सिर में खुजली होना स्वयं में एक बीमारी न होकर कई बीमारियों के लक्षण का रूप होता है। सिर में या स्कैल्प में खुजली होना एक बेहद तकलीफदेह समस्या होती है। यह किसी भी फंगल या एलर्जी प्रतिक्रिया के परिणाम स्वरुप हो सकता है या सिर में जूँ पड़ने ( Lice infestation) के कारण भी खुजली होती है। सिर में रूसी होने का भी खुजली सबसे मुख्य लक्षण है।
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आयुर्वेद में प्रत्येक रोग का कारण वात, पित्त और कफ इन तीनों दोषों के असंतुलन को बताया गया है। खान-पान एवं जीवनशैली में की गई लापरवाही के कारण दोष असामान्य अवस्था में घट या बढ़ जाते है। सिर की खुजली में तीनों दोषों का असंतुलन देखा जाता है परंतु मुख्य रूप से कफ एवं वात के कारण खुजली की समस्या होती है। कफ के कारण चिपचिपापन तथा वात के कारण शुष्कता और खुजली उत्पन्न होती है।
आमतौर पर सिर में खुजली होने का कारण रूसी, किसी केश उत्पाद का रिएक्शन या सिर में जूएँ पड़ना (Lice infestation) होता है। परंतु इसके अलावा कुछ बीमारियों के कारण भी सिर में खुजली होती है जैसे- सोरयासिस(psoriasis) , फंगल इंफेक्शन (Fungal infection), वाइव्स (Hives), एटोपिक डर्माटाइटिस (Atopic dermatitis) आदि या बहुत कम मामलों में स्किन कैंसर (skin cancer) भी हो सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार पित्त और कफ के असंतुलन के कारण तो सिर में खुजली तो होती ही है साथ ही इन कारणों से भी खुजली की परेशानी का सामना करना पड़ता है।
रूसी (Dandruff)- सिर में रूसी होना खुजली होने का सबसे आम कारण है। लगभग हर दूसरे व्यक्ति को कभी न कभी रूसी की समस्या से जूझना पड़ता है। रूसी होने पर सिर में अत्यधिक खुजली होती है, कई बार खुजलाने से रूसी के फ्लेक्स भी निकलने लगते हैं। कई बार किसी हेयर केयर प्रोडक्ट जैसे शैम्पू, हेयर कलर, हेयर डाई आदि के कारण भी सिर में खुजली हो सकती है। केमिकल युक्त उत्पादों से संवेदनशील त्वचा वाले लोगों में इस तरह की समस्या देखी जाती है।
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हाइव्स (Hives)– इसे आम भाषा में पित्त उछलना भी कहते हैं। इसमें त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते पड़ जाते है और खुजली होते है। यह आमतौर पर थोड़ी देर में खुद ही ठीक हो जाते है।
सिर में जूँ पड़ना (Head Lice) – सिर में जूँ पड़ना भी सिर में खुजली का एक प्रमुख कारण है। जूँ सिर में पाया जाने वाला एक तरह का परजीवी (Parasite) है जो सिर में रहकर त्वचा से ही पोषण प्राप्त करता है।
स्कैल्प रिंगवार्म–यह एक तरह का फंगल इंफेक्शन होता है। यह त्वचा पर लाल धब्बों एवं चकत्तों के रुप में होता है और इसमें अत्यधिक खुजली होती है।
स्कैल्प सोरयासिस- सोरायसिस एक स्वप्रतिरक्षित (Autommune) बीमारी है। इसमें शरीर में प्लैक्स के रूप में धब्बे पड़ जाते है। लगभग पचास प्रतिशत मामलों में यह सिर की त्वचा में भी पाया जाता है, यह लालपन लिए सफेद फ्लैक्स के रूप में सिर में होता है। इसमें सिर की त्वचा खुश्क एवं खुजली होती है।
एटोपिक डर्माटैटिस– यह एक प्रकार का एक्जिमा होता है जिसमें खुजली एवं जलन लक्षण के रूप होते है। यह मौसम में परिवर्तन या कुछ लोगों में एलर्जी के परिणामस्वरूप होता है।
सिर में या बालों में खुजली होने के अलावा भी लक्षण होते हैं जो परेशानी का सबब बन जाता है।
-सिर की त्वचा का रूखा होना।
-त्वचा पर जलन होना।
-त्वचा का लाल होना।
-लालिमा के साथ सूजन।
-सिर में सफेद पपड़ी।
-पस से भरे घाव।
सिर में खुजली होना फंगल, या एलर्जिक कारणों से होता या सिर में जूँ होने के कारण होता है। इसके अलावा सोरायसिस जैसी बीमारी में भी खुजली एक लक्षण रूप में पाया जाता है। इसलिए विशेष आहार पालन की निर्देश यहाँ पर नहीं परंतु स्वास्थ्य की दृष्टि से पौष्टिक, सुपाच्य एवं फाइबरयुक्त आहार लेना चाहिए। यदि खुजली के कारण सोरायसिस हो तो डॉक्टर द्वारा निर्देशित आहार का पालन करना चाहिए। यदि जीवनशैली की बात करें तो निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए।
-सिर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
-केमिकल युक्त हेयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इनकी जगह हर्बल उत्पादों का प्रयोग करना चाहिए।
-सिर में प्रयोग होने वाले कंघी, तौलिये आदि को किसी के साथ शेयर न करें।
–सिर में जुएँ होने पर घरेलु या इसके लिए मिलने वाले शैम्पू का प्रयोग करें।
-सोरायसिस या फंगल इंफेक्शन होने पर शीघ्र ही उपचार करें।
आम तौर पर लोग सिर में खुजली होने पर सबसे पहले दादी-नानी के नुस्ख़े आजमाने लगते हैं। हम यहां पतंजली के विशेषज्ञों द्वारा पारित कुछ घरेलू उपायों के बारे में बात करेंगे जिससे सिर की खुजली की परेशानी कुछ हद तक कम हो सकती है-
सिर की त्वचा पर सेब के सिरके का इस्तेमाल करें। इसमें खमीर (Yeast) और वायरस को खत्म करने के गुण होते है। इसके अलावा सेब के सिरके त्वचा के पीएच स्तर को भी संतुलित रखता है, तथा खुजली और खुश्की से छुटकारा पाने में मदद करता है।
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सिर पर नारियल का तेल लगाएं। यह सिर को मॉश्चराइज करता है तथा खुजली को दूर करने में मदद करता है।
नींबू के रस में एन्टीसेप्टिक गुण होते है। इसको सिर पर लगाने से रूसी एवं सिर की खुजली से राहत मिलती है।
-15 ग्रा. काली मिर्च का चूर्ण, 40 मि.ली. नींबू का रस, 30 मि.ली. कच्चा दूध इन सबको मिलाकर नहाने से आधा घण्टा पहले बालों में लगाने से बालों में रूसी नहीं रहती और खुजली भी मिट जाती है।
-नींबू का रस 20 मि.ली. और 50 मि.ली. नारियल का तेल हर रात सिर में लगाएँ और सुबह किसी भी साधारण शैम्पू से बाल धोने से सिर की त्वचा मुलायम और खुजली कम हो जाती है।
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सिर की मालिश के लिए तिल के तेल का इस्तेमाल करें यह खुजली और रूखेपन से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। तिल के तेल को गर्म करके रात में सोने से पहले दस मिनट तक सिर की मालिश करें और सुबह उठकर शैम्पू से सिर धोएँ।
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टी ट्री ऑयल में प्राकृतिक रूप से एंटीफंगल और एंटी बैक्टिरीयल गुण होते है, जो रूसी और सिर की त्वचा में खुजली जैसी परेशानी से मुक्ति दिलाते है। साथ ही इसके इस्तेमाल से सिर की त्वचा पर पड़ने वाले फ्लेक्स और रूखेपन से निजात मिलती है। इसके लिए फ्लेक्स और रूखेपन से निजात मिलती है। इसके लिए टी ट्री ऑयल की 10 से 20 बूंदों को किसी बेबी शैम्पू में मिलाकर बालों में लगा लें और पाँच मिनट बाद बालों को धो लें। हर एक दिन छोड़कर इसका प्रयोग करें।
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दही से सिर की त्वचा की मालिश करने से खुजली दूर होती है साथ ही बालों में भी चमक आती है। सप्ताह में तीन-चार बार ऐसा करें।
प्याज का रस निकाल कर कॉटन की सहायता से सिर की त्वचा पर लगाएँ और 20 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद अच्छी प्रकार से बालों को धो लें।
एक चम्मच अरंडी का तेल, एक चम्मच नारियल और एक चम्मच सरसों का तेल मिलाकर सिर की मालिश करें। इस तेल को रात भर अपने बालों में लगा रहने दें और सुबह बालों को धो लें।
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जैतून का तेल गुनगुना करके इसमें शहद की कुछ बूंदे डालें और सिर की दस मिनट तक मसाज करें। अब 20 मिनट रखने के बाद सिर को शैम्पू से धो लें।
एक पका केला लेकर शहद मिलाकर अच्छी प्रकार मिला लें और इसमें प्याज का रस मिक्स करें फिर इसे बालों की जड़ों में लगा कर 20 मिनट तक छोड़ दें और शैम्पू कर लें।
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नीम की 1 पाव पत्तियाँ, ग़ुड़हल की 1 पाव पत्तियाँ मिला कर पानी में पका लें। रोज इस पानी के साथ सिर धोने से बाल स्वस्थ और चमकदार रहते हैं तथा सिर की खुजली मिट जाती है।
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सिर में होने वाली खुजली कई बार सिर्फ रूसी या साफ सफाई की कमी के कारण होती परंतु कई बार यह एलर्जिक या फंगल कारण से भी होती है जिसके लिए तुरंत उपचार की आवश्यकता होती है। इसके अलावा सोरायसिस होने पर भी उपचार की आवश्यकता होती है। अत: सिर में खुजली होने पर कारण को जानकर तुरंत घरेलु उपाय अपनाने चाहिए और आराम न मिलने पर तुरंत ही डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।
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