लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल
परिचय
लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल को खाने के साथ लेना चाहिए. यह आपको पेट की गड़बड़ी से बचाएगा. डोज़ इस बात पर निर्भर करेगी कि आप इसे किस लिए ले रहे हैं और यह आपके लक्षणों में कितनी बेहतर तरह से मदद कर रही है. आपको डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह के अनुसार इसे लेना चाहिए. डॉक्टर द्वारा बताए गए डोज़ से अधिक मात्रा में या अधिक समय के लिए इसका इस्तेमाल न करें.
इस दवा के सबसे आम साइड इफेक्ट में मिचली आना , उल्टी, सीने में जलन , पेट में दर्द, डायरिया, और भूख में कमी शामिल हैं. अगर इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट आपको परेशान कर रहे हैं या स्थिति अधिक खराब हो रही है, तो आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए. आपका डॉक्टर साइड इफेक्ट की रोकथाम या इन्हें कम करने के तरीके बता सकता है.
इसे लेने से पहले, अगर आपको पहले कभी पेट में अल्सर या ब्लीडिंग, हाई ब्लड प्रेशर या हार्ट, किडनी या लिवर से संबंधित कोई समस्या रह चुकी हो तो आपको अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताना चाहिए. अपने डॉक्टर को आपके द्वारा ली जाने वाली अन्य सभी दवाओं के बारे में भी बता दें क्योंकि वे इस दवा को प्रभावित या इससे प्रभावित हो सकती हैं.
गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इलाज शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए. इस दवा का सेवन करते समय आपको शराब पीने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि शराब से अत्यधिक झपकी आ सकती है.
ध्यान दें: स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए प्रतिबंधित है.
लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल के मुख्य इस्तेमाल
लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल के साइड इफेक्ट
लपिस्यूलाइड डी के सामान्य साइड इफेक्ट
- मिचली आना
- उल्टी
- सीने में जलन
- पेट में दर्द
- डायरिया
- भूख में कमी
- लीवर एंजाइम में बढ़ जाना
लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल का इस्तेमाल कैसे करें
लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल किस प्रकार काम करता है
सुरक्षा संबंधी सलाह
किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है.
अगर आप लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल लेना भूल जाएं तो?
सभी विकल्प
ख़ास टिप्स
- लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल का उपयोग विभिन्न दर्दनाक स्थितियों के इलाज में किया जाता है.
- लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल को भोजन या नाश्ते के साथ या उसके तुरंत बाद लेना चाहिए. यह पेट खराब होने के जोखिम को कम करने में मदद करता है.
- बीमार (मतली) महसूस करने से बचने के लिए सादा भोजन करें और मसालेदार भोजन से बचें.
- लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल लेते समय खूब पानी पिएं.
- अगर आपको अस्थमा है, तो लपिस्यूलाइड डी कैप्सूल से घरघराहट या सांस फूलने जैसे symptomबदतर हो सकते हैं. अगर आपके साथ ऐसा होता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें.