Betameson N Cream
परिचय
Betameson N Cream is only meant for external use and should be used as advised by your doctor. दवा की पतली परत को साफ और सूखे हाथों से त्वचा के केवल प्रभावित क्षेत्रों पर लगाया जाना चाहिए. अगर यह आपकी आंख, नाक, मुंह या योनि में चला जाता है तो पानी से धो लें. लक्षणों में सुधार आने में कुछ सप्ताह तक का समय लग सकता है, तो अपनी दवा को नियमित रूप से लेते रहें. दवा के बेहतर असर को सुनिश्चित करने के लिए, इलाज का कोर्स पूरा किया जाना चाहिए. अगर आपकी स्थिति में सुधार नहीं होता है या अधिक खराब हो जाती है, तो आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए.
इस दवा के सबसे सामान्य साइड इफेक्ट में एप्लीकेशन साइट पर खुजली, लालिमा और जलन शामिल हैं. ये आमतौर पर आत्म-सीमित होते हैं. गंभीर साइड इफ़ेक्ट बहुत ही कम मामलों में होते हैं. अगर आपको कोई एलर्जी प्रतिक्रिया (चकत्ते, खुजली, सूजन, सांस की कमी, आदि) का अनुभव होता है आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.
इस दवा का उपयोग करने से पहले, अगर आप उसी बीमारी या अन्य बीमारियों के लिए कोई अन्य दवाएं ले रहे हैं या हाल ही में ले चुके हैं, तो अपने डॉक्टर को बताना महत्वपूर्ण है. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इस दवा का सेवन उचित परामर्श और सावधानी के साथ करना चाहिए. अगर आपको इस दवा से ज्ञात एलर्जी है, तो आपको इस दवा का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए और इस स्थिति के बारे में डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए. इलाज के दौरान, संक्रमित त्वचा वाले अंगों को स्पर्श या स्क्रैच न करें क्योंकि इससे इन्फेक्शन और भी खराब हो सकती है या फैल सकती है.
Uses of Betameson N Cream
Benefits of Betameson N Cream
त्वचा पर बैक्टीरिया से होने वाला संक्रमण के इलाज में
Side effects of Betameson N Cream
Common side effects of Betameson N
- जलन का अहसास
- खुजली
- एरीथेमा (त्वचा लाल होना)
How to use Betameson N Cream
How Betameson N Cream works
सुरक्षा संबंधी सलाह
शिशु की त्वचा, इलाज की गई त्वचा के सीधे संपर्क में नहीं आनी चाहिए. Water-miscible cream/gel is preferred as ointments may expose the baby to harmful effects of Betameson N Cream via licking.
What if you forget to take Betameson N Cream
सभी विकल्प
ख़ास टिप्स
- Betameson N Cream is used for the treatment of bacterial skin infections.
- इसे प्रभावित भागों में दिन में दो से तीन बार एक पतली परत के रूप या डॉक्टर की सलाह अनुसार लगाया जाना चाहिए.
- इसका इस्तेमाल डॉक्टर द्वारा निर्धारित मात्रा या अवधि से अधिक समय तक न करें.
- इसे टूटी हुई त्वचा पर न लगाएं और ध्यान रखें कि यह आपकी आंखों, नाक या मुंह में न जाए.
- जब तक डॉक्टर न कहे, इलाज किए जा रहे क्षेत्र को एयरटाइट ड्रेसिंग जैसे कि बैंडेज से कवर न करें क्योंकि ऐसा करने से साइड इफेक्ट का जोखिम बढ़ सकता है.
- इससे लगाई जाने वाली जगह पर थोड़ी देर के लिए जलन, खुजली या लालिमा हो सकती है. यह आमतौर पर सौम्य होता है. अगर आपको अधिक गंभीर प्रतिक्रिया हो तो डॉक्टर से परामर्श करें.
- अगर इलाज के सात दिन बाद आपकी त्वचा की समस्या में कोई सुधार नहीं हुआ है तो अपने डॉक्टर को सूचित करें.
फैक्ट बॉक्स
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