हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन
डॉक्टर की पर्ची ज़रूरी है
परिचय
हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन का उपयोग गर्भवती महिलाओं में समय से पूर्व प्रसव को रोकने के लिए किया जाता है ताकि समय से पहले जन्म देने (प्रारंभिक जन्म) के जोखिम को कम किया जा सके. यह गर्भपात (मिसकैरिज) को रोकता है और उन महिलाओं में प्रीमेच्योर के जोखिम को कम करता है जिनकी पहले एक प्रीमेच्योर डिलीवरी हो चुकी है.
हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन को केवल एक डॉक्टर की देखरेख में या उसके द्वारा ही लगाया जाता है. इसे डॉक्टर की सलाह अनुसार लिया जाना चाहिए. आपका डॉक्टर यह निर्णय लेगा कि आपको कितना और कितने समय तक लेने की आवश्यकता है. आपको जब तक इंजेक्शन लेने की सलाह दी गई है, तब तक इसे लेना चाहिए.
इस दवा के सबसे सामान्य साइड इफेक्ट में इंजेक्शन साइट पर स्थानीय साइट रिएक्शन, मिचली आना , खुजली, डायरिया, और रैश शामिल हैं. अगर आप इनमें से किसी से भी परेशान हैं, तो अपने डॉक्टर को बताएं. उन्हें कम करने या रोकने के तरीके हो सकते हैं. यह ब्लड शुगर के स्तरों को प्रभावित कर सकता है, इसलिए अपनी ब्लड शुगर पर निगरानी रखें. अगर आप इस दवा का इस्तेमाल करते हुए आंखों या त्वचा में पीलापन, गहरे रंग का पेशाब या पेट में दर्द नोटिस करते हैं तो डॉक्टर को बताना बेहतर है.
इसे दवा को लेने से पहले, अगर आपको कभी भी ब्लड सर्क्युलेशन में कोई समस्या आई हो या आपको डायबिटीज या कोई लिवर की बीमारी रही हो तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं. आपके डॉक्टर को अन्य सभी दवाओं के बारे में भी जानना चाहिए जो आप ले रहें हैं क्योंकि इनमें से कई इस दवा को कम प्रभावी बना सकती हैं या इसके काम करने के तरीके को बदल सकती हैं.
हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन को केवल एक डॉक्टर की देखरेख में या उसके द्वारा ही लगाया जाता है. इसे डॉक्टर की सलाह अनुसार लिया जाना चाहिए. आपका डॉक्टर यह निर्णय लेगा कि आपको कितना और कितने समय तक लेने की आवश्यकता है. आपको जब तक इंजेक्शन लेने की सलाह दी गई है, तब तक इसे लेना चाहिए.
इस दवा के सबसे सामान्य साइड इफेक्ट में इंजेक्शन साइट पर स्थानीय साइट रिएक्शन, मिचली आना , खुजली, डायरिया, और रैश शामिल हैं. अगर आप इनमें से किसी से भी परेशान हैं, तो अपने डॉक्टर को बताएं. उन्हें कम करने या रोकने के तरीके हो सकते हैं. यह ब्लड शुगर के स्तरों को प्रभावित कर सकता है, इसलिए अपनी ब्लड शुगर पर निगरानी रखें. अगर आप इस दवा का इस्तेमाल करते हुए आंखों या त्वचा में पीलापन, गहरे रंग का पेशाब या पेट में दर्द नोटिस करते हैं तो डॉक्टर को बताना बेहतर है.
इसे दवा को लेने से पहले, अगर आपको कभी भी ब्लड सर्क्युलेशन में कोई समस्या आई हो या आपको डायबिटीज या कोई लिवर की बीमारी रही हो तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं. आपके डॉक्टर को अन्य सभी दवाओं के बारे में भी जानना चाहिए जो आप ले रहें हैं क्योंकि इनमें से कई इस दवा को कम प्रभावी बना सकती हैं या इसके काम करने के तरीके को बदल सकती हैं.
हाइपडॉट इन्जेक्शन के मुख्य इस्तेमाल
हाइपडॉट इन्जेक्शन के लाभ
समय से पूर्व प्रसव की रोकथाम में
हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन प्रोजेस्टेरोन नामक महिला हार्मोन का एक मानव-निर्मित रूप है, जो बच्चे को बहुत जल्दी (समय से पूर्व प्रसव ) देने के जोखिम को कम करने में मदद करता है, विशेष रूप से उन महिलाओं में जिनकी पहले गर्भावस्था में यह जटिलता आई थी. प्रोजेस्टेरोन एक हार्मोन है जो गर्भाशय की दीवार को मोटा करता है और इस दीवर को शिशु के विकास और वृद्धि के लिए तैयार करता है. इसलिए, यह गर्भावस्था के दौरान आपके गर्भाशय के विकास में मदद करता है और ऐसे संकुचन से बचाता जिससे गर्भपात होने की संभावना हो.
हाइपडॉट इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें
हाइपडॉट के सामान्य साइड इफेक्ट
- इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द
- इंजेक्शन वाली जगह पर सूजन
- लाल धब्बे या बम्प्स
- रैश
हाइपडॉट इन्जेक्शन का इस्तेमाल कैसे करें
आपका डॉक्टर या नर्स आपको यह दवा देगा. कृपया स्वयं उपयोग ना करें.
हाइपडॉट इन्जेक्शन किस प्रकार काम करता है
हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन एक प्रोजेस्टिन (महिलाओं में पाया जाने वाला हार्मोन) है.
सुरक्षा संबंधी सलाह
अल्कोहल
डॉक्टर की सलाह लें
यह मालूम नहीं है कि हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन के साथ एल्कोहल का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
गर्भावस्था
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन को आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल करने लिए सुरक्षित माना जाता है. जानवरों पर किए अध्ययनों में पाया गया कि विकसित हो रहे शिशु पर इसका कम या कोई प्रभाव नहीं पड़ता है ; हालाँकि इससे संबंधित अध्ययन सीमित हैं.
स्तनपान
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
स्तनपान के दौरान हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल सुरक्षित है. अध्ययन से पता चला है की यह दवा ज्यादा मात्रा मैं ब्रेस्टमिल्क में नहीं जाती है और बच्चे के लिए हानिकारक नहीं है.
ड्राइविंग
सेफ
हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन के सेवन से आपकी गाड़ी चलाने की क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ता है.
किडनी
डॉक्टर की सलाह लें
ऐसे मरीज जिन्हें किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है, उनके हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन के इस्तेमाल से जुड़ी जानकारी बहुत कम है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
इस दवा में प्रोजेस्टेरोन होता है जिसके कारण किडनी की बीमारी से पीड़ित मरीजों में तरल अवरोधन हो सकता है.
इस दवा में प्रोजेस्टेरोन होता है जिसके कारण किडनी की बीमारी से पीड़ित मरीजों में तरल अवरोधन हो सकता है.
लिवर
असुरक्षित
लिवर की बीमारी वाले मरीजों में हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल करना संभवतः असुरक्षित है और उन्हें इससे बचना चाहिए. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
अगर आप हाइपडॉट इन्जेक्शन लेना भूल जाएं तो?
अगर आप हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन की कोई खुराक लेना भूल गए हैं, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें.
सभी विकल्प
यह जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है. कृपया कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.
हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन
₹126/Injection
मैंटने 250 इन्जेक्शन
जगसनपाल फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड
₹230.58/injection
77% महँगा
एक में 250 इन्जेक्शन
इंड स्विफ्ट लैबोरेटरीज लिमिटेड
₹222/injection
71% महँगा
₹209.26/injection
61% महँगा
गेस्टिमैक्स 250mg इन्जेक्शन
यूनीमार्क हेल्थकेयर लिमिटेड
₹67.31/injection
48% सस्ता
Gesry H 250mg Injection
आमोर्ब फार्मास्यूटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड
₹59.37/injection
54% सस्ता
ख़ास टिप्स
- गर्भवती महिलाओं में हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल डिलीवरी जल्दी होने या बहुत जल्दी जन्म देने की प्रक्रिया (प्रीटर्म बर्थ) होने के खतरे को कम करने में मदद करती है.
- यह केवल एक ऐसी महिला को दिया जाता है जिसकी पहले प्रीटर्म डिलीवरी हो चुकी है.
- यह एक से अधिक बच्चे (ट्विन, ट्रिप्लेट आदि) के साथ गर्भवती महिलाओं में इस्तेमाल के लिए नहीं है.
- इसे केवल आपके डॉक्टर की देखरेख में या उनकी निगरानी में लगाया जाता है. आपके डॉक्टर 16 से 20 सप्ताह के बीच हर सप्ताह आपको इंजेक्शन देना शुरू कर सकते हैं और 37 हफ्ते या जब तक आप बच्चे को जन्म नहीं देतीं, तब तक ये जारी रख सकते हैं.
- यह ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकता है. नियमित रूप से अपना ब्लड शुगर लेवल चेक करते रहें.
- अगर आप आंखों या त्वचा में पीलापन, गहरे रंग की पेशाब देखते हैं या पेट में दर्द महसूस करते हैं तो अपने डॉक्टर को सूचित करें. यह एक गंभीर लिवर समस्या के लक्षण हो सकते हैं.
- अगर आपको इस दवा का इस्तेमाल करते समय छाती, ग्रोइन या पैर में दर्द, होता है, सांस लेने में परेशानी, अचानक बहुत तेज़ सिरदर्द, बोलते समय लड़खड़ाना, अचानक अकारण सांस की कमी समन्वय का नुकसान, या दृष्टि में बदलाव होने पर तुरंत अपने डॉक्टर को सूचित करें.
फैक्ट बॉक्स
रासायनिक वर्ग
ग्लूको/मिनरलोकॉर्टिकोइड्स, प्रोजेस्टोजिन्स डेरिवेटिव्स
लत लगने की संभावना
नहीं
चिकित्सीय वर्ग
गायनाकोलॉजिकल
एक्शन क्लास
प्रोजेस्टिन्स (फर्स्ट जनरेशन)
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन क्या है? इसका उपयोग किस लिए किया जाता है?
हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन प्रोजेस्टेरोन नामक महिला सेक्स हार्मोन का एक प्रकार है. यह गर्भवती महिला में प्रीटर्म डिलीवरी (जन्म के शुरुआती जन्म) के जोखिम को कम करने में मदद करता है, जिन्होंने पिछले समय में एक प्रीटर्म बेबी डिलीवर की थी.
मुझे हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन की खुराक कैसे और किस खुराक में इस्तेमाल करनी चाहिए?
हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन को डॉक्टर या प्रशिक्षित नर्स द्वारा इन्जेक्शन के रूप में दिया जाता है. आपकी सटीक मेडिकल स्थिति के आधार पर डॉक्टर द्वारा खुराक निर्धारित की जाएगी.
अगर मैंने हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन की खुराक नहीं ली यानि मिस हो गया तो इससे क्या होगा?
आदर्श रूप से, आपको किसी भी खुराक को न छोड़ने की कोशिश करनी चाहिए. हालांकि, अगर आपको याद रखते ही अपने डॉक्टर के साथ खुराक परामर्श नहीं मिलता है.
हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन को किसे प्राप्त नहीं करना चाहिए?
अगर आपको यह है तो हाइपडॉट 250mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए:<br />-ब्लड क्लॉट या अन्य ब्लड क्लॉटिंग संबंधी समस्याएं अभी या पहले<br />-हाई ब्लड प्रेशर जो नियंत्रित नहीं है<br />-लीवर की समस्याएं, जिनमें लीवर ट्यूमर भी शामिल है<br />-स्तन कैंसर या अन्य हार्मोन-सेंसिटिव कैंसर अभी है या पहले था<br />-असामान्य योनि से खून निकलना , जो आपकी वर्तमान गर्भावस्था से संबंधित नहीं है<br />-गर्भावस्था के दौरान लीवर की समस्याओं के कारण आपकी त्वचा का पीला होना.
Disclaimer:
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.रिफरेंस
- Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. pp. 671-72.
मार्केटर की जानकारी
Name: एलेनक्योर बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड
Address: मेन थपपल, मौजा रामपुर जटान नाहन रोड, काला अंब जिला सिरमौर -173030 (हि.प्र.)
मूल देश: भारत
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