2 डेप 30mg टैबलेट का उपयोग डिप्रेशन , एंग्जायटी डिसऑर्डर , डायबिटिक नर्व पेन , फाइब्रोमायल्जिया (ऐसी स्थिति जिसमें शरीर में छूने पर हल्का दर्द होता है), न्यूरोपैथिक दर्द, और मूत्र पर नियंत्रण ना होना के इलाज में किया जाता है.
2 डेप 30mg टैबलेट मस्तिष्क में केमिकल मैसेंजर (सेरोटोनिन और नॉर-एड्रीनलीन) के स्तर को बढ़ाकर काम करता है जो मस्तिष्क को शांत करते हैं तथा तंत्रिकाओं को आराम देते हैं, इस प्रकार से आपकी बीमारी का इलाज करते हैं. इसे खाने के साथ या बिना खाए लिया जा सकता है.. ब्लड में दवा के समान स्तर को बनाए रखने के लिए इसे प्रतिदिन एक निश्चित समय पर लेने की सलाह दी जाती है. अगर आप किसी भी खुराक को लेना भूल गए हैं, तो जैसे ही आपको याद आए, उसे ले लें.. बेहतर महसूस होने के बावजूद भी दवा की कोई खुराक ना छोड़ें और इलाज का कोर्स पूरा खत्म करें. इस दवा का सेवन अचानक बंद नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इससे आपके लक्षण और अधिक खराब हो सकते हैं.
Some common side effects of this medicine include nausea, headache, decreased libido, abnormal dreams, blurred vision, and dry mouth.. इससे चक्कर और नींद आ सकती है, इसलिए जब तक आपको पता न हो कि यह दवा आपको कैसे प्रभावित करती है तब तक ड्राइव या ऐसा कोई काम न करें जिसमें एकाग्रता की जरूरत होती है. हालांकि, ये साइड इफेक्ट अस्थायी होते हैं और आमतौर पर कुछ समय में अपने आप ठीक हो जाते हैं.. अगर ये कम नहीं होते हैं या आपको परेशान करते हैं, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
यदि आपको किडनी, हृदय, लिवर की कोई समस्या है या दौरे (एपिलेप्सी या फिट) का इतिहास है, तो 2 डेप 30mg टैबलेट लेने से पहले अपने डॉक्टर को सूचित करें. अगर आपके मूड या व्यवहार में कोई असामान्य बदलाव होता है, आपमें नए या बिगड़ते जा रहे अवसाद, या आत्मघाती विचार आने के लक्षण दिखें तो अपने डॉक्टर को बताएं.
डायबिटीज़ के रोगियों में ब्लड शुगर (ग्लूकोज़) के हाई लेवल नसों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और इससे दर्द का अनुभव हो सकता है. 2 डेप 30mg टैबलेट मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर नामक रसायनों को प्रभावित करके इस क्षति को कम करने में मदद करता है. दर्द से राहत देकर, यह आपकी जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद करता है.
डिप्रेशन के इलाज में
2 डेप 30mg टैबलेट से मस्तिष्क में कुछ रसायनों का स्तर बढ़ जाता है जिससे हमारा मूड और व्यवहार बेहतर हो जाता है. यह सेहत अच्छी रखता है, चिंता से राहत देता है, तनाव कम करता है, आपको बेहतर नींद में मदद करता है, और आपकी ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है. यह एक असरदार एंटीडिप्रेसेंट है लेकिन यह सुस्ती का कारण बन सकती है. आपको इसे नियमित रूप से लेना होगा क्योंकि इसके सबसे अधिक असरदार होने के लिए डॉक्टर की पर्ची में यह सलाह दी जाती है और भले ही आपको बेहतर ही महसूस होने लगा हो पर इसे अचानक से लेना बंद नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे आपकी स्थिति और भी खराब हो सकती है.
एंग्जायटी डिसऑर्डर के इलाज में
2 डेप 30mg टैबलेट आपके मस्तिष्क में चिंता के लिए उत्तरदायी केमिकल्स के स्त्रवण को रोकता है और इस प्रकार से यह बहुत अधिक एंग्जायटी तथा चिंता के लक्षणों को कम कर सकता है. यह एंग्जायटी डिसऑर्डर के साथ पैदा होने वाली बेचैनी, थकान, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, चिड़चिड़ापन और नींद की समस्याओं को भी कम करता है. इसलिए, इस दवा से आपको अपने रोजमर्रा के कामों को आसानी से करने में मदद मिलेगी. अगर आप अच्छा महसूस कर रहे हैं, तो भी इस दवा का सेवन करते रहें. अचानक बंद करने से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
न्यूरोपैथिक दर्द के इलाज में
2 डेप 30mg टैबलेट का इस्तेमाल मधुमेह, शिंगल्स या स्पाइनल कॉर्ड की चोट के कारण तंत्रिका में हुए नुकसान के कारण लंबे समय तक चलने वाले (क्रोनिक) दर्द का इलाज करने के लिए किया जाता है. यह दर्द संकेतों में हस्तक्षेप करता है जो क्षतिग्रस्त नसों और मस्तिष्क के माध्यम से गुजरते हैं. इस दवा के नियमित इस्तेमाल से आपकी शारीरिक और सामाजिक कार्यक्षमता और जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है. इसे काम करने में कुछ सप्ताह लगते हैं इसलिए आपको इसे नियमित रूप से इसे लेना होगा भले ही आपको लगे कि इससे कोई फायदा नहीं हो रहा है.
फाइब्रोमायल्जिया के इलाज में
2 डेप 30mg टैबलेट का इस्तेमाल फाइब्रोमायल्जियाकी परेशानी वाले लोगों में दर्द का इलाज करने के लिए भी किया जा सकता है. यह दर्द और दर्द के कारण होने वाले मूड में बदलावों, नींद की समस्याओं और थकान को भी कम करता है. यह मस्तिष्क के माध्यम से गुजरने वाले दर्द संकेतों में हस्तक्षेप करता है. इस दवा के नियमित सेवन से आपके समग्र जीवन पर बेहतर प्रभाव पड़ेगा. जब तक आपके डॉक्टर इसे बंद करने की सलाह नहीं देते, तब तक दवा लेते रहें.
मूत्र पर नियंत्रण ना होना के इलाज में
मूत्र पर नियंत्रण ना होना अनैच्छिक रूप से मूत्र निकास को संदर्भित करता है. यह मन और विचारों की अशांत स्थिति के कारण हो सकता है. 2 डेप 30mg टैबलेट मस्तिष्क में उन नसों की गतिविधियों को बढ़ाने में मदद करता है जो मूत्र करने के लिए हमारे मूत्राशय में मांसपेशियों को नियंत्रित करती हैं. यह अच्छे से मूत्राशय नियंत्रित करने में मदद करता है.
2 डेप टैबलेट के साइड इफेक्ट
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें
2 डीईपी के सामान्य साइड इफेक्ट
मिचली आना
सिरदर्द
ड्राइनेस इन माउथ
नींद आना
चक्कर आना
धुंधली नज़र
सेक्स की इच्छा में कमी
असामान्य सपने
2 डेप टैबलेट का इस्तेमाल कैसे करें
इस दवा की खुराक और अनुपान की अवधि के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें. इसे साबुत निगल लें. इसे चबाएं, कुचलें या तोड़ें नहीं. 2 डेप 30mg टैबलेट को खाने के साथ या भूखे पेट भी ले सकते हैं, लेकिन बेहतर यह होगा कि इसे एक तय समय पर लिया जाए.
2 डेप टैबलेट किस प्रकार काम करता है
2 डेप 30mg टैबलेट केमिकल मैसेंजर (सेरोटोनिन और नोरएड्रीनलीन) के स्तरों को बढ़ाकर काम करता है, ये मस्तिष्क में पाए जाने वाले प्राकृतिक पदार्थ हैं जो मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं और मस्तिष्क में दर्द के संकेतों का आवागमन रोकते हैं.
सुरक्षा संबंधी सलाह
अल्कोहल
असुरक्षित
2 डेप 30mg टैबलेट के साथ शराब पीना सुरक्षित नहीं है.
गर्भावस्था
डॉक्टर की सलाह लें
गर्भावस्था के दौरान 2 डेप 30mg टैबलेट का इस्तेमाल करना असुरक्षित हो सकता है.. हालांकि, इंसानों से जुड़े शोध सीमित हैं लेकिन जानवरों पर किए शोधों से पता चलता है कि ये विकसित हो रहे शिशु पर हानिकारक प्रभाव डालता है. आपके डॉक्टर पहले इससे होने वाले लाभ और संभावित जोखिमों की तुलना करेंगें और उसके बाद ही इसे लेने की सलाह देंगें. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
स्तनपान
डॉक्टर की सलाह लें
2 डेप 30mg टैबलेट स्तनपान के दौरान इस्तेमाल के लिए संभवतः असुरक्षित है. मानवो पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि यह दवा मां के दूध में मिश्रित हो सकती है और बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है.
ड्राइविंग
असुरक्षित
2 डेप 30mg टैबलेट के इस्तेमाल से सजगता में कमी आ सकती है, आपकी दृष्टि प्रभावित हो सकती है या आपको नींद और चक्कर आने की शिकायत हो सकती है.. इन लक्षणों के महसूस होने पर वाहन न चलाएं.
किडनी
सावधान
किडनी की गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों में 2 डेप 30mg टैबलेट का इस्तेमाल सावधानी के साथ किया जाना चाहिए. 2 डेप 30mg टैबलेट की खुराक में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
लिवर
असुरक्षित
लिवर की बीमारी वाले मरीजों में 2 डेप 30mg टैबलेट का इस्तेमाल करना संभवतः असुरक्षित है और उन्हें इससे बचना चाहिए. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
अगर आप 2 डेप टैबलेट लेना भूल जाएं तो?
अगर आप 2 डेप 30mg टैबलेट निर्धारित समय पर लेना भूल गए हैं तो जितनी जल्दी हो सके इसे ले लें. हालांकि, अगर अगली खुराक का समय हो गया है तो छूटी हुई खुराक को छोड़ दें और नियमित समय पर अगली खुराक लें. खुराक को डबल न करें.
सभी विकल्प
यह जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है. कृपया कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.
Anxiety is the result of a hyperarousal state of nervous system due to a low threshold for threat perception. In simpler words, it's an ongoing flight or fight response. It can elicit a neuro-hormonal response understood as Flight or Fright reaction kicking in physiological cascade of symptoms ranging from palpitations, tachycardia, breathlessness, increased bowel movement, increase frequency of urination, dizziness, muscle tension or pain, trembling, dizziness, blurring of vision to restlessness, confusion and fainting spells. Chronic stress causes prolonged anxiety response with the consequences of slowed me ration, lack of concentration, headaches, fluctuations in blood pressure and increased wear and tear of body tissues. Identifying your stressors, learning to deal with them, de stressing regularly by doing something that makes one feel good, yoga and meditation are some non pharmacological strategies to deal with it. If the condition is persisting for a long time, it's better to see a psychiatrist.
Anxiety is the result of a hyperarousal state of nervous system due to a low threshold for threat perception. In simpler words, it's an ongoing flight or fight response. It can elicit a neuro-hormonal response understood as Flight or Fright reaction kicking in physiological cascade of symptoms ranging from palpitations, tachycardia, breathlessness, increased bowel movement, increase frequency of urination, dizziness, muscle tension or pain, trembling, dizziness, blurring of vision to restlessness, confusion and fainting spells. Chronic stress causes prolonged anxiety response with the consequences of slowed cognition , lack of concentration, headaches, fluctuations in blood pressure, irritable bowel syndrome with persistent Bowel movement issues and increased wear and tear of body tissues. The interest in routine activities like eating, socialising with friends and family and sex goes down. Identifying your stressors, learning to deal with them, de stressing regularly by doing something that makes one feel good, yoga and meditation are some non pharmacological strategies to deal with it. If the condition is persisting for a long time, it's better to see a psychiatrist.
Depression is a persistent state of sadness that is the result of interaction between one's inner biological and psychological state and gets triggered of with environmental stressors. Endogenous depression occurs without any noticeable environmental stressors.Anxiety is the result of a hyperarousal state of nervous system due to a low threshold for threat perception. In simpler words, it's an ongoing flight or fight response. It can elicit a neuro-hormonal response understood as Flight or Fright reaction kicking in physiological cascade of symptoms ranging from palpitations, tachycardia, breathlessness, increased bowel movement, increase frequency of urination, dizziness, muscle tension or pain, trembling, dizziness, blurring of vision to restlessness, confusion and fainting spells Identifying your stressors, learning to deal with them, de stressing regularly by doing something that makes one feel good, yoga and meditation are some non pharmacological strategies to deal with it. If the condition is persisting for a long time, it's better to see a psychiatrist.
Fibromyalgia pain and stress and constipation Please suggest medicine for pain
Dr. Shallu Garg
Pain and Stress Management
Ashwagandharizhtam 15-15 ml twice a day with equal quantity of water Triphla ghrit half tsp twice a day with warm milk Abhyarishtam 15-15 ml twice a day with equal quantity of water
Chest pain can occur due to anxiety and stress. Following link can clarify the symptomatology- http://drjyotikapoor.com/2015/01/26/stress-its-effects-on-our-body-and-mind/
प्र. 2 डेप 30mg टैबलेट का असर दिखने में कितना समय लगता है?
डिप्रेशन और एंग्जायटी वाले लोगों में, 2 डेप 30mg टैबलेट प्रायः इलाज शुरू करने के दो सप्ताह के भीतर काम करना शुरू करता है. हालांकि, आप बेहतर महसूस करने के लिए 2-4 सप्ताह का समय ले सकते हैं. अगर आप इस समय के बाद कोई सुधार नहीं देखते हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें. डायबिटीज न्यूरोपैथिक दर्द से पीड़ित लोगों को बेहतर महसूस होने में कुछ हफ्तों का समय लग सकता है. अगर आप 2 महीने बाद बेहतर महसूस नहीं करते हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
क्यू. अगर मैं बेहतर महसूस करना शुरू करता हूं, तो क्या मैं 2 डेप 30mg टैबलेट लेना बंद कर सकता/सकती हूं?
नहीं, आपको 2 डेप 30mg टैबलेट को अचानक और अपने डॉक्टर से सलाह लिए बिना बंद नहीं करना चाहिए. डिप्रेशन और एंग्जायटी के मामले में, यदि आपको 6 महीने या उससे अधिक समय से थोड़ा बेहतर महसूस हो रहा है, तो आपका डॉक्टर धीरे-धीरे आपकी खुराक कम कर सकता है. In case of pain and incontinence, if you are feeling better, continue taking it for the long term. आपका डॉक्टर दवा के प्रति कुछ महीनों पर आपकी प्रतिक्रिया की निगरानी करेगा.
प्र. क्या 2 डेप 30mg टैबलेट अत्यधिक व्यसनकारी है?
नहीं, 2 डेप 30mg टैबलेट एडिक्टिव (व्यसनीय) नहीं है. इसका मतलब यह है कि यह आपको शारीरिक या मनोवैज्ञानिक रूप से इस पर निर्भर नहीं करता है.
प्र. अगर मैं अचानक 2 डेप 30mg टैबलेट लेना बंद कर दूँ तो क्या परिणाम होगा?
अगर आप अचानक 2 डेप 30mg टैबलेट लेना बंद कर देते हैं तो आपको चक्कर आने, थकान, गुस्सा, बैचेनी, चिंता और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है. You may also experience sleep disturbances (vivid dreams, nightmares, inability to sleep), मिचली आना , vomiting, shaking, muscle pain, diarrhea, a piercing sensation (pins and needles) especially in the head, and excessive sweating or vertigo. 2 डेप 30mg टैबलेट लेना बंद करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें. डॉक्टर धीरे-धीरे खुराक को कम करेगा.
क्यू. मैं वारफेरिन ले रहा हूं, क्या 2 डेप 30mg टैबलेट वॉरफेरिन के साथ हस्तक्षेप करता है? क्या दोनों को एक साथ लेना सुरक्षित है?
अगर आप 2 डेप 30mg टैबलेट और वारफेरिन, दोनों ले रहे हैं तो आपको सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि ब्लीडिंग का खतरा रहता है या आपको पेटीसिया या पुरपुरा का अनुभव हो सकता है.
प्र. क्या 2 डेप 30mg टैबलेट लंबे समय के लिए इस्तेमाल करना सुरक्षित है?
लंबी अवधि के लिए 2 डेप 30mg टैबलेट का इस्तेमाल सुरक्षित है, बशर्ते कि आप इलाज के बारे में अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करें.
क्यू. मैं एक हाइपरटेंसिव रोगी हूं. मैंने देखा है कि 2 डेप 30mg टैबलेट लेना शुरू करने के बाद मेरा ब्लड प्रेशर बढ़ गया है. क्या 2 डेप 30mg टैबलेट के कारण यह क्या किया जाना चाहिए?
2 डेप 30mg टैबलेट के इस्तेमाल से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है.. इसलिए, ब्लड प्रेशर की नियमित निगरानी आवश्यक है, विशेष रूप से उपयोग के पहले महीने के दौरान. अगर आपका ब्लड प्रेशर स्थिर है, तो डॉक्टर से परामर्श लें. इससे पता चलता है कि आपकी 2 डेप 30mg टैबलेट की खुराक या तो कम करनी होगी या धीरे-धीरे बंद करनी होगी.
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.
रिफरेंस
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Marketer details
Name: Orchid Chemicals & Pharmaceuticals Ltd
Address: Orchid Towers', #313, Valluvar Kottam High Road, Nungambakkam, चेन्नई 600 034, तमिलनाडु, भारत