डायबिटीज की बात की जाए तो भारत में इस बीमारी के मरीजों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है. सिर्फ़ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लाखों लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. शरीर में प्राकृतिक रूप से इंसुलिन के उत्पादन में कमी के अलावा डाइट में अनियमितता और जेनेटिक कारणों की वजह से अधिकांश लोग डायबिटीज के मरीज हो जाते हैं. आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों के लिए पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर बहुत उपयोगी है. यह डायबिटीज के लक्षणों में कमी लाती है और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करती है. इस लेख में हम आपको पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर के फायदे, नुकसान और उपयोग के तरीकों के बारे में बता रहे हैं.
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यह पतंजलि आयुर्वेद द्वारा निर्मित डायबिटीज के लिए एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका इस्तेमाल मुख्य रूप से डायबिटीज मेलिटस के इलाज में किया जाता है.
पतंजलि आयुर्वेद की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर में निम्न सामग्रियां मौजूद हैं.
पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी डायबिटीज के इलाज में तो प्रभावी है ही साथ ही यह डायबिटीज से होने वाली अन्य समस्याओं के इलाज में भी उतनी ही कारगर है. ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के अलावा यह संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करती है. आइए इसके फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं.
अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो यह आयुर्वेदिक दवा आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है. आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, मधुनाशिनी वटी में मौजूद प्राकृतिक जड़ी-बूटियां ब्लड शुगर कंट्रोल को कंट्रोल में रखती हैं और डायबिटीज से अन्य अंगों को होने वाले नुकसान से बचाती हैं. यह दवा खासतौर पर डायबिटीज मेलिटस के लक्षणों में कमी लाती है.
इस दवा में मौजूद जड़ी-बूटियां शरीर को अंदर से मजबूत बनाती हैं और शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाती हैं. अक्सर देखा गया है कि डायबिटीज की वजह से मरीज का शरीर अंदर से बेहद कमजोर हो जाता है जिससे कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में अगर आप मधुनाशिनी वटी का सेवन करें तो इन खतरों से बचा जा सकता है.
आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, मशुनाशिनी वटी का नियमित सेवन करने पर दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ती है और दिमाग तेज होता है. इसके सेवन से दिमाग की सोचने समझने की क्षमता और बेहतर होती है.
डायबिटीज के मरीज कोई भी मेहनत वाला काम करने पर जल्दी थक जाते हैं. आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, अगर डायबिटीज के मरीज मधुनाशिनी वटी का सेवन करें तो इससे उनकी थकान दूर होती है और पहले की तुलना में वे खुद को अधिक उर्जावान महसूस करते हैं.
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आमतौर पर प्रतिदिन एक से दो टैबलेट पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी का सेवन किया जाता है. अगर आप डायबिटीज के लिए अन्य दवाएं पहले से ले रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेने के बाद ही इसका सेवन करें.
चिकित्सक द्वारा बताई गई खुराक के अनुसार, मधुनाशिनी वटी का सेवन करने पर इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. किसी भी अवस्था में बताई गई खुराक से अधिक मात्रा में इस दवा का सेवन ना करें.
पतंजलि आयुर्वेद की अधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर के १२५ टैबलेट वाले पैक की कीमत 225 रुपए है. समय के साथ पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी की कीमत और पैक साइज़ में बदलाव हो सकता है. अगर आप Tata 1mg से इसे ऑनलाइन ऑर्डर करना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें.
पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी, एक से दो टैबलेट खाने से पहले दिन में दो बार ले सकते है. बेहतर ये रहेगा की इसको चिकित्सक के परामर्श अनुसार ही लें.
पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी के किडनी पर प्रभाव संबधी किसी प्रकार की कोई जानकारी पतंजलि के वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है. इसके किडनी पर प्रभाव को जानने के लिए आयुर्वेद चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं.
पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी को पतंजलि की वेबसाइट के अनुसार मधुमेह को नियंत्रित करने की औषधि बताया गया है। साथ ही इसके सभी घटक शुगर की मात्रा को ब्लड में नियंत्रित करने में मदद करते है इसलिए इसका उपयोग मधुमेह के लिए अच्छा है.
पतंजलि आयुर्वेद के अनुसार, पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी को सभी प्रकार में मधुमेह रोगी ले सकते हैं. इसके उपयोग से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करें.
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