगी बहुत घबरा जाता है। अनेक तरह के उपाय करता है। झाड़-फूंक आदि भी कराने लगता है। यहां चेचक का इलाज करने के लिए अनेक घरेलू उपाय बताए जा रहे हैं। इनसे आप चेचक को ना सिर्फ शुरुआत में ही रोक सकते हैं, बल्कि असरदार तरीके से चेचक का उपचार कर सकते हैं।
Contents
चेचक (chicken pox in hindi) दो प्रकार का होता है, जिसे छोटी चेचक (छोटी माता) और बड़ी चेचक (बड़ी माता) बोला जाता है। यह एक गंभीर बीमारी है। चेचक के कारण शरीर में दाने से उभर आते हैं। इन दानों में दर्द होता है, खुजली भी होती है। इस बीमारी के कारण रोगी को कमजोरी तो आती ही है, साथ ही बुखार भी होता है। अनेक लोग चेचक होने पर बहुत व्याकुल हो जाते हैं, और चेचक का इलाज करने पर तुरंत ध्यान नहीं दे पाते हैं।
यह एक संक्रामक बीमारी है, जो एक रोगी से दूसरे व्यक्ति को हो सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि जब भी चेचक जैसी बीमारी हो तो समय पर ध्यान दें और तुरंत चेचक का घरेलू इलाज कर बीमारी पर नियंत्रण पाएं। आइए जानते हैं कि आप चेचक का उपचार करने के लिए कौन-कौन से घरेलू उपाय कर सकते हैं।
चेचक एक विषाणु से होने वाली बीमारी है। इस रोग के विषाणु त्वचा की छोटी रक्त वाहिकाएं, मुंह और गले में असर दिखाते हैं। यह केवल मनुष्यों में होता है। इसके लिए दो तरह के विषाणु उत्तरदायी माने जाते हैंः-
दोनों चेचक में ही दाने निकलते हैं। इनमें मुख्य अंतर यह होता है कि बड़ी माता में दाने बड़े होते हैं, और छोटी माता के दाने छोटे होते हैं। इसलिए जब भी आप चेचक का घरेलू उपचार करें तो बीमारी की पहचान पहले पता कर लें।
चेचक के निम्न लक्षण हो सकते हैंः-
आप चेचक का घरेलू इलाज (Home remedies for Chickenpox) इन उपाय से कर सकते हैंः-
गाजर और धनिया पत्ती दोनों चीजें ठंडी होती हैं। इनका मिश्रण एक अच्छा एंटी-ओक्सिडेंट होता हैं। एक कप गाजर के टुकड़े, और डेढ़ (1.5) कप धनिया के पत्ते कटे हुए ढाई (2.5) कप पानी में उबाल लें। आधा रह जाने पर उसे पिएं। यह प्रयोग एक माह तक दिन में एक बार करें।
नीम के पत्ते को पानी के साथ पीसकर प्रभावित भाग पर लगाएं। नीम के पत्तों को पानी में उबालें, और इस पानी को नहाने में प्रयोग करें। इससे चेचक के फैलने की संभावना कम होती है, और दर्द में कमी आती है।
और पढ़ेंः नीम के फायदे और नुकसान
1 चम्मच प्याज के रस में 2-3 काली मिर्च पीसकर कुछ दिन तक दिन में 2-3 बार पिएं। इसके सेवन से छोटी और बड़ी माता ठीक हो जाती है।
चेचक के समय शरीर में काफी खुजली होती है। इससे बचने के लिए जई के आटे को पानी में मिलाकर लगभग 15 मिनट तक उबालें। इस पानी को बाथ टब में डालकर बच्चे को नहलाएं। इससे खुजली से राहत मिलती है।
आधा कप सिरके को नहाने के पानी में डालकर स्नान करें। इससे चेचक में होने वाली खुजली में राहत मिलती है।
हरी मटर को पानी में पकाएं, और इस पानी को शरीर में लगाएं। इससे चेचक में होने वाले लाल चकत्ते समाप्त हो जाते हैं।
और पढ़ेंः मटर के अनेक फायदे
आप विटामिन ई के तेल का प्रयोग कर भी चेचक में लाभ पा सकते हैं। शरीर में विटामिन ई के तेल को लगाने से होने वाली चेचक की खुजली से राहत मिलती है।
बेकिंग सोडा में जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो घाव को भरकर संक्रमण को दूर करने में मदद करता है। आधा चम्मच बेकिंग सोडा पानी में मिला लें। किसी साफ कपड़े को इसमें भिगोकर प्रभावित भाग पर लगाएं, और सूखने दें।
शहद में एंटी बायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में मौजूद किसी भी संक्रमण को मिटाने में सहायक होते हैं। प्रभावित भाग पर शुद्ध शहद (Home remedies for Chickenpox) को लगाएं। यह प्रक्रिया 2-3 बार दोहराएं।
चेचक की बीमारी में ये सावधानी रखनी चाहिएः-
वर्तमान में यह रोग बहुत ही कम देखा जाता है। आजकल सरकार द्वारा शिशु को 3-6 माह की अवस्था में चेचक रोग के टीके दिए जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जाने वाली दवा से चेचक पर बहुत हद तक नियंत्रण पाना संभव हुआ है।
चेचक को ठीक होने पर कितना समय लगता है?
जब कोई रोगी विषाणु से ग्रस्त होता है तो उसे यह बीमारी हो जाती है। चेचक का घरेलू उपचार करते समय आपको बीमारी के ठीक होने के समय तक धैर्य बनाए रखना है क्योंकि चेचक रोग का उद्भवकाल विषाणु के शरीर में जाने से 14-16 दिन का माना जाता है। वैसे यह 10-21 दिन का भी हो सकता है। यह आमतौर पर 5-10 दिनों तक रहता है।
आयुर्वेद के अनुसार, चेचक होने का कारण क्या है?
आयुर्वेद में चेचक को लघु मसूरिका कहा गया है। यह एक संक्रमण जन्य रोग है। इस रोग में शरीर के तीनों दोष वात, पित्त व कफ दोष होकर विभिन्न लक्षणों को उत्पन्न करते हैं।
अब आपको चेचक के घरेलू नुस्खे (Home remedies for Chickenpox) की जानकारी हो गई है। इसलिए जब कभी किसी भी व्यक्ति को चेचक हो, तो इस उपाय को आजमाकर राहत पा सकता है।
आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार, त्रिफला चूर्ण पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए बेहद फायदेमंद है. जिन लोगों को अपच, बदहजमी…
डायबिटीज की बात की जाए तो भारत में इस बीमारी के मरीजों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही…
मौसम बदलने पर या मानसून सीजन में त्वचा से संबंधित बीमारियाँ काफी बढ़ जाती हैं. आमतौर पर बढ़ते प्रदूषण और…
यौन संबंधी समस्याओं के मामले में अक्सर लोग डॉक्टर के पास जाने में हिचकिचाते हैं और खुद से ही जानकारियां…
पिछले कुछ सालों से मोटापे की समस्या से परेशान लोगों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. डॉक्टरों के…
अधिकांश लोगों का मानना है कि गौमूत्र के नियमित सेवन से शरीर निरोग रहता है. आयुर्वेदिक विशेषज्ञ भी इस बात…