Waxonil Mic Ear Drop
परिचय
Waxonil Mic Ear Drop is for external use only. डॉक्टर द्वारा निर्धारित खुराक और अवधि में इसका इस्तेमाल करें. इस्तेमाल से पहले आपको इस्तेमाल के दिशानिर्देशों के लिए लेबल की जांच करनी चाहिए. अगर आपका कान का पर्दा फटा हुआ है या उसमें छेद है और हाल ही में कान की सर्जरी हुई है, तो इसका इस्तेमाल अपने कान पर न करें. आपके डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें और अगर पहली बार इस्तेमाल करने से पहले उसकी सील टूटी हुई है तो कभी भी बोतल का इस्तेमाल न करें.
इस दवा के उपयोग से कान में हल्की जलन, कान नलिका के सूखने, और कान में लालिमा या रैश जैसी प्रतिक्रियाएं हो सकते हैं. अगर इनमें से कोई भी साइड इफ़ेक्ट आपको परेशान करता है या और बिगड़ जाता है तो अपने डॉक्टर को बताएं.
Use three to four drops of Waxonil Mic Ear Drop twice daily for seven days and allow the solution to remain in the ear for 5 to 10 minutes. अगर पांच दिन बाद भी आपके लक्षण बेहतर नहीं होते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करें.
वैक्सोनिल इयर ड्रॉप के मुख्य इस्तेमाल
- ईयरवैक्स का नरम होना
वैक्सोनिल इयर ड्रॉप के फायदे
ईयरवैक्स का नरम होना में
वैक्सोनिल इयर ड्रॉप के साइड इफेक्ट
वैक्सोनिल के सामान्य साइड इफेक्ट
- कान में जलन
- Dry ears
- एरीथेमा (त्वचा लाल होना)
वैक्सोनिल इयर ड्रॉप का इस्तेमाल कैसे करें
वैक्सोनिल इयर ड्रॉप किस प्रकार काम करता है
सुरक्षा संबंधी सलाह
अगर आप वैक्सोनिल इयर ड्रॉप लेना भूल जाएं तो?
सभी विकल्प
फैक्ट बॉक्स
Disclaimer:
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.रिफरेंस
- McQuaid KR. Drugs Used in the Treatment of Gastrointestinal Diseases. In: Katzung BG, Masters SB, Trevor AJ, editors. Basic and Clinical Pharmacology. 11th ed. New Delhi, India: Tata McGraw Hill Education Private Limited; 2009. p. 1069.