फेनसप्प 12.5 सप्पोसिटोरी
परिचय
फेनसप्प 12.5 सप्पोसिटोरी केवल रेक्टल इस्तेमाल के लिए है. डालने से पहले सपोसिटरी से रैपर हटा दें. आपको सपोजिटरी के इंसर्शन के कम से कम 15 मिनट बाद तक लेटने वाली पोजीशन में रहना चाहिए ताकि यह पिघलने से पहले बाहर न आए. यह एक घंटे के भीतर काम करना शुरू कर देता है.
मिचली आना , कब्ज, गुदा में जलन , गुदा में खुजली , और काले रंग का मल कुछ ऐसे साइड इफेक्ट्स हैं जो रेक्टल एडमिनिस्ट्रेशन के साथ देखे जा सकते हैं. अगर इस दवा का सेवन करते समय रैश या एलर्जी का रिएक्शन दिखता है तो तुरंत अपने डॉक्टर को सूचित करें. गर्भवती और नर्सिंग केयर वाली महिलाओं को केवल मेडिकल देखरेख के तहत इसका इस्तेमाल करना चाहिए. लिवर और किडनी के मरीजों में तथा अत्यधिक शराब पीने वाले लोगों में इसका इस्तेमाल सावधानी के साथ किया जाना चाहिए. गंभीर या ऐक्टिव लिवर संबंधित रोग से पीड़ित मरीज़ों को इसकी सलाह नहीं दी जाती है.
फेनसप्प सप्पोसिटोरी के मुख्य इस्तेमाल
- बुखार
- दर्द निवारक
- सिरदर्द
- दांत में दर्द
- ऑपरेशन के बाद होने वाला दर्द
- पीरियड या माहवारी में होने वाला दर्द
- अर्थेल्जिया (जोड़ों में दर्द)
- मांसपेशियों में दर्द
- ऑस्टियोआर्थराइटिस
- रुमेटाइड आर्थराइटिस
- एंकायलूजि़ग स्पांडेलाइटिस
- गठिया
फेनसप्प सप्पोसिटोरी के लाभ
दर्द से राहत
अधिकतम फायदे के लिए इसे डॉक्टर के बताए दिशानिर्देश के अनुसार ही लें. आवश्यकता से अधिक या अधिक समय तक यह न लें क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है. आमतौर पर आपको सबसे कम पॉवर वाली डोज लेनी चाहिए जो थोड़े समय के लिए सही ढंग से असर करे. यह आपको रोजमर्रा के कामों को आसानी से करने में और एक बेहतर जीवन जीने में मदद करेगा.
फेनसप्प सप्पोसिटोरी के साइड इफेक्ट
फेनसप्प के सामान्य साइड इफेक्ट
- मिचली आना
- गुदा में जलन
- गुदा में खुजली
- काले रंग का मल
- सिरदर्द
- चक्कर आना
- खुजली
- अपच
फेनसप्प सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल कैसे करें
फेनसप्प सप्पोसिटोरी किस प्रकार काम करता है
सुरक्षा संबंधी सलाह
अगर आप फेनसप्प सप्पोसिटोरी लेना भूल जाएं तो?
सभी विकल्प
ख़ास टिप्स
- आपको फेनसप्प 12.5 सप्पोसिटोरी लेने की सलाह दर्द और इनफ्लेमेशन से राहत के लिए दी गयी है.
- डॉक्टर द्वारा निर्धारित खुराक और अवधि के अनुसार ही इसका सेवन करें. लम्बे समय तक इसका इस्तेमाल करने से पेट में ब्लीडिंग एवं किडनी से जुड़े रोगों जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
- इससे चक्कर आना , बेहोशी या देखने में परेशानी हो सकती है. इसलिए गाड़ी चलाते समय या कोई भी ऐसा काम करते समय जिसमें ध्यान लगाने या एकाग्रता की ज़रूरत हो, सावधानी बरतें.
- अगर आपको पहले से स्ट्रोक या ह्रदय से जुड़ी बीमारी है तो डॉक्टर को सूचित करें.
- अगर आप इस दवा को दीर्घकालिक इलाज के लिए ले रहे हैं, तो आपका डॉक्टर नियमित रूप से आपके किडनी कार्यक्षमता, लिवर कार्यक्षमता और खून के घटकों के स्तर पर नज़र रख सकता है.
फैक्ट बॉक्स
यूजर का फीडबैक
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या फेनसप्प 12.5 सप्पोसिटोरी कारगर है?
फेनसप्प 12.5 सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल किस शर्त में किया जाता है?
क्या गर्भावस्था के दौरान फेनसप्प 12.5 सप्पोसिटोरी लिया जा सकता है?
क्या फेनसप्प 12.5 सप्पोसिटोरी का इस्तेमाल सुरक्षित है?
क्या फेनसप्प 12.5 सप्पोसिटोरी से आपको अधिक मिलता है?
क्या फेनसप्प 12.5 सप्पोसिटोरी एक मादक दवा है?
संबंधित आयुर्वेदिक सामग्रियां
Disclaimer:
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.रिफरेंस
- Furst DE, Ulrich RW, Varkey-Altamirano C. Nonsteroidal Anti-Inflammatory Drugs, Disease Modifying Antirheumatic Drugs, Nonopioids Analgesics, & Drugs Used in Gout. In: Katzung BG, Masters SB, Trevor AJ, editors. Basic and Clinical Pharmacology. 11th ed. New Delhi, India: Tata McGraw Hill Education Private Limited; 2009. p. 626.
- Grosser T, Smyth E, FitzGerald GA. Anti-Inflammatory, Antipyretic, and Analgesic Agents; Pharmacotherapy of Gout. In: Brunton LL, Chabner BA, Knollmann BC, editors. Goodman & Gilman’s: The Pharmacological Basis of Therapeutics. 12th ed. New York, New York: McGraw-Hill Medical; 2011. pp. 986-87.
- Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. pp. 295-97.
मार्केटर की जानकारी
एक ही कंपोजिशन वाले उपलब्ध विकल्पों की सूची रजिस्टर्ड चिकित्सकों और Tata 1mg से जुड़े फार्मासिस्टों की सलाह पर तैयार की गई है. Tata 1mg किसी विशेष कंपनी के किसी दवा उत्पाद का प्रचार नहीं करता है और सभी रिकमेंडेशन या सुझाव, विशेषज्ञ डॉक्टरों और फार्मास्यूटिकल एक्सपर्ट्स की सलाह पर आधारित होती हैं.