अश्वगंधा का पौधा कई तरह के औषधीय गुणों से भरपूर होता है. इसका इस्तेमाल मुख्य तौर पर इम्यूनिटी और यौन क्षमता बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है. आयुर्वेद के अलावा मॉडर्न साइंस में भी अश्वगंधा के फायदों के बारे में कई रिसर्च उपलब्ध है. अगर आप अश्वगंधा के फायदों को देखते हुए इसका सेवन करना चाहते हैं तो पतंजलि अश्वगंधा चूर्ण (Patanjali Ashwagandha Powder) सबसे बेहतर विकल्प है. इस लेख में हम पतंजलि अश्वगंधा पाउडर के फायदे, नुकसान, कीमत और सेवन के तरीकों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं.
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पतंजलि अश्वगंधा चूर्ण, पतंजलि आयुर्वेद द्वारा एक निर्मित एक आयुर्वेदिक दवा है. अश्वगंधा के पौधे की जड़ों से अश्वगंधा का चूर्ण बनाया जाता है. आमतौर पर आयुर्वेदिक चिकित्सक कमजोर इम्यूनिटी और यौन रोगों से जूझ रहे लोगों को पतंजलि अश्वगंधा पाउडर के सेवन की सलाह देते हैं. इसके अलावा भी यह कई लाइलाज बीमारियों के इलाज में दी जाती है.
पतंजलि अश्वगंधा चूर्ण के पैकेट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, इस आयुर्वेदिक प्रोडक्ट में सिर्फ़ अश्वगंधा का उपयोग किया गया है.
अधिकांश लोग अश्वगंधा का उपयोग यौन क्षमता बढ़ाने वाले सप्लीमेंट के रूप में करते हैं. जबकि अश्वगंधा पाउडर के फायदे सिर्फ़ इतने तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि यह तनाव दूर करने में भी काफी प्रभावी है. आइए पतंजलि अश्वगंधा पाउडर के फायदों के बारे में और जानते हैं.
अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर हैं या आप बहुत जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं तो आपको अश्वगंधा पाउडर का सेवन करना चाहिए. पतंजलि आयुर्वेद के आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, नियमित तौर पर पतंजलि अश्वगंधा पाउडर का सेवन करने से शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है और आप कम बीमार पड़ते हैं. यह प्रोडक्ट इम्यूनिटी बूस्टर सप्लीमेंट कि तरह असर करता है.
बदलती लाइफस्टाइल, ऑफिस के कामकाज के बोझ या पारिवारिक कारणों की वजह से आज के समय में अधिकांश लोग एंग्जायटी और डिप्रेशन के मरीज हो जाते हैं. पतंजलि अश्वगंधा पाउडर इससे निजात दिलाने में काफी कारगर है. अश्वगंधा में दिमाग को आराम पहुँचाने वाले गुण होते हैं. अगर आप स्ट्रेस या डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं से पीड़ित हैं तो अश्वगंधा पाउडर का सेवन करें.
अंग्रेजी दवाओं के साइड इफेक्ट या खराब लाइफस्टाइल की वजह से आज के समय में कई लोग इरेक्टाइल डिसफंक्शन या यौन क्षमता में कमजोरी जैसे यौन रोगों से पीड़ित हो जाते हैं. आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार, अश्वगंधा का नियमित सेवन करने से सेक्स के दौरान महसूस होने वाली कमजोरी दूर होती है साथ ही इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी बीमारियों से भी बचाव होता है. अगर आप अपनी स्टेमिना में कमी महसूस करते हैं तो चिकित्सक से सलाह लेकर पतंजलि अश्वगंधा पाउडर का सेवन शुरू कर दें. कुछ ही हफ़्तों में आपको असर दिखने लगेगा और स्टेमिना बढ़ जाएगी.
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खांसी या कफ से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में अश्वगंधा चूर्ण बहुत प्रभावी है. विशेषज्ञों की मानें तो पतंजलि अश्वगंधा पाउडर के नियमित सेवन से कई हफ़्तों से चल रही खांसी भी ठीक हो सकती है. हालांकि खांसी के इलाज में कितनी मात्रा में पतंजलि अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करना चाहिए, इस बारे में आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें.
बढ़ती उम्र में अर्थराइटिस की समस्या होना आम बात है. इसकी वजह से जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या होने लगती है. सर्दियों में आर्थराइटिस के मरीजों की दिक्कतें और बढ़ जाती हैं. अगर आप नियमित रूप से पतंजलि अस्थमा पाउडर का सेवन करें तो घुटनों में दर्द और सूजन कम होने लगता है.
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पार्किंसन शरीर के नर्वस सिस्टम से जुड़ा एक रोग है. जिसकी वजह से शारीरिक गतिविधियां प्रभावित होने लगती हैं. आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का कहना है कि अश्वगंधा में ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो पार्किन्सन बीमारी की संभावना को घटाते हैं. अगर आपको इस बीमारी के लक्षण दिखें तो चिकित्सक की सलाह लेकर पतंजलि अश्वगंधा चूर्ण का सेवन शुरू कर दें.
आज के समय में अधिकांश लोगों को तनाव और डिप्रेशन की वजह से रात भर नींद नहीं आती है. अनिद्रा की वजह से पाचन और मस्तिष्क से जुड़ी कई समस्याएं भी होने लगती हैं. अश्वगंधा पाउडर के सेवन से स्ट्रेस और डिप्रेशन से छुटकारा मिलता है साथ ही यह इसे खाने से नींद भी अच्छी आती है. इसलिए अगर आप अनिद्रा से परेशान हैं तो पतंजलि अश्वगंधा पाउडर का सेवन नियमित करें.
अगर आप किसी बीमारी के घरेलू इलाज के रूप में पतंजलि अश्वगंधा पाउडर या चूर्ण का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेने के बाद करें. आमतौर पर रोजाना आधा से एक चम्मच पतंजलि अश्वगंधा पाउडर का सेवन कर सकते हैं.
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, सीमित मात्रा में पतंजलि अश्वगंधा पाउडर का सेवन करने से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. अगर आप जरूरत से अधिक मात्रा में इसका सेवन करेंगे तो आपको कुछ साइड इफेक्ट देखने को मिल सकते हैं.
नोट : छोटे बच्चों के लिए पतंजलि अश्वगंधा पाउडर का इस्तेमाल ना करें.
पतंजलि आयुर्वेद की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, पतंजलि अश्वगंधा पाउडर के 100 ग्राम पैक की कीमत 85 रुपए है. समय के साथ प्रोडक्ट की कीमत और पैक साइज़ में बदलाव हो सकते हैं. पतंजलि अश्वगंधा पाउडर को Tata 1mg से ऑनलाइन आर्डर करने के लिए यहाँ क्लिक करें.
अश्वगंधा चूर्ण को दूध के साथ लेने का निर्देश कई आयुर्वेदिक चिकित्सक देते है विशेष रूप से शरीर की कमजोरी या दुर्बलता को कम करने के लिए अश्वगंधा चूर्ण को दूध (Patanjali Ashwagandha Churna with Milk) के साथ लेना चाहिए.
अश्वगंधा के पौधे की जड़ से अश्वगंधा चूर्ण बनता है। यह एक पूर्णतः आयुर्वेदिक औषधि है। आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अनुभव के आधार पर ये 7 से 10 दिन तक का असर आने में लगता है। यह कोई प्रामाणिक अवधि नहीं है।
पतंजलि अश्वगंधा पाउडर (patanjali ashwagandha churna) का सेवन आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेने के बाद करें। आमतौर पर इस पाउडर को आधा से एक चम्मच तक ले सकते हैं और इसे दूध, शहद या पानी के साथ चिकित्सक की सलाह अनुसार लेना चाहिए.
पतंजलि अश्वगंधा पाउडर को आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार दिन में एक से दो बार लिया जा सकता है.
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