रिबुटिन कैप्सूल
डॉक्टर की पर्ची ज़रूरी है
परिचय
रिबुटिन कैप्सूल एक एंटीबायोटिक है, जिसका इस्तेमाल एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस) इन्फेक्शन के साथ ट्यूबरकुलोसिस के इलाज में किया जाता है. यह माइकोबैक्टीरिया नामक उन कीटाणुओं (बैक्टीरिया) से लड़ने में मदद करता है, जिसे कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों में अन्य एंटीबायोटिक्स द्वारा नष्ट करना संभव नहीं होता है.
रिबुटिन कैप्सूल का इस्तेमाल माइकोबैक्टीरियम एवियम कॉम्प्लेक्स (एमएसी) जैसे सूक्ष्मजीवों के कारण होने वाले गंभीर संक्रमण को रोकने के लिए अकेले या अन्य दवाओं के साथ किया जा सकता है. इसे डॉक्टर की सलाह अनुसार खुराक और अवधि में लेना चाहिए. यह दवा को खाली पेट लिया जाना चाहिए. सबसे अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए प्रत्येक दिन इसे एक ही समय पर लेना बेहतर है और जब तक आपको बताया गया है तब तक आपको इस दवा को लेना चाहिए. इसका सेवन जल्दी बंद कर देने से संक्रमण दुबारा हो सकता है और फिर इलाज में कठिनाई होती है.
कुछ लोगों को सफेद रक्त कोशिकाओं में कमी, एनीमिया, रैश , मिचली आना , और बुखार जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं. ये साइड इफेक्ट आमतौर पर अस्थायी होते हैं और इलाज के दौरान दूर हो जाते हैं जब आपका शरीर दवा के अनुसार एडजस्ट हो जाता है. अगर ये साइड इफेक्ट आपको परेशान करते हैं या नहीं जाते हैं तो डॉक्टर से परामर्श करें.
यदि आप गर्भवती हैं, स्तनपान करवा रही हैं, लिवर, किडनी या हृदय की किसी समस्या से पीड़ित हैं या आपको किसी दवा से एलर्जी है तो इस दवा से इलाज शुरू करने से पहले, आपको अपने डॉक्टर को इस बारे में बताना चाहिए. रक्त परीक्षण और छाती के एक्स-रे के साथ आपका नियमित रूप से निरीक्षण किया जा सकता है कि आपके पास सक्रिय ट्यूबरकुलोसिस या कोई अन्य मायकोबैक्टीरियल बीमारी नहीं है. इसका इस्तेमाल करते समय आपके डॉक्टर आंखों की नियमित जांच और लिवर फंक्शन टेस्ट की सलाह दे सकते हैं.
रिबुटिन कैप्सूल का इस्तेमाल माइकोबैक्टीरियम एवियम कॉम्प्लेक्स (एमएसी) जैसे सूक्ष्मजीवों के कारण होने वाले गंभीर संक्रमण को रोकने के लिए अकेले या अन्य दवाओं के साथ किया जा सकता है. इसे डॉक्टर की सलाह अनुसार खुराक और अवधि में लेना चाहिए. यह दवा को खाली पेट लिया जाना चाहिए. सबसे अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए प्रत्येक दिन इसे एक ही समय पर लेना बेहतर है और जब तक आपको बताया गया है तब तक आपको इस दवा को लेना चाहिए. इसका सेवन जल्दी बंद कर देने से संक्रमण दुबारा हो सकता है और फिर इलाज में कठिनाई होती है.
कुछ लोगों को सफेद रक्त कोशिकाओं में कमी, एनीमिया, रैश , मिचली आना , और बुखार जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं. ये साइड इफेक्ट आमतौर पर अस्थायी होते हैं और इलाज के दौरान दूर हो जाते हैं जब आपका शरीर दवा के अनुसार एडजस्ट हो जाता है. अगर ये साइड इफेक्ट आपको परेशान करते हैं या नहीं जाते हैं तो डॉक्टर से परामर्श करें.
यदि आप गर्भवती हैं, स्तनपान करवा रही हैं, लिवर, किडनी या हृदय की किसी समस्या से पीड़ित हैं या आपको किसी दवा से एलर्जी है तो इस दवा से इलाज शुरू करने से पहले, आपको अपने डॉक्टर को इस बारे में बताना चाहिए. रक्त परीक्षण और छाती के एक्स-रे के साथ आपका नियमित रूप से निरीक्षण किया जा सकता है कि आपके पास सक्रिय ट्यूबरकुलोसिस या कोई अन्य मायकोबैक्टीरियल बीमारी नहीं है. इसका इस्तेमाल करते समय आपके डॉक्टर आंखों की नियमित जांच और लिवर फंक्शन टेस्ट की सलाह दे सकते हैं.
रिबुटिन कैप्सूल के मुख्य इस्तेमाल
- एचआईवी इन्फेक्शन के साथ ट्यूबरक्लोसिस
रिबुटिन कैप्सूल के फायदे
एचआईवी इन्फेक्शन के साथ ट्यूबरक्लोसिस में
रिबुटिन कैप्सूल ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) इन्फेक्शन के रोगियों में माइकोबैक्टीरियम एवियम कॉम्प्लेक्स रोग (एमएसी ; एक बैक्टीरियल संक्रमण, जो गंभीर लक्षणों का कारण बन सकता है) के इलाज में मदद करता है. यह बैक्टीरिया के कारण होने वाले इंफेक्शन की वृद्धि को रोकता है तथा मारता है, जिससे इंफेक्शन के इलाज में मदद मिलती है. इसे डॉक्टर द्वारा सलाह दी गई खुराक और अवधि में लें. संक्रमण पूरी तरह से ठीक होने से पहले ही आपके लक्षणों में सुधार हो सकता है. अपने डॉक्टर से सलाह लिए बिना इसे लेना बंद न करें क्योंकि ऐसा करने से इन्फेक्शन वापस आ सकता है या और बिगड़ सकता है. अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए अपने डॉक्टर के निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें.
रिबुटिन कैप्सूल के साइड इफेक्ट
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें
रिबुटिन के सामान्य साइड इफेक्ट
- मिचली आना
- रैश
- बुखार
- एनीमिया (लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या में कमी)
- सफेद रक्त कोशिकाओं ( वाइट ब्लड सेल्स ) की संख्या में कमी
रिबुटिन कैप्सूल का इस्तेमाल कैसे करें
इस दवा की खुराक और अनुपान की अवधि के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें. रिबुटिन कैप्सूल को खाली पेट लेना चाहिए.
रिबुटिन कैप्सूल को एसिडिक खाने पीने जैसे चीनी, कुछ दूध के उत्पाद, मछली, प्रोसेस्ड खाना, ताजा माँस और प्रोसेस्ड माँस, सोडा और दूसरे मीठे पेय के साथ लेने से परहेज़ करें.
रिबुटिन कैप्सूल को एसिडिक खाने पीने जैसे चीनी, कुछ दूध के उत्पाद, मछली, प्रोसेस्ड खाना, ताजा माँस और प्रोसेस्ड माँस, सोडा और दूसरे मीठे पेय के साथ लेने से परहेज़ करें.
रिबुटिन कैप्सूल किस प्रकार काम करता है
रिबुटिन कैप्सूल, बैक्टीरिया में एंजाइम डीएनए-डिपेंडेंट आरएनए पॉलिमरेज को रोककर काम करता है, जिससे आरएनए सिंथेसिस को दबाना पड़ता है जो जीवित रहने के लिए आवश्यक है और इससे इन्फेक्शन के कारक बैक्टीरिया की कोशिकाओं की मृत्यु हो जाती है. यह मानव इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) इन्फेक्शन वाले रोगियों में माइकोबैक्टीरिम एवियम कॉम्प्लेक्स रोग (ट्यूबरकुलोसिस) के इलाज में मदद करता है.
सुरक्षा संबंधी सलाह
अल्कोहल
डॉक्टर की सलाह लें
यह मालूम नहीं है कि रिबुटिन कैप्सूल के साथ एल्कोहल का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
गर्भावस्था
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
रिबुटिन कैप्सूल को आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल करने लिए सुरक्षित माना जाता है. जानवरों पर किए अध्ययनों में पाया गया कि विकसित हो रहे शिशु पर इसका कम या कोई प्रभाव नहीं पड़ता है ; हालाँकि इससे संबंधित अध्ययन सीमित हैं.
स्तनपान
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
स्तनपान के दौरान रिबुटिन कैप्सूल का इस्तेमाल संभवतः सुरक्षित है. मानव पर किए गए सीमित शोध से यह पता चलता है कि दवा से बच्चे को कोई गंभीर जोखिम नहीं पहुंचता है.
ड्राइविंग
सेफ
रिबुटिन कैप्सूल के सेवन से आपकी गाड़ी चलाने की क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ता है.
किडनी
सावधान
किडनी की गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों में रिबुटिन कैप्सूल का इस्तेमाल सावधानी के साथ किया जाना चाहिए. रिबुटिन कैप्सूल की खुराक में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
लिवर
सावधान
लिवर की गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों में रिबुटिन कैप्सूल का इस्तेमाल सावधानी से किया जाना चाहिए. रिबुटिन कैप्सूल की खुराक में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
अगर आप रिबुटिन कैप्सूल लेना भूल जाएं तो?
अगर आप रिबुटिन कैप्सूल निर्धारित समय पर लेना भूल गए हैं तो जितनी जल्दी हो सके इसे ले लें. हालांकि, अगर अगली खुराक का समय हो गया है तो छूटी हुई खुराक को छोड़ दें और नियमित समय पर अगली खुराक लें. खुराक को डबल न करें.
सभी विकल्प
यह जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है. कृपया कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.
इस दवा के लिए कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है
ख़ास टिप्स
- रिबुटिन कैप्सूल का उपयोग एचआईवी के रोगियों में टीबी के इलाज में किया जाता है.
- अगर आपको अचानक घरघराहट, सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द, पलकों, चेहरे या होंठों में सूजन, रैश या खुजली हो तो तत्काल मेडिकल सहायता लें.
- रिबुटिन कैप्सूल लेने से आपके पेशाब का रंग लाल या नारंगी हो सकता है. आप त्वचा का रंगीन होना और अन्य बॉडी फ्लूइड तथा सॉफ्ट कॉन्टैक्ट लेंस भी अनुभव कर सकते हैं.
- रक्त परीक्षण और छाती के एक्स-रे के साथ आपका नियमित रूप से निरीक्षण किया जा सकता है कि आपके पास सक्रिय ट्यूबरकुलोसिस या कोई अन्य मायकोबैक्टीरियल बीमारी नहीं है.
- रिबुटिन कैप्सूल का इस्तेमाल करते समय आप नियमित रूप से आंखों की जांच करा सकते हैं.
- गर्भावस्था को रोकने के लिए नॉन-हार्मोनल जन्म नियंत्रण तकनीकों (कंडोम, स्पर्मिसाइड के साथ डायाफ्राम) का इस्तेमाल करें, क्योंकि रिबुटिन कैप्सूल गर्भनिरोधक गोलियों को कम प्रभावी बना सकता है.
फैक्ट बॉक्स
रासायनिक वर्ग
मैक्रोलैक्टाम्स
लत लगने की संभावना
नहीं
चिकित्सीय वर्ग
एंटी इन्फेक्टिव
एक्शन क्लास
आरएनए पोलीमरेज इन्हिबिटर्स- रिफामाइसिन्स
यूजर का फीडबैक
रिबुटिन कैप्सूल लेने वाले मरीज
दिन में एक बा*
89%
दिन में दो बा*
11%
*दिन में एक बार, दिन में दो बार
आप रिबुटिन कैप्सूल का उपयोग किस लिए कर रहे हैं?
एचआईवी इन्फेक*
57%
ट्यूबरक्लोसिस*
29%
अन्य
14%
*एचआईवी इन्फेक्शन के साथ ट्यूबरक्लोसिस, ट्यूबरक्लोसिस (टीबी)
अब तक कितना सुधार हुआ है?
औसत
67%
बढ़िया
33%
रिबुटिन कैप्सूल के सेवन से आपको क्या साइड इफ़ेक्ट हुए ?
मांसपेशियों म*
50%
कोई दुष्प्रभा*
25%
रैश
25%
*मांसपेशियों में दर्द, कोई दुष्प्रभाव नहीं
आप रिबुटिन कैप्सूल किस तरह से लेते हैं?
खाली पेट
50%
खाने के साथ
50%
कृपया रिबुटिन कैप्सूल को कीमत के आधार पर रेटिंग दें
औसत
50%
महंगा
50%
Disclaimer:
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.रिफरेंस
- Gumbo T. Chemotherapy of Tuberculosis, Mycobacterium Avium Complex Disease, and Leprosy. In: Brunton LL, Chabner BA, Knollmann BC, editors. Goodman & Gilman’s: The Pharmacological Basis of Therapeutics. 12th ed. New York, New York: McGraw-Hill Medical; 2011. pp. 1550-554.
- Chambers HF, Deck DH. Antimycobacterial Drugs. In: Katzung BG, Masters SB, Trevor AJ, editors. Basic and Clinical Pharmacology. 11th ed. New Delhi, India: Tata McGraw Hill Education Private Limited; 2009. p. 829.
- Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. pp. 1212-13.
मार्केटर की जानकारी
Name: लुपिन लिमिटेड
Address: 3rd floor Kalpataru Inspire, Off. W E Highway, Santacruz (पूर्व), मुंबई 400 055इंडिया
मूल देश: भारत
हमारे पास उपलब्ध टेस्ट
संबंधित/लोकप्रिय टेस्ट
बिक्री हेतु उपलब्ध नहीं है
वर्तमान में हम इस प्रोडक्ट की बिक्री की सुविधा नहीं दे रहे हैं