क्या आपको पेशाब करते समय जलन और दर्द होता है? पेशाब में खून भी आता है? पेशाब में मवाद आता है? बार-बार पेशाब करने का मन करता है, और जब करते हैं तो पूरा पेशाब नहीं निकलता? यह पेशाब में संक्रमण के लक्षण हैं। छोटे बच्चों में बुखार के साथ उल्टी एवं भूख ना लगना भी मूत्र मार्ग में संक्रमण के लक्षण होते हैं। यूरिन में इंफेक्शन के दौरान कई लोगों को मिलती भी आती है। अगर आप ऐसी परेशानी से ग्रस्त हैं तो इसका उपाय घर (Home Remedies for Urine Infection) पर ही कर सकते हैं।
मूत्र का संक्रमण पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक देखा जाता है। प्रत्येक महिला को जीवन में कभी ना कभी यूरिन इंफेक्शन की समस्या होती है। कई महिलाओं को यह बीमारी अनेक बार भी हो सकती है। इसलिए आइए जानते हैं कि आप पेशाब में संक्रमण के लिए कौन-कौन से घरेलू उपाय कर सकते हैं।
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मूत्र का संक्रमण बैक्टेरियाजनित संक्रमण होता है। यह संक्रमण मूत्र-पथ (पेशाब करने के रास्ते) के एक हिस्से को संक्रमित करता है। जब यह निचले हिस्से को प्रभावित करता है, तब इसे सामान्य मूत्र संक्रमण या मूत्राशय में होने वाली सूजन कहा जाता है। जब यह ऊपरी मूत्र-पथ को प्रभावित करता है, तो इसे गुर्दे का संक्रमण कहा जाता है।
गर्भवती महिलाओं में भी मूत्र संक्रमण होने का खतरा बना रहता है। इसके लिए प्रसव से पहले ही उनके मूत्र की जाँच कराई जाती है। बैक्टीरिया मूत्र-पथ को दो प्रकार से संक्रमित करते हैं। रक्त से गुर्दों में जाकर मूत्र-पथ को संक्रमित करते हैं, या फिर मूत्र-मार्ग के द्वारा घुसकर मूत्र-पथ को संक्रमित करते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, गंदे शौचालयों और शौचालयों की कमी के कारण भारत में लगभग 50 फीसदी महिलाएँ यू.टी.आई. से पीड़ित होती हैं।
आप मूत्र पथ में संक्रमण की पहचान इन लक्षणों से कर सकते हैंः-
मूत्र में संक्रमण की समस्या के ये कारण हो सकते हैंः-
आप पेशाब में संक्रमण का घरेलू इलाज इन उपाय से कर सकते हैंः-
5-7 इलायची के दानों को पीस लें। इसमें आधा चम्मच सोंठ पाउडर मिलाएँ। इसमें अनार का रस और सेंधा नमक मिलाएँ। इसे गुनगुने पानी में मिलाकर पिएँ।
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नारियल पानी पिएँ। इससे मूत्रत्याग के समय होने वाली जलन से राहत मिलती है। यह पेट को भी ठंडा करने का काम करता है। इससे राहत मिलती है।
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साइट्रस फलों का अधिक सेवन करें। आप संतरे, मौसमी आदि का सेवन कर सकते हैंै। इनसे शरीर में मौजूद बैक्टेरिया खत्म हो जाते हैं।
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आधा गिलास चावल के पानी में चीनी मिलाकर पिएँ। इससे मूत्र त्यागने के समय होने वाली जलन से राहत मिलती है।
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बादाम की 5-7 गिरी, छोटी इलायची और मिश्री को पीस लें। इसे पानी में डालकर पिएँ। इससे दर्द एवं जलन में राहत मिलती है।
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एक चम्मच आँवले के चूर्ण में दो से तीन इलायची के दानें पीसकर मिलाएँ। इसे पानी के साथ सेवन करें। यह लाभ पहुंचाता है।
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रात में एक मुट्ठी गेहूँ को पानी में मिलाएँ, और सुबह पानी को छानकर मिश्री मिलाकर खाएँ। यह लाभ पहुंचाता है।
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आधा चम्मच चन्दन पाउडर को एक चम्मच पानी में मिलाकर पी लें। बेहतर उपाय करने के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें।
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अदरक और काले तिल को मिलाकर बारीक पीस लें। इसमें एक चौथाई हल्दी पाउडर और थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। इसे दिन में 2-3 बार चाट लें।
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क्रेनबैरी जूस का सेवन करें। इससे दर्द और जलन में राहत मिलती है। यह उपाय भी लाभ देता है।
दो चम्मच सेब का सिरका और एक चम्मच शहद को एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर पिएँ। यह पेशाब के रास्ते में संक्रमण होने पर लाभ पहुंचाता है।
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अनानास फल या जूस का सेवन करें। यह बैक्टेरिया खत्म करने में मदद करता है। इससे मूत्र पथ के संक्रमण से राहत मिलती है।
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मूत्र संक्रमण में छाछ एवं दही का सेवन बहुत लाभदायक है। यह शरीर में मौजूद बैक्टेरिया को बाहर निकालते हैं।
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पेशाब के रास्ते में संक्रमण के दौरान आपका खान-पान ऐसा होना चाहिएः-
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पेशाब के रास्ते में संक्रमण के दौरान आपकी जीवनशैली ऐसी होना चाहिएः-
पेशाब में संक्रमण होने पर आसान उपाय क्या करना चाहिए?
पेशाब में संक्रमण होने से मूत्राशय में बैक्टेरिया जमा हो जाते हैं, इसलिए ज्यादा पानी पीना चाहिए। इससे ज्यादा मूत्र बनता है। इससे बैक्टेरिया यूरीन के साथ-साथ बाहर निकल जाता है। इससे पेशाब में होने वाली जलन में भी आराम मिलता है।
पेशाब के रास्ते में संक्रमण होने पर डॉक्टर से कब सम्पर्क करना चाहिए?
यदि मूत्र पथ में संक्रमण बहुत दिनों तक बना रहे तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है। इसके कारण Pyelonephritis या Kidney infection (गुर्दे का संक्रमण) भी हो सकता है। इससे किडनी फैल्योर (Renal Failure) की स्थिति भी आ सकती है। इसलिए घरेलू उपचार करने से यदि लाभ नहीं मिलता है, और जलन और दर्द जैसे लक्षण लगातार बने रहें तो तुरन्त ही डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।
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