के-पॉट 150mg इन्जेक्शन
Prescription Required
परिचय
के-पॉट 150mg इन्जेक्शन शरीर में पोटैशियम की कमी के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दवा है. यह सप्लीमेंट मांसपेशियों में कमजोरी, दिल की धड़कन अनियमित होना, मिचली आना और उल्टी से आराम दिलाता है. यह शरीर के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है जो शरीर को स्वस्थ बनाए रख्नने में मदद करता है.
के-पॉट 150mg इन्जेक्शन को आमतौर पर डॉक्टर या नर्स द्वारा एडमिनिस्टर किया जाता है. आपको घर पर यह दवा खुद से नहीं लेनी चाहिए. अधिकतम फायदे के लिए, जब तक डॉक्टर ने बताया है तब तक नियमित रूप से इन्जेक्शन लगवाएं.
इस दवा को आसानी से सहन किया जा सकता है, हालांकि इंजेक्शन वाली जगह पर हल्के रिएक्शन (जैसे कि दर्द, सूजन और लालिमा), मिचली आना , मांसपेशियों में कमजोरी और सुई चुभने जैसा महसूस होने की समस्या हो सकती है. अगर कोई साइड इफेक्ट बना रहता है तो डॉक्टर से परामर्श करें.
स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं को इलाज कराने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए. साथ ही, अगर आप किसी स्वास्थ्य स्थिति के लिए कोई दवा ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर को बताएं.
के-पॉट 150mg इन्जेक्शन को आमतौर पर डॉक्टर या नर्स द्वारा एडमिनिस्टर किया जाता है. आपको घर पर यह दवा खुद से नहीं लेनी चाहिए. अधिकतम फायदे के लिए, जब तक डॉक्टर ने बताया है तब तक नियमित रूप से इन्जेक्शन लगवाएं.
इस दवा को आसानी से सहन किया जा सकता है, हालांकि इंजेक्शन वाली जगह पर हल्के रिएक्शन (जैसे कि दर्द, सूजन और लालिमा), मिचली आना , मांसपेशियों में कमजोरी और सुई चुभने जैसा महसूस होने की समस्या हो सकती है. अगर कोई साइड इफेक्ट बना रहता है तो डॉक्टर से परामर्श करें.
स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं को इलाज कराने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए. साथ ही, अगर आप किसी स्वास्थ्य स्थिति के लिए कोई दवा ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर को बताएं.
के-पॉट इन्जेक्शन के मुख्य इस्तेमाल
- पोटैशियम की कमी
के-पॉट इन्जेक्शन के फायदे
पोटैशियम की कमी में
के-पॉट 150mg इन्जेक्शन में पोटैशियम मौजूद है, जो हमारे शरीर के विभिन्न जीवन कार्यों को पूरा करने के लिए एक आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट है. इसके कई फायदे हैं जैसे ब्लड प्रेशर को नियमित करना, शरीर में पानी का संतुलन या पीएच संतुलन बनाए रखना, तंत्रिका आवेग और मांसपेशियों के संकुचन का संवाहन करना. यह भोजन के पाचन में भी मदद करता है और हृदय की सामान्य धड़कन को ठीक रखता है. इसकी कमी से किडनी, मिचली आना , कमज़ोरी, दिल की अनियमित धड़कन, कब्ज़ या मसल क्रैंप्स जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. के-पॉट 150mg इन्जेक्शन इन समस्याओं की रोकथाम में मदद करता है और जीवन के फंक्शन को बेहतर बनाने में मदद करता है.
के-पॉट इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें
के-पॉट के सामान्य साइड इफेक्ट
- इंजेक्शन वाली जगह पर रिएक्शन (दर्द, सूजन, लालिमा)
- डायरिया
- मिचली आना
- उल्टी
- पेट की गैस
- पेट में दर्द
- थकान
- फिब्राइल रिस्पॉन्स
के-पॉट इन्जेक्शन का इस्तेमाल कैसे करें
आपका डॉक्टर या नर्स आपको यह दवा देगा. कृपया स्वयं उपयोग ना करें.
के-पॉट इन्जेक्शन किस प्रकार काम करता है
के-पॉट 150mg इन्जेक्शन आपके रक्त में पोटैशियम के स्तरों को बढ़ाकर काम करता है.
सुरक्षा संबंधी सलाह
अल्कोहल
डॉक्टर की सलाह लें
यह मालूम नहीं है कि के-पॉट 150mg इन्जेक्शन के साथ एल्कोहल का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
गर्भावस्था
डॉक्टर की सलाह लें
गर्भावस्था के दौरान के-पॉट 150mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल करना असुरक्षित हो सकता है. हालांकि, इंसानों से जुड़े शोध सीमित हैं लेकिन जानवरों पर किए शोधों से पता चलता है कि ये विकसित हो रहे शिशु पर हानिकारक प्रभाव डालता है. आपके डॉक्टर पहले इससे होने वाले लाभ और संभावित जोखिमों की तुलना करेंगें और उसके बाद ही इसे लेने की सलाह देंगें. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
स्तनपान
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
स्तनपान के दौरान के-पॉट 150mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल सुरक्षित है. अध्ययन से पता चला है की यह दवा ज्यादा मात्रा मैं ब्रेस्टमिल्क में नहीं जाती है और बच्चे के लिए हानिकारक नहीं है.
ड्राइविंग
सेफ
के-पॉट 150mg इन्जेक्शन के सेवन से आपकी गाड़ी चलाने की क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ता है.
किडनी
सावधान
किडनी की बीमारियों से पीड़ित मरीजों में के-पॉट 150mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल सावधानी के साथ किया जाना चाहिए. के-पॉट 150mg इन्जेक्शन की खुराक में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
लिवर
डॉक्टर की सलाह लें
लीवर की बीमारी से पीड़ित मरीजों में के-पॉट 150mg इन्जेक्शन के उपयोग से जुड़ी सीमित जानकारी उपलब्ध है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
अगर आप के-पॉट इन्जेक्शन लेना भूल जाएं तो?
अगर आप के-पॉट 150mg इन्जेक्शन की खुराक लेना भूल गए हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
सभी विकल्प
यह जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है. कृपया कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.
के-पॉट 150mg इन्जेक्शन
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K Pot 150mg Injection
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Potassium Chloride 150mg Injection
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ख़ास टिप्स
- के-पॉट 150mg इन्जेक्शन का उपयोग खून में पोटेशियम के निम्न स्तर (हाइपोकैलिमिया) को रोकने या उसका इलाज करने के लिए किया जाता है.
- अगर आपको इंजेक्शन वाली जगह पर जलन, दर्द या सूजन महसूस हो तो अपने डॉक्टर/नर्स को बताएं.
- आपके शरीर में पोटेशियम के स्तर को जानने के लिए के-पॉट 150mg इन्जेक्शन लेते समय आपको अपना ब्लड टेस्ट करवाना पड़ सकता है.
- यदि आपको लंबे समय से किडनी की बीमारी, हृदय की समस्याएं, हाई ब्लड प्रेशर, गंभीर डिहाइड्रेशन, या डायरिया रहा है तो अपने डॉक्टर को बताएं.
फैक्ट बॉक्स
रासायनिक वर्ग
Alkali Metal Chloride
लत लगने की संभावना
नहीं
चिकित्सीय वर्ग
VITAMINS MINERALS NUTRIENTS
एक्शन क्लास
Minerals
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या के-पॉट 150mg इन्जेक्शन से हाइपरकैलेमिया हो सकता है?
हां, के-पॉट 150mg इन्जेक्शन जैसे पोटेशियम सप्लीमेंट का इस्तेमाल हाइपरकैलेमिया के कारण पोटेशियम के स्तर को बढ़ा सकता है. आपका डॉक्टर आपके पोटेशियम स्तर की निगरानी करने के लिए टेस्ट निर्धारित करेगा ताकि एक अधिकतम स्तर बनाए रखा जा सके.
के-पॉट 150mg इन्जेक्शन से इलाज करते समय मुझे क्या लेने से बचना चाहिए?
पोटेशियम क्लोराइड से इलाज के दौरान कम सोडियम वाले भोजन और नमक के विकल्प लेने से बचने की सलाह दी जाती है. इन खाद्य पदार्थों में पोटेशियम होता है, और उन्हें खाने से आपके रक्त में पोटेशियम का स्तर बढ़ सकता है.
अगर मेरे खून में बहुत अधिक पोटेशियम क्लोराइड है तो क्या होगा?
पोटेशियम क्लोराइड की अधिकता के कारण पेट में दर्द, मिचली आना , उल्टी, डायरिया, थकान, और सिर में हल्कापन हो सकता है.
क्या के-पॉट 150mg इन्जेक्शन आपके ब्लड प्रेशर को प्रभावित करता है?
अध्ययनों से पता चलता है कि पोटेशियम क्लोराइड की अधिकता से ब्लड प्रेशर कम हो सकता है.
अगर किडनी की बीमारी से पीड़ित मरीज को के-पॉट 150mg इन्जेक्शन दिया जाता है, तो क्या होगा?
किडनी की बीमारी वाले रोगी को के-पॉट 150mg इन्जेक्शन नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि इससे शरीर में पोटेशियम के स्तर में वृद्धि हो सकती है.
Disclaimer:
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.रिफरेंस
- Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. p. 1136.
मार्केटर की जानकारी
Name: Casca Remedies Pvt Ltd
Address: कुलदीप नगर, अम्बाला कैंट-133004.
मूल देश: भारत
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