एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन मध्यम दर्द से राहत देने और बुखार को कम करने में मदद करता है. यह प्रभावी ढंग से दर्द को कम करता है और सर्जरी के बाद या जहां मौखिक रूप से लेना संभव न हो उन मामलों में थोड़े समय के लिए बुखार को कम करता है.
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन एक डॉक्टर या नर्स द्वारा लगाया जाता है और इसे स्वयं नहीं लगाना चाहिए. आपकी बीमारी की गंभीरता के आधार पर, आपका डॉक्टर सटीक डोज़ और स्केड्यूल बताएगा, जिसके अनुसार यह इन्जेक्शन दिया जाना है. यह एक घंटे के भीतर काम करना शुरू कर देता है. Inform your doctor if you are also taking other medications containing paracetamol to avoid an overdose. अगर आपका दर्द या बुखार कम नहीं होता है तो अपने डॉक्टर को बताना चाहिए.
उल्टी, सोने में कठिनाई औरकब्ज जैसे साइड इफेक्ट्स कुछ रोगियों में देखे जा सकते हैं. अगर इन साइड इफेक्ट में समय के साथ सुधार नहीं होता है या लंबे समय तक बने रहते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करें. अगर इस दवा का सेवन करते समय रैश या एलर्जी का रिएक्शन दिखता है तो तुरंत अपने डॉक्टर को सूचित करें.
गर्भवती और नर्सिंग केयर वाली महिलाओं को केवल मेडिकल देखरेख के तहत इसका इस्तेमाल करना चाहिए. लिवर और किडनी के मरीजों में तथा अत्यधिक शराब पीने वाले लोगों में इसका इस्तेमाल सावधानी के साथ किया जाना चाहिए. गंभीर या ऐक्टिव लिवर संबंधित रोग से पीड़ित मरीज़ों को इसकी सलाह नहीं दी जाती है.
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन एक आम दर्द निवारक है जो दर्द को कम करने और दर्द का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह मस्तिष्क में कुछ ऐसे रसायनों को ब्लॉक करती है, जिनसे दर्द और बुखार उत्पन्न होते हैं. यह सिरदर्द, माइग्रेन, तंत्रिका दर्द, दांत दर्द, गले में खराश, मासिक धर्म (दर्द), जोड़ों के दर्द और मांसपेशियों के दर्द से राहत दिलाने में प्रभावी है।. यह दवा बहुत अधिक इस्तेमाल की जाती है और अगर इसे सही खुराक में लिया जाए, तो इसके बहुत कम साइड इफेक्ट्स होते हैं. अधिकतम फायदे के लिए इसे डॉक्टर के बताए दिशानिर्देश के अनुसार ही लें. जरूरत से ज्यादा खुराक या लंबे समय तक इसका सेवन ना करें क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है. आमतौर पर आपको सबसे कम पॉवर वाली डोज लेनी चाहिए जो थोड़े समय के लिए सही ढंग से असर करे. यह गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान होने वाले दर्द के निवारण के लिए पहली पसंद है.
बुखार का इलाज
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल उच्च तापमान (बुखार) को कम करने के लिए भी किया जाता है. यह कुछ केमिकल मैसेंजर्स को रिलीज होने से रोकता है जो बुखार का कारण बनते हैं. यह अकेले या किसी अन्य दवा के साथ लिए जा सकता है. आपको इसे नियमित रूप से अपने डॉक्टर द्वारा सलाह के अनुसार लेना चाहिए.
Side effects of Spmol-DS Injection
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें
Common side effects of Spmol-DS
पेट में दर्द
मिचली आना
उल्टी
सिरदर्द
अनिद्रा (नींद में कठिनाई)
कब्ज
Itching
चिंता
How to use Spmol-DS Injection
आपका डॉक्टर या नर्स आपको यह दवा देगा. कृपया स्वयं उपयोग ना करें.
How Spmol-DS Injection works
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन एक एनाल्जेसिक (दर्द से राहत देने वाली दवा) और एंटी-पायरेटिक (बुखार कम करने वाली दवा) है. यह मस्तिष्क से उन केमिकल मैसेंजर को निकलने से रोकती है जिनकी वजह से दर्द या बुखार होता है.
सुरक्षा संबंधी सलाह
अल्कोहल
UNSAFE
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन के साथ शराब पीना सुरक्षित नहीं है.
गर्भावस्था
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
गर्भावस्था के दौरान एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल सुरक्षित है. अधिकांश अध्ययनों से पता चला है कम या विकासशील बच्चे के लिए कोई जोखिम नहीं.
स्तनपान
डॉक्टर की सलाह लें
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन स्तनपान के दौरान इस्तेमाल के लिए संभवतः असुरक्षित है. मानवो पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि यह दवा मां के दूध में मिश्रित हो सकती है और बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है.
ड्राइविंग
सेफ
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन के सेवन से आपकी गाड़ी चलाने की क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ता है.
किडनी
सावधान
किडनी की गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों में एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल सावधानी के साथ किया जाना चाहिए. एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन की खुराक में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें. हालांकि, एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन में पैरासिटामोल होता है, जिसको किडनी की बीमारियों में सर्वाधिक सुरक्षित दर्द निवारक माना जाता है.
लिवर
सावधान
लिवर की बीमारियों से पीड़ित मरीजों में एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल सावधानी से किया जाना चाहिए. एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन की खुराक में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें. हालांकि, लिवर की गंभीर बीमारी और लिवर की एक्टिव बीमारी से पीड़ित मरीजों को एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है.
What if you forget to take Spmol-DS Injection
अगर आप एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन की खुराक लेना भूल गए हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
सभी विकल्प
यह जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है. कृपया कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन, विशेष रूप से सर्जरी के बाद, काम अवधि के लिए, मध्यम दर्द और बुखार, से राहत देने में मदद करता है,.
अपने डॉक्टर को सूचित करें अगर आप अन्य दवाएं भी ले रहे हैं जिसमें पैरासिटामोल शामिल है.
अगर आपको लिवर की बीमारी, किडनी की गंभीर बीमारी या शराब की लत है तो अपने डॉक्टर को बताएं.
अगर आपको पहले 24 घंटों के भीतर तबीयत खराब होने, वज़न कम होने, त्वचा का पीला पड़ना (पैलर) या पेट में दर्द जैसे लक्षणों का अनुभव होता है, तो अपने डॉक्टर को बताएं, क्योंकि यह अधिक खुराक लेने (ओवरडोज) का संकेत हो सकता है.
अगर आप इस दवा का इस्तेमाल लम्बे समय तक चलने वाले इलाज के लिए कर रहे हैं तो डॉक्टर नियमित रूप से आपके किडनी, लीवर और खून की जांच कर सकते हैं.
फैक्ट बॉक्स
रासायनिक वर्ग
P-Aminophenol Derivative
लत लगने की संभावना
नहीं
चिकित्सीय वर्ग
दर्द निवारक
एक्शन क्लास
Analgesic & Antipyretic-PCM
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन को कैसे लगाया जाता है?
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन को केवल प्रशिक्षित हेल्थकेयर प्रोफेशनल या डॉक्टर के निरीक्षण के तहत संचालित किया जाना चाहिए. इसे खुद से नहीं लगाना चाहिए. मेडिसिन की खुराक आपके इलाज की जाने वाली स्थिति पर निर्भर करेगी और इसे आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित किया जाएगा. एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन का अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए अपने डॉक्टर के निर्देशों का ध्यान से पालन करें.
अगर एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन लेने के बाद मुझे उल्टी होती है, तो क्या होगा?
अगर आप एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन टैबलेट या सिरप की खुराक लेने के बाद 30 मिनट से कम समय में उल्टी करते हैं, तो उसी खुराक को दोबारा लें. अगर आप एक खुराक लेने के 30 मिनट के बाद उल्टी करते हैं, तो इसकी भरपाई के लिए तुरंत खुराक लेने की जरूरत नहीं है बल्कि अगली खुराक का जब समय हो तब ही लें.
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन से अधिक मात्रा में लेने के गंभीर साइड इफेक्ट क्या हैं?
Overdose of Spmol-DS 150mg Injectione may cause severe life-threatening liver injury. निर्धारित खुराक से अधिक लेने से किडनी को नुकसान, प्लेटलेट की संख्या में कमी और कोमा भी हो सकता है. ओवरडोज के शुरुआती लक्षणों में मिचली आना , उल्टी, और सामान्य थकान शामिल हैं. संदिग्ध ओवरडोज के मामले में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें या आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की मदद लें.
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन लेने के बाद मुझे कब बेहतर महसूस होगा?
आमतौर पर, आप एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन लेने के लगभग आधे घंटे के बाद बेहतर महसूस करना शुरू करेंगे.
क्या एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन एक एंटीबायोटिक है?
नहीं, एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन एंटीबायोटिक नहीं है. यह दर्द निवारक और बुखार कम करने वाली दवा के रूप में काम करता है.
क्या एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन बच्चों के लिए सुरक्षित है?
एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन को बच्चों के लिए केवल तभी सुरक्षित माना जाता है जब डॉक्टर द्वारा निर्देशित हो.
क्या मैं एक साथ एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन और आईबुप्रोफेन ले सकता/सकती हूं?
इबुप्रोफेन और एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन सुरक्षित दवाएं हैं, लेकिन दोनों को एक साथ इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अगर आपको यकीन नहीं है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
क्या एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन से शिशुओं को नींद आती है?
नहीं, एसपीमोल-डीएस 150mg इन्जेक्शन से बच्चों को नींद नहीं आती है. यह दर्द निवारक दवा है जिसका इस्तेमाल उच्च बुखार को नियंत्रित करने के लिए भी किया जाता है.
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.
रिफरेंस
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