किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन का इस्तेमाल पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज (हाथ और पैरों के लिए खराब परिसंचरण) और इंटरमिटेंट क्लाडिकेशन (चलते समय पैर में दर्द होना) (पैरों के खराब परिसंचरण के कारण होने वाले दर्द) के इलाज के लिए किया जाता है. यह हाथों और टांगों तक रक्त प्रवाह को बढ़ाकर काम करता है.
किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन को डॉक्टर की देखरेख में एडमिनिस्टर किया जाता है. आपका डॉक्टर आपके लिए दवा की खुराक और अवधि निर्धारित करेगा. आपको इस इंजेक्शन के बाद भी दीर्घकालीन इलाज के लिए डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह अनुसार अपनी अन्य सभी दवाएं जारी रखनी चाहिए.
इस दवा के सामान्य साइड इफेक्ट में मिचली आना , उल्टी, डायरिया, चक्कर आना, सिरदर्द, फ्लशिंग (चेहरे, कान, गर्दन और ट्रंक में गर्मी महसूस होना), और कमजोरी शामिल हैं. अगर ये प्रभाव आपको परेशान कर रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श करें. इस दवा का इस्तेमाल कुछ लोगों के लिए सावधानीपूर्वक किया जाता है. इसलिए, अगर आप लिवर या किडनी की किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो आपको अपने डॉक्टर को सूचित करना चाहिए. इसके अलावा, अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं और आप नियमित रूप से जो दवा ले रही है, उन सभी अन्य दवाओं के बारे में भी अपने डॉक्टर को बताएं.
इंटरमिटेंट क्लाडिकेशन (चलते समय पैर में दर्द होना)
किनेटल इन्जेक्शन के फायदे
पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज में
पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज रक्त वाहिकाओं में असामान्य रक्त परिसंचरण की स्थिति को संदर्भित करता है. किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन नसों और धमनियों के भीतर रक्त के थक्के बनने से रोकता है. यह आपके शरीर में मुक्त ब्लड फ्लो में मदद करता है, जो हार्ट अटैक या स्ट्रोक (या डीप वेन थ्रोम्बोसिस या पल्मोनरी एम्बोलिज्म) को रोकता है. यह रक्त के थक्कों के निर्माण को रोकता है और मौजूदा थक्कों का आकार बड़ा होने से रोकता है. इस दवा के प्रभाव को बढ़ाने के लिए लाइफस्टाइल में उचित बदलाव (जैसे स्वस्थ भोजन करना और सक्रिय रहना) करें.
इंटरमिटेंट क्लाडिकेशन (चलते समय पैर में दर्द होना) में
इंटरमिटेंट क्लाडिकेशन (चलते समय पैर में दर्द होना) मांसपेशियों में दर्द और हल्की थकावट (दर्द, मरोड, सुन्न या थकान की संवेदना) को संदर्भित करता है, यह आमतौर पर पिंडली की मांसपेशियों में होता है, व्यायाम करते समय या चलते समय हो सकता है, तथा थोड़ी देर आराम कर लेने पर ठीक हो जाता है. किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन पैरों में दर्द से राहत देता है जो पैरों में खून की विकृत आपूर्ति के कारण होता है. यह ब्लड क्लॉट बनने से रोकने, रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने और आपके शरीर में रक्त का मुक्त प्रवाह बनाए रखने में मदद करता है.
किनेटल इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें
किनेटल के सामान्य साइड इफेक्ट
पेट फूलना
डायरिया
फ्लशिंग (चेहरे, कान, गर्दन और शरीर में गर्मी महसूस होना)
सीने में जलन
चक्कर महसूस होना
मिचली आना
पेट में परेशानी
उल्टी
कमजोरी
सिरदर्द
चक्कर आना
किनेटल इन्जेक्शन का इस्तेमाल कैसे करें
आपका डॉक्टर या नर्स आपको यह दवा देगा. कृपया स्वयं उपयोग ना करें.
किनेटल इन्जेक्शन किस प्रकार काम करता है
किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन एक पेरीफेरल वैसोडाईलेटर है. यह रक्त के गाढ़ेपन (विस्कोसिटी) को कम करता है, जिससे वह रक्त वाहिकाओं के माध्यम से आसानी से बह सकता है. यह प्रभाव पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज में फायदेमंद है, जहां हाथों या पैरों की रक्त वाहिकाएं संकरी हो जाती हैं.
सुरक्षा संबंधी सलाह
अल्कोहल
डॉक्टर की सलाह लें
यह मालूम नहीं है कि किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन के साथ एल्कोहल का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
गर्भावस्था
डॉक्टर की सलाह लें
गर्भावस्था के दौरान किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन का इस्तेमाल करना असुरक्षित हो सकता है. हालांकि, इंसानों से जुड़े शोध सीमित हैं लेकिन जानवरों पर किए शोधों से पता चलता है कि ये विकसित हो रहे शिशु पर हानिकारक प्रभाव डालता है. आपके डॉक्टर पहले इससे होने वाले लाभ और संभावित जोखिमों की तुलना करेंगें और उसके बाद ही इसे लेने की सलाह देंगें. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
स्तनपान
डॉक्टर की सलाह लें
किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन स्तनपान के दौरान इस्तेमाल के लिए संभवतः असुरक्षित है. मानवो पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि यह दवा मां के दूध में मिश्रित हो सकती है और बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है.
ड्राइविंग
असुरक्षित
किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन के इस्तेमाल से सजगता में कमी आ सकती है, आपकी दृष्टि प्रभावित हो सकती है या आपको नींद और चक्कर आने की शिकायत हो सकती है. इन लक्षणों के महसूस होने पर वाहन न चलाएं.
किडनी
सावधान
किडनी की बीमारियों से पीड़ित मरीजों में किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन का इस्तेमाल सावधानी के साथ किया जाना चाहिए. किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन की खुराक में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
लिवर
डॉक्टर की सलाह लें
लीवर की बीमारी से पीड़ित मरीजों में किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन के उपयोग से जुड़ी सीमित जानकारी उपलब्ध है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
अगर आप किनेटल इन्जेक्शन लेना भूल जाएं तो?
अगर आप किनेटल 20mg/1ml इन्जेक्शन की कोई खुराक लेना भूल जाते हैं, तो इसे छोड़ दें और अपना सामान्य शिड्यूल बनाए रखें. खुराक को दोगुना न करें.
सभी विकल्प
यह जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है. कृपया कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.
रिफरेंस
Katzung BG, Chatterjee K. Vasodilator & the Treatment of Angina Pectoris. In: Katzung BG, Masters SB, Trevor AJ, editors. Basic and Clinical Pharmacology. 11th ed. New Delhi, India: Tata McGraw Hill Education Private Limited; 2009. p. 205.
Gersh BJ, Opie LH. Which Therapy for Which Condition? In: Opie LH, Gersh BJ, editors. Drugs for the Heart. 8th ed. Philadelphia, Pennsylvania: Elsevier Saunders; 2013. p. 528.
Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. pp. 1089-90.
Drugs and Lactation Database (LactMed) [Internet]. Bethesda (MD): National Library of Medicine (US); 2006. Pentoxifylline. [Updated 2018 Oct 31]. [Accessed 19 Feb. 2020] (online) Available from:
Central Drugs Standard Control Organisation (CDSCO). [Accessed 19 Mar. 2019] (online) Available from: