इंडो 1mg इन्जेक्शन
परिचय
इंडो 1mg इन्जेक्शन को हेल्थकेयर प्रोफेशनल द्वारा इंजेक्शन के रूप में एडमिनिस्टर किया जाता है. कृपया स्वयं उपयोग ना करें. अगर आपको पहले कभी हृदय रोग रहा है या स्ट्रोक आया है तो अपने डॉक्टर को सूचित करें. अगर दर्द, सूजन या लालपन जैसी कोई भी प्रतिक्रिया इंजेक्शन लगने के स्थान पर हो तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
इस दवा के कुछ सामान्य साइड इफेक्ट्स में इंजेक्शन वाली जगह पर प्रतिक्रियाएं, खून बहना, उल्टी, पेट दर्द और मिचली आना शामिल हैं. इससे चक्कर आ सकते हैं, उनींदापन हो सकता है या देखने में परेशानी हो सकती है. अगर आप इस दवा को दीर्घकालिक उपचार के लिए ले रहे हैं, तो आपका डॉक्टर नियमित रूप से अपने किडनी फंक्शन, लिवर फंक्शन और रक्त के घटकों की निगरानी कर सकता है. दीर्घकालिक उपयोग से पेट में रक्तस्राव और किडनी की समस्याएं जैसी गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं.
इंडो इन्जेक्शन के मुख्य इस्तेमाल
- बुखार
- दर्द निवारक
- सिरदर्द
- दांत में दर्द
- ऑपरेशन के बाद होने वाला दर्द
- पीरियड या माहवारी में होने वाला दर्द
- अर्थेल्जिया (जोड़ों में दर्द)
- मांसपेशियों में दर्द
- ऑस्टियोआर्थराइटिस
- रुमेटाइड आर्थराइटिस
- एंकायलूजि़ग स्पांडेलाइटिस
- गठिया
इंडो इन्जेक्शन के लाभ
दर्द से राहत
अधिकतम फायदे के लिए इसे डॉक्टर के बताए दिशानिर्देश के अनुसार ही लें. जरूरत से ज्यादा खुराक या लंबे समय तक इसका सेवन ना करें क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है. आमतौर पर आपको सबसे कम पॉवर वाली डोज लेनी चाहिए जो थोड़े समय के लिए सही ढंग से असर करे. यह आपको रोजमर्रा के कामों को आसानी से करने में और एक बेहतर जीवन जीने में मदद करेगा.
इंडो इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट
इंडो के सामान्य साइड इफेक्ट
- इंजेक्शन वाली जगह पर रिएक्शन (दर्द, सूजन, लालिमा)
- उल्टी
- मिचली आना
- चक्कर आना
- विजुअल डिसऑर्डर
- सुस्ती
- ब्लीडिंग डिसऑर्डर
- खून में क्रिएटिनिन का लेवल बढ़ जाना
इंडो इन्जेक्शन का इस्तेमाल कैसे करें
इंडो इन्जेक्शन किस प्रकार काम करता है
सुरक्षा संबंधी सलाह
जब आप यह दवा ले रहे हों तो किडनी फंक्शन टेस्ट और पोटेशियम के लेवल को नियमित रूप से मॉनिटर करने की सलाह दी जाती है.
अगर आप इंडो इन्जेक्शन लेना भूल जाएं तो?
सभी विकल्प
ख़ास टिप्स
- आपको इंडो 1mg इन्जेक्शन लेने की सलाह दर्द और इनफ्लेमेशन से राहत के लिए दी गयी है.
- डॉक्टर द्वारा निर्धारित खुराक और अवधि के अनुसार ही इसका सेवन करें. लम्बे समय तक इसका इस्तेमाल करने से पेट में ब्लीडिंग एवं किडनी से जुड़े रोगों जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
- इससे चक्कर आना , बेहोशी या देखने में परेशानी हो सकती है. इसलिए गाड़ी चलाते समय या कोई भी ऐसा काम करते समय जिसमें ध्यान लगाने या एकाग्रता की ज़रूरत हो, सावधानी बरतें.
- इंडो 1mg इन्जेक्शन लेते समय शराब का सेवन न करें क्योंकि इससे अत्यधिक सुस्ती हो सकता है और पेट की समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है.
- अगर आपको पहले से स्ट्रोक या ह्रदय से जुड़ी बीमारी है तो डॉक्टर को सूचित करें.
- अगर आप इस दवा को दीर्घकालिक इलाज के लिए ले रहे हैं, तो आपका डॉक्टर नियमित रूप से आपके किडनी कार्यक्षमता, लिवर कार्यक्षमता और खून के घटकों के स्तर पर नज़र रख सकता है.
फैक्ट बॉक्स
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या इंडो 1mg इन्जेक्शन एंटीबायोटिक या स्टेरॉयड है?
इंडो 1mg इन्जेक्शन को कैसे लगाया जाना चाहिए?
क्या इंडो 1mg इन्जेक्शन एक अच्छा दर्द निवारक है?
क्या इंडो 1mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल सुरक्षित है?
इंडो 1mg इन्जेक्शन के क्या दुष्प्रभाव हैं?
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Disclaimer:
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.रिफरेंस
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