डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी एक दर्द निवारक दवा है. इसका इस्तेमाल ऑपरेशन के बाद होने वाले दर्द और सूजन के इलाज के लिए किया जाता है. यह मार्ग ऐसे मामलों में प्रयोग किया जाता है जहां कोई अन्य मार्ग संभव नहीं है, जैसे कि अचेतन व्यक्ति या बच्चों में.
डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी केवल रेक्टल इस्तेमाल के लिए है. डालने से पहले सपोसिटरी से रैपर हटा दें. आपको सपोजिटरी के इंसर्शन के कम से कम 15 मिनट बाद तक लेटने वाली पोजीशन में रहना चाहिए ताकि यह पिघलने से पहले बाहर न आए. यह एक घंटे के भीतर काम करना शुरू कर देता है.
मिचली आना , कब्ज, गुदा में जलन , गुदा में खुजली , और काले रंग का मल कुछ ऐसे साइड इफेक्ट्स हैं जो रेक्टल एडमिनिस्ट्रेशन के साथ देखे जा सकते हैं. अगर इस दवा का सेवन करते समय रैश या एलर्जी का रिएक्शन दिखता है तो तुरंत अपने डॉक्टर को सूचित करें. गर्भवती और नर्सिंग केयर वाली महिलाओं को केवल मेडिकल देखरेख के तहत इसका इस्तेमाल करना चाहिए. लिवर और किडनी के मरीजों में तथा अत्यधिक शराब पीने वाले लोगों में इसका इस्तेमाल सावधानी के साथ किया जाना चाहिए. गंभीर या ऐक्टिव लिवर संबंधित रोग से पीड़ित मरीज़ों को इसकी सलाह नहीं दी जाती है.
डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी नॉनस्टेरॉयडल एंटी-इन्फ्लेमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडीएस) नामक दवाओं के समूह से संबंधित है. इसका इस्तेमाल दर्द, सूजन और जोड़ों और मांसपेशियों को प्रभावित करने वाली स्थितियों में सूजन के अल्पकालिक राहत के लिए किया जाता है. यह मस्तिष्क में कुछ ऐसे रसायनों को ब्लॉक करती है, जिनसे दर्द और बुखार उत्पन्न होते हैं. यह रूमेटॉयड आर्थराइटिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी स्थितियों में दर्द को दूर करने में सहायक हो सकती है.
अधिकतम फायदे के लिए इसे डॉक्टर के बताए दिशानिर्देश के अनुसार ही लें. आवश्यकता से अधिक या अधिक समय तक यह न लें क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है. आमतौर पर आपको सबसे कम पॉवर वाली डोज लेनी चाहिए जो थोड़े समय के लिए सही ढंग से असर करे. यह आपको रोजमर्रा के कामों को आसानी से करने में और एक बेहतर जीवन जीने में मदद करेगा.
डिक्लोडीन सप्पोसिटोरी के साइड इफेक्ट
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें
डिक्लोडीन के सामान्य साइड इफेक्ट
मिचली आना
गुदा में जलन
गुदा में खुजली
काले रंग का मल
सिरदर्द
चक्कर आना
Itching
अपच
डिक्लोडीन सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल कैसे करें
डालने से पहले सपोसिटरी से रैपर हटा दें. आपको सपोजिटरी के इंसर्शन के कम से कम 15 मिनट बाद तक लेटने वाली पोजीशन में रहना चाहिए ताकि यह पिघलने से पहले बाहर न आए.
डिक्लोडीन सप्पोसिटोरी किस प्रकार काम करता है
डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी, नॉन स्टेरॉयडल सूजन रोधी दवा (NSAID) है जो मलाशय क्षेत्र में भरपूर रक्त आपूर्ति से रक्त में तेजी से अवशोषित होती हैं. एक बार अवशोषित हो जाने के बाद, यह कुछ केमिकल मैसेंजर के स्त्रावण को ब्लॉक करके काम करता है जो दर्द और इन्फ्लेमेशन (लालपन और सूजन) का कारण बनते हैं.
सुरक्षा संबंधी सलाह
अल्कोहल
किसी प्रभाव की जानकारी प्राप्त/उपलब्ध नहीं है
गर्भावस्था
डॉक्टर की सलाह लें
गर्भावस्था के दौरान डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल करना असुरक्षित हो सकता है. हालांकि, इंसानों से जुड़े शोध सीमित हैं लेकिन जानवरों पर किए शोधों से पता चलता है कि ये विकसित हो रहे शिशु पर हानिकारक प्रभाव डालता है. आपके डॉक्टर पहले इससे होने वाले लाभ और संभावित जोखिमों की तुलना करेंगें और उसके बाद ही इसे लेने की सलाह देंगें. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
स्तनपान
डॉक्टर की सलाह लें
डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी स्तनपान के दौरान इस्तेमाल के लिए संभवतः असुरक्षित है. मानवो पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि यह दवा मां के दूध में मिश्रित हो सकती है और बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है.
ड्राइविंग
किसी प्रभाव की जानकारी प्राप्त/उपलब्ध नहीं है
किडनी
डॉक्टर की सलाह लें
ऐसे मरीज जिन्हें किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है, उनके डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी के इस्तेमाल से जुड़ी जानकारी बहुत कम है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
लिवर
डॉक्टर की सलाह लें
लीवर की बीमारी से पीड़ित मरीजों में डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी के उपयोग से जुड़ी सीमित जानकारी उपलब्ध है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
अगर आप डिक्लोडीन सप्पोसिटोरी लेना भूल जाएं तो?
अगर आप डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी की खुराक लेना भूल गए हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
सभी विकल्प
यह जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है. कृपया कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.
आपको डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी लेने की सलाह दर्द और इनफ्लेमेशन से राहत के लिए दी गयी है.
डॉक्टर द्वारा निर्धारित खुराक और अवधि के अनुसार ही इसका सेवन करें. लम्बे समय तक इसका इस्तेमाल करने से पेट में ब्लीडिंग एवं किडनी से जुड़े रोगों जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
इससे चक्कर आना , बेहोशी या देखने में परेशानी हो सकती है. इसलिए गाड़ी चलाते समय या कोई भी ऐसा काम करते समय जिसमें ध्यान लगाने या एकाग्रता की ज़रूरत हो, सावधानी बरतें.
अगर आपको पहले से स्ट्रोक या ह्रदय से जुड़ी बीमारी है तो डॉक्टर को सूचित करें.
अगर आप इस दवा को दीर्घकालिक इलाज के लिए ले रहे हैं, तो आपका डॉक्टर नियमित रूप से आपके किडनी कार्यक्षमता, लिवर कार्यक्षमता और खून के घटकों के स्तर पर नज़र रख सकता है.
डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी को डॉक्टर द्वारा निर्धारित खुराक और अवधि में लेने से यह प्रभावकारी होता है. अगर आप अपनी स्थिति में सुधार देखते हैं तो भी इसे लेना बंद न करें. अगर आप डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल करना बंद करते हैं, तो लक्षण वापस आ सकते हैं या बिगड़ सकते हैं.
डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल किस शर्त में किया जाता है?
डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी या इसके किसी भी घटक से एलर्जी वाले मरीजों में नहीं किया जाना चाहिए. हालांकि, अगर आपको कोई एलर्जी नहीं है या आप पहली बार डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
क्या गर्भावस्था के दौरान डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी लिया जा सकता है?
गर्भावस्था के अंतिम 3 महीनों के दौरान आपको डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी नहीं लेना चाहिए क्योंकि इससे आपके बच्चे पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकते हैं. डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल करने से प्रसवकाल कम हो सकता है (प्री-मेच्योर डिलीवरी). इसलिए, गर्भावस्था के पहले 6 महीनों के दौरान भी डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाती है. कुछ मामलों में, गर्भवती महिलाओं में डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी लेने की सलाह केवल तभी दी जा सकती है जब गर्भवती महिलाओं में इसके इस्तेमाल के फायदे संभावित जोखिमों से अधिक हो. अगर यकीन नहीं है, तो डॉक्टर से इसके उपयोग से संबंधित सलाह लें.
क्या डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल सुरक्षित है?
डॉक्टर द्वारा निर्धारित खुराक और अवधि में डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल सुरक्षित है. इसे ठीक वैसे लें जैसा डॉक्टर ने बताया हो और कोई भी खुराक न छोड़ें. अपने डॉक्टर के निर्देशों का ध्यान से पालन करें और अगर आपको कोई साइड इफेक्ट महसूस हो या उससे परेशानी हो तो डॉक्टर को बताएं.
क्या डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी से आपको अधिक मिलता है?
नहीं, डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी आपको ऊर्जावान नहीं बनाता है. इसके पास दुरुपयोग की क्षमता नहीं है (दवा की तलाश करने वाले व्यवहार) और शारीरिक या मनोवैज्ञानिक आश्रिति का कारण नहीं बनता है. हालांकि, अगर आपको अच्छी तरह से महसूस नहीं होता है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
क्या डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी एक मादक दवा है?
नहीं, डिक्लोडीन 25 सप्पोसिटोरी नार्कोटिक (मादक) नहीं है. यह नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAID) दवाओं के समूह से संबंधित है.
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.
रिफरेंस
Furst DE, Ulrich RW, Varkey-Altamirano C. Nonsteroidal Anti-Inflammatory Drugs, Disease Modifying Antirheumatic Drugs, Nonopioids Analgesics, & Drugs Used in Gout. In: Katzung BG, Masters SB, Trevor AJ, editors. Basic and Clinical Pharmacology. 11th ed. New Delhi, India: Tata McGraw Hill Education Private Limited; 2009. p. 626.
Grosser T, Smyth E, FitzGerald GA. Anti-Inflammatory, Antipyretic, and Analgesic Agents; Pharmacotherapy of Gout. In: Brunton LL, Chabner BA, Knollmann BC, editors. Goodman & Gilman’s: The Pharmacological Basis of Therapeutics. 12th ed. New York, New York: McGraw-Hill Medical; 2011. pp. 986-87.
Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. pp. 295-97.
Diclofenac. Camberley, Surrey: Novartis Pharmaceuticals UK Ltd.; 1997 [revised 30 Mar. 2017]. [Accessed 02 Apr. 2019] (online) Available from: