बालों का झड़ना (Hair Fall) एक आम समस्या बन गई है लेकिन इसका जल्द से जल्द इलाज करना भी बहुत जरूरी होता है । क्योंकि आजकल लोगों की जीवनशैली और खान-पान इतनी बुरी हो गई है कि इसका सीधा असर बालों पर पड़ता है। ऊपर से प्रदूषण और हेयर प्रोडक्ट के केमिकल के कारण भी बालों पर असर पड़ता है, जो बाद में बालों के झड़ने का कारण बन जाता है। वैसे तो लोग बाल संबंधी किसी भी समस्या के लिए सबसे पहले घरेलू नुस्ख़ों को आजमाते हैं।
अगर आम कारणों से झड़ रहा है तो घरेलू नुस्ख़े बहुत काम आते हैं। बालों झड़ने से रोकने के उपाय यानि इलाज करने में जितनी देर होगी उतनी ही समस्या बढ़ेगी। असल में बालों के गिरने के समस्या को लोग पहले नजरअंदाज करते हैं, इसलिए सही समय पर इसका इलाज नहीं हो पाता है। बाल झड़ने से रोकने के उपायों को जल्द जल्द से अपनाने की जरूरत होती है।
वैसे तो असमय बाल झड़ने से उम्र से ज्यादा नजर आने लगते हैं इसलिए लोग बाल झड़ने की बात को लेकर बहुत ज्यादा स्ट्रेस में आ जाते हैं। लेकिन बालों के झड़ने का इलाज करने के पहले उसके पीछे के कारण के बारे में पता लगाना भी जरूरी होता है। कारण का सही तरह से पता लग जाने पर घरेलू नुस्ख़ों का सही तरह से प्रयोग करने पर वह अच्छी तरह से काम कर पाता है।
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आजकल बालों का झड़ना एक आम समस्या हो गई है। हर दूसरा व्यक्ति इस परेशानी से जूझ रहा है। कई लोगों के बाल समय से पहले इतने झड़ जाते है कि उन्हें हेयर ट्रांसप्लांट करवाकर इलाज (balo ka ilaj in hindi) करना पड़ता है। बालों का झड़ना जब थोड़ा-थोड़ा करके बढ़ने लगता है तो गंजेपन की नौबत आ जाती है। सामान्यत 50 से 100 बाल लगभग हर दिन टूटते-झड़ते है यदि इससे ज्यादा बाल झड़ते है तो ये गंजापन का विषय है। गंजेपन की अवस्था आने से पहले बालों का झड़ना रोकने के लिए घरेलू नुस्ख़ों का आजमाने से सही परिणाम मिलता है।
लेकिन क्या आपको पता है कि बालों का झड़ना या गंजापन दो तरह के होते हैं। वैसे तो बाल गिरने की समस्या आम तौर पर 30 साल के बाद से शुरू हो जाती है। पुरुषों में इस समस्या को मेल पैटर्न बॉल्डनेस (male pattern baldness) कहते है।
महिलाओं में (Androgenetic Alopecia) को (female pattern baldness) कहते है इस समस्या से पीड़ित महिलाओं में पूरे सिर के बाल कम हो जाते है पर हेयरलाइन पीछे नहीं हटती। महिलाओं में इसके कारण शायद ही कभी पूरी तरह गंजेपन की समस्या होती है।
आजकल बाल झड़ने के आम कारणों में से मूल है असंतुलित आहार योजना, गलत जीवनशैली, आनुवांशिकता यानि हेरीडियेटरी, दवाओं के दुष्प्रभाव आदि आदि। चलिये ऐसे और कारणों के बारे में जानते हैं-
आयुर्वेद के अनुसार बाल झड़ने के और भी बहुत सारे कारण होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार वात के साथ मिला पित्त रोमकूपों में जाकर बालों को गिरा देता है तथा इसके अनन्तर रक्त के साथ मिला हुआ कफ रोमकूपों को बन्द कर देता है जिससे उस स्थान में दूसरे बाल पैदा नहीं होते है। इसके साथ बाल गिरने का एक कारण नहीं बल्कि कई कारण है,जैसे- नमक का अधिक सेवन करने से गंजापन आ जाता है। और तनाव, संक्रमण, हार्मोन असंतुलन, अपर्याप्त पोषण, विटामिन और पोषक पदार्थो की कमी, दवाओं के दुष्प्रभाव, लापरवाही बरतना या बालें की सही देखभाल न होना, गलत प्रकार के शैम्पू का प्रयोग भी होता है।
यहां तक कि विरुद्ध आहार-विहार, पित्त वर्धक आहार-विहार, आहार पर हीन, मिथ्या और अतियोग, निद्रा, ब्रह्मचर्य, प्रदूषित जल होता है। बाल झड़ने के कोई भी कारण हो, हर कारण में अगर सही घरेलू नुस्ख़े को आजमाया गया तो नए बालों का विकास हो सकता है।
इसके अलावा आधुनिक विज्ञान के अनुसार बाल झड़ने के ये भी कारण हो सकते हैं-
लेकिन अगर समय रहते सचेत हो जाये और सही इलाज (balo ka ilaj in hindi) करने के साथ घरेलू नुस्ख़ो (baal jhadne ke gharelu nuskhe in hindi) को आजमाया जाये तो बाल का झड़ना कम कर सकते हैं।
अभी तक हमने बात की कि बाल क्यों झड़ते है लेकिन उनको झड़ने से रोका कैसे जाय, इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए। जैसे-जंक फूड का सेवन न करके फल एवं सब्जियों का अधिक सेवन करें। बाल झड़ने की समस्या से बचने के लिए खान-पान के साथ एक अच्छी जीवन शैली को अपनाना भी जरुरी है।और पढ़ें – बालों का रूखापन कम करने के घरेलू उपाय
तनाव कम कर, उचित आहार लेकर, बाल संवारने की उचित तकनीक अपनाकर और यदि संभव हो तो बालों को झड़ने से रोकने वाली दवाइयों का उपयोग (balo ka ilaj in hindi) कर बालों के झड़ने की समस्या को रोका जा सकता है। दवाइयों की सहायता से वंशानुगत गंजेपन के कुछ मामलों को रोका जा सकता है।
अत्यधिक तनाव के कारण एक प्रदूषित वातावरण में रहने के कारण बाल झड़ते है। रात में जगना, अत्यधिक श्रम करना तथा रासायनिक उत्पादों से युक्त शैम्पू से बालों को धोने के लिए प्रयोग करना ये सब बाल झड़ने में कारक है। इसके लिए प्राणायाम एवं योगासनों को अपनी जीवनशैली में शामिल करें। योगासन एवं प्राणायाम करने से तनाव का स्तर कम होता है तथा बाल झड़ने कम हो जाते है। खाने में मौसमी फल का अधिक से अधिक प्रयोग करना, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, अंकुरित धान्य तथा सूखे मेंवों का सेवन करें। संतुलित आहार लेने से पोषक तत्वों की कमी नहीं आती जो कि बाल झड़ने के मुख्य कारणों में आता है।
स्त्रियों में गर्भावस्था के दौरान अथवा मेनोपॉज के बाद बाल झड़ने की समस्या देखी जाती है इसके लिए भी संतुलित आहार एवं तनावरहित जीवन शैली की आवश्यकता है। जीवनशैली में बदलाव लाने पर बालों का झड़ना कुछ हद तक रोका जा सकता है।
आम तौर पर बाल झड़ने से राहत पाने के लिए घरेलू नुस्ख़ों (baal jhadne ke gharelu nuskhe in hindi) को ही अपनाया जाता है। इनमें वह चीजें होती हैं जो आसानी से घर में मिला जायें या उसको इस्तेमाल करने का तरीका आसान हो। चलिये इनके बारे में विस्तृत से जानते हैं।
अपने सिर में लहसुन का रस, प्याज का रस या अदरक का रस लगाकर मसाज करें। इस प्रक्रिया को सोने से पहले करे तथा सुबह अच्छी तरह से बालों को धो लें। प्याज के रस में सल्फर की मात्रा होती है, ये टिशु में मौजूद कोलाजेन के उत्पादन को बढ़ावा देते है। प्याज बालों का झड़ना रोकने (balo ko jhadne se rokne ke upay) में बहुत काम आता है।
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-कोई भी प्राकृतिक तैल जैसे, ऑलिव ऑयल, नारियल का तेल या कनोला ऑयल लें। इसको हल्का गर्म करके इस तैल से अपने स्कैल्प में रोज मसाज करें। मसाज के बाद सिर पर एक शॉवर कैप पहन लें और इसे करीब एक घंटे बाद शैंपू से धो लें। बालों झड़ने से रोकने के लिए तेल का इलाज (balo ka ilaj in hindi) बहुत ही बहुत तरीका है।
-हर दिन कुछ मिनटों के लिए सिर की मसाज करना चाहिए, इससे सिर में रक्त प्रवाह तेज करने में मदद मिलती है साथ ही केश कूप भी सक्रिय रहते है। सिर का मसाज सही तरीके से करने पर बालों का झड़ना रोक सकते हैं।
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ग्रीन टी को एक कप पानी में मिलाकर अपने सिर में लगा लें और इसे करीब एक घंटे तक छोड़ दें। ग्रीन टी में एन्टीऑक्सिडेंट होता है जो बालों झड़ने से रोकने में मदद करते हैं। ग्रीन टी पीकर नहीं इसका इस्तेमाल करके बालों का झड़ना (balo ko jhadne se rokne ke upay) रोक सकते हैं। बालों को झड़ने से रोकने में ग्रीन टी का इलाज (balo ka ilaj in hindi) बहुत असरदार तरीके से काम करता है।
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पिसा हुआ नमक व काली मिर्च 1-1 चम्मच नारियल का तेल पांच चम्मच मिलाकर गंजेपन वाले स्थान पर लगाने से बाल आ जाते है। माने या न माने बालों का झड़ना रोकने (balo ko jhadne se rokne ke upay) में ये तरीका काम आता है लेकिन इंसान के प्रकृति पर भी निर्भर करता है।
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नीम और बेर के पत्तों को पानी में खूब उबालें। इस पानी को ठण्ड़ा करके इससे सिर के बाल धोयें और बाद में नीम के तेल का प्रयोग करें, इससे बालों का झ़ड़ना बन्द हो जाता है। बालों का झड़ना रोकने में ये घरेलू नुस्ख़ा (baal jhadne ke gharelu nuskhe in hindi) फायदेमंद साबित होता है।
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बालों के झ़ड़ने या टूटने पर सिर में नींबू के रस में दो गुना नारियल का तेल मिलाकर अंगुलियों की अग्रिम पोरों से धीरे-धीरे बालों की मालिश करने से बाल झ़ड़ने बन्द हो जायेंगे। ये घरेलू नुस्ख़ा बालों को झड़ने (baal jhadne ke gharelu nuskhe in hindi) से रोकने में मदद करता है।
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अनार का रस नहीं अनार के पत्ते भी बालों का झड़ना (balo ko jhadne se rokne ke upay) रोक सकते हैं।अनार के पत्तों का रस 1 लीटर तथा पत्तों की लुगदी 100 ग्राम लेकर आधा लीटर सरसों के तेल में मिलाकर पकायें, जब तेल ही बचे तो उसे उतार कर छान लें और शीशी में रख लें, इसका प्रयोग गंजेपन के लिए करने पर बाल उगने लगते हैं, यदि बाल झ़ड़ रहें हों तो उनका झ़ड़ना रुक जाता है। बाल झड़ने के घरेलू नुस्ख़े हर इंसान पर अलग-अलग मात्रा में काम असर करते हैं।
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हरसिंगार के बीज बालों का झड़ना रोकने के घरेलू उपायों में से एक है। हरसिंगार के बीजों को पीसकर लेप तैयार करें इसे नियमित सिर पर लगाये यह बालों के झड़ने और गंजेपन के लिए फायदेमंद नुस्खा है।
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बाल झड़ने से रोकने के लिए क़ड़वे परवल के पत्तों को पीसकर रस निकालें और उसको सिर पर लगाये यह प्रयोग 2-3 माह तक करने से बालों का झ़ड़ना धीरे-धीरे बिल्कुल बन्द हो जाता है और गंजापन भी दूर हो जाता है। गंजापन रोकने का इलाज (balo ka ilaj in hindi) कारगर कितना होगा ये इंसान पर निर्भर करता है।
आम तौर पर बालों का झड़ना आम बीमारी होती है लेकिन जब इसके लक्षण जटिल हो जाये और 50 से 100 बाल गिरने लगे तो डॉक्टर से सलाह ले लेना जरूरी होता है। सही समय पर सही इलाज (balo ka ilaj in hindi) बालों का झड़ना समय पर रोका जा सकता है।
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