टीटी इन्जेक्शन को टिटनेस (जिसे लॉकजॉ भी कहा जाता है) की रोकथाम करने के लिए वैक्सीनेशन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. बचपन में, चार खुराक लेने की सलाह दी जाती है, पांचवीं खुराक किशोरावस्था में दी जाती है. हर 10 साल में अतिरिक्त खुराक की सलाह दी जाती है.
टीटी इन्जेक्शन एक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर द्वारा लगाया जाता है और इसे स्वयं नहीं लगाना चाहिए. यह महत्वपूर्ण है कि बच्चे को टीके की सभी खुराकें मिलें. वैक्सीन सबसे अधिक असरदार होने के लिए, हर 10 वर्ष में वैक्सीनेशन बूस्टर इन्जेक्शन लेना ज़रूरी होता है.
इस दवा के कुछ सामान्य साइड इफेक्ट में वैक्सीनेशन इंजेक्शन की साइट पर रिएक्शन (जैसे दर्द, सूजन, और लाल होना), बुखार, और भूख में कमी शामिल हैं. अगर यह साइड इफेक्ट ठीक नहीं होते हैं या स्थिति अधिक खराब होती जा रही है, तो डॉक्टर को बताएं. डॉक्टर इन लक्षणों को कम करने या इनकी रोकथाम के तरीकों से मदद कर सकता है.
अगर आप किसी अन्य बीमारी से पीडित हैं तो इस टीके को लेने से पहले अपने डॉक्टर को बताना जरूरी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह टीका आपके लिए सुरक्षित है. आपको अपने डॉक्टर को उन सभी दवाओं के बारे में बताना चाहिए जिन्हें आप ले रहे हैं.
टिटनेस के कारण एक लॉक्ड जॉ नामक स्थिति आती है, जिसके कारण सांस लेना, मुंह खोलना, खाना या निगलना असंभव हो जाता है. टीटी इन्जेक्शन टिटनेस का कारण बनने वाले बैक्टीरिया का इन्फेक्शन रोकने वाले पदार्थों को पैदा करने में शरीर की मदद करके टिटनेस को रोकता है. टीटी इन्जेक्शन सभी को दिया जाना चाहिए, इसे 2 महीने की उम्र के बच्चे को भी दिया जा सकता है. लगभग हर 10 साल में सभी के लिए टीकाकरण बूस्टर खुराक की सलाह दी जाती है. संपर्क होने के बाद, इनक्यूबेशन अवधि औसत आठ दिनों के साथ 3 से 21 दिनों तक अलग-अलग होती है. व्यक्ति को सुरक्षित रखने के इसे एक्सपोजर के बाद भी दिया जा सकता है. यदि आपको कोई संदेह है तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
टीटी इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें
टीटी के सामान्य साइड इफेक्ट
इंजेक्शन वाली जगह पर रिएक्शन (दर्द, सूजन, लालिमा)
भूख में कमी
बुखार
टीटी इन्जेक्शन का इस्तेमाल कैसे करें
आपका डॉक्टर या नर्स आपको यह दवा देगा. कृपया स्वयं उपयोग ना करें.
टीटी इन्जेक्शन किस प्रकार काम करता है
टीटी इन्जेक्शन को टिटनेस के विरुद्ध टीकाकरण के लिए इस्तेमाल जाता है. यह हल्का इन्फेक्शन पैदा करके इम्यूनिटी विकसित करने में मदद करता है. इस प्रकार के इन्फेक्शन से बीमारी नहीं होती है, लेकिन किसी भी भविष्य के इन्फेक्शन से सुरक्षा के लिए एंटीबॉडी उत्पन्न करने के लिए शरीर के इम्यून सिस्टम को उत्तेजित करता है.
सुरक्षा संबंधी सलाह
अल्कोहल
डॉक्टर की सलाह लें
यह मालूम नहीं है कि टीटी इन्जेक्शन के साथ एल्कोहल का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
गर्भावस्था
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
गर्भावस्था के दौरान टीटी इन्जेक्शन का इस्तेमाल सुरक्षित है. अधिकांश अध्ययनों से पता चला है कम या विकासशील बच्चे के लिए कोई जोखिम नहीं.
स्तनपान
डॉक्टर की सलाह लें
स्तनपान के दौरान टीटी इन्जेक्शन के इस्तेमाल से संबंधित जानकारी उपलब्ध नहीं है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
ड्राइविंग
सेफ
टीटी इन्जेक्शन के सेवन से आपकी गाड़ी चलाने की क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ता है.
किडनी
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
टीटी इन्जेक्शन किडनी से जुड़ी बीमारी वाले मरीजों में इस्तेमाल के लिए संभवतः सुरक्षित है. ऐसी कम ही जानकारी उपलब्ध है जिससे पता चलता है कि इस तरह के मरीजों के लिए टीटी इन्जेक्शन की खुराक कम या ज्यादा करने की ज़रूरत नहीं है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
लिवर
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
लिवर की बीमारी वाले मरीजों के लिए टीटी इन्जेक्शन का इस्तेमाल संभवतः सुरक्षित है. ऐसी कम ही जानकारी उपलब्ध है जिससे पता चलता है कि इस तरह के मरीजों के लिए टीटी इन्जेक्शन की खुराक कम या ज्यादा करने की ज़रूरत नहीं है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
अगर आप टीटी इन्जेक्शन लेना भूल जाएं तो?
अगर आप टीटी इन्जेक्शन की खुराक लेना भूल गए हैं, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें.
सभी विकल्प
यह जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है. कृपया कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.
टीटी इन्जेक्शन टिटनेस संक्रमण की रोकथाम के लिए दिया जाता है.
यह हॉस्पिटल सेटिंग में डॉक्टर या नर्स द्वारा दिया जाता है.
यदि आप ब्लड डिसऑर्डर से पीड़ित हैं तो टीटी इन्जेक्शन लेने से पहले अपने डॉक्टर को बताएं.
अगर आप गर्भवती हैं या आपको लगता है कि आप गर्भवती हो सकती हैं या आप स्तनपान करा रही हैं तो टीटी इन्जेक्शन लेने से पहले डॉक्टर को इस बारे में बताएं.
फैक्ट बॉक्स
रासायनिक वर्ग
वैक्सीन
लत लगने की संभावना
नहीं
चिकित्सीय वर्ग
वैक्सीन
एक्शन क्लास
टॉक्सॉइड (इनएक्टिवेटेड टॉक्सिन्स)
यूजर का फीडबैक
टीटी इन्जेक्शन लेने वाले मरीज
महीने में एक *
100%
*महीने में एक बार
आप टीटी इन्जेक्शन का उपयोग किस लिए कर रहे हैं?
टिटनेस
53%
अन्य
47%
अब तक कितना सुधार हुआ है?
बढ़िया
57%
खराब
28%
औसत
15%
टीटी इन्जेक्शन के सेवन से आपको क्या साइड इफ़ेक्ट हुए ?
कोई दुष्प्रभा*
53%
शरीर में दर्द
20%
हाथ-पैर में द*
7%
भूख में कमी
7%
जोड़ों का दर्*
7%
*कोई दुष्प्रभाव नहीं, हाथ-पैर में दर्द, जोड़ों का दर्द
आप टीटी इन्जेक्शन किस तरह से लेते हैं?
खाने के साथ
60%
भोजन के साथ य*
20%
खाली पेट
20%
*भोजन के साथ या उसके बिना
कृपया टीटी इन्जेक्शन को कीमत के आधार पर रेटिंग दें
महंगा नहीं
56%
महंगा
33%
औसत
11%
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
टीटी इन्जेक्शन किस प्रकार की इम्यूनिटी प्रदान करता है?
टीटी इन्जेक्शन आर्टिफिशियल रूप से इम्युनिटी को ऐक्टिव करता है. इस प्रकार की इम्यूनिटी जनरेट की जाती है जब बीमारी का मृत या कमजोर संस्करण शरीर में प्रवेश करता है, इससे इम्यून रिस्पॉन्स होता है जिसमें एंटीबॉडी का उत्पादन शामिल होता है. टीटी इन्जेक्शन से वैक्सीनेशन करने पर एक जानलेवा बीमारी टिटनेस की रोकथाम में मदद मिलती है.
बूस्टर खुराक या बूस्टर वैक्सीन या बूस्टर शॉट क्या है?
बूस्टर डोज या बूस्टर वैक्सीन या बूस्टर शॉट एक वैक्सीन की एक अतिरिक्त खुराक है जिसे कुछ बीमारियों के लिए शुरुआती या प्राथमिक टीका पूरी करने के बाद समय-समय पर (आमतौर पर हर साल एक बार) प्रशासित किया जा सकता है. यह इस तरह की बीमारियों से आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है ताकि आप उनके खिलाफ पर्याप्त रूप से सुरक्षित हैं.
क्या टिटनेस का इलाज है?
<product1> का कोई इलाज नहीं है. किसी व्यक्ति में लक्षण विकसित होने पर केवल सहायक उपचार और हॉस्पिटल में समस्याओं का मैनेज किया जा सकता है. टिटनेस का इलाज करने का सबसे अच्छा तरीका टीकाकरण या इम्यूनाइज़ेशन के माध्यम से इसकी रोकथाम करना है.
संपर्क में आने के बाद टिटनेस के लक्षण दिखाने में कितना समय लगता है?
संपर्क होने के बाद, इनक्यूबेशन अवधि औसत आठ दिनों के साथ 3 से 21 दिनों तक अलग-अलग होती है. इसके अलावा चोट की साइट केंद्रीय तंत्रिका प्रणाली से होती है, जब इनक्यूबेशन अवधि लंबे समय तक होती है. इनक्यूबेशन अवधि कम होने पर, मृत्यु का जोखिम जितना अधिक होगा.
टिटनेस के लक्षण क्या हैं? टीटी इन्जेक्शन कैसे काम करता है?
टिटनेस के लक्षणों में शरीर की मांसपेशियों का जकड़ जाना शामिल है जिससे जबड़ा लॉक हो जाता है और सांस लेना, मुंह खोलना, खाना या निगलना असंभव हो जाता है. टीटी इन्जेक्शन, शरीर को टिटनेस कारक बैक्टीरिया के संक्रमण का प्रतिरोध करने के लिए आवश्यक पदार्थों के उत्पादन में मदद करके काम करता है.
टीटी इन्जेक्शन किसे लेना चाहिए?
टीटी इन्जेक्शन सभी को दिया जाना चाहिए, इसे 2 महीने की उम्र के बच्चे को भी दिया जा सकता है. लगभग 10 वर्षों में हर किसी के लिए बूस्टर डोज़ की सलाह दी जाती है. अगर वैक्सीनेशन से संबंधित कोई संदेह है तो डॉक्टर से परामर्श लें.
अगर मैंने टीटी इन्जेक्शन की खुराक नहीं ली यानि मिस हो गया तो इससे क्या होगा?
अगर टीटी इन्जेक्शन की निर्धारित बूस्टर खुराक छूट गई है, तो अपने डॉक्टर से बात करें और जल्द से जल्द दूसरी विजिट की व्यवस्था करें.
क्या टीटी इन्जेक्शन एक सुरक्षित वैक्सीन है?
विभिन्न अध्ययन और परीक्षणों से पता चला है कि टीटी इन्जेक्शन एक सुरक्षित और प्रभावी टीका/वैक्सीन है. इसलिए, इसे विश्वभर के विभिन्न मेडिकल संगठनों और डॉक्टरों द्वारा उपयोग और सुझाव देने के लिए अनुमोदित किया गया है. टिटनेस जैसी जानलेवा बीमारियों की रोकथाम करके, यह बहुत अधिक फायदेमंद सिद्ध हुआ है. टीटी इन्जेक्शन भी काफी प्रभावकारी है. इस वैक्सीन के साथ देखा जाने वाला कोई भी साइड इफेक्ट आमतौर पर मामूली होता है और जल्द समाधान होता है.
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.
रिफरेंस
Sinha A, Singh S. Immunization and Immunodeficiency. In: Paul VK, Bagga A, editors. Ghai Essential Pediatrics. 8th ed. New Delhi: CBS Publisher's & Distributors Pvt Ltd.; 2013. pp. 194-05.