ऐप्ज़ 2mg टैबलेट एक एंटीसाइकोटिक दवा है.. इसे स्किजोफ्रेनिया (एक मेंटल डिसऑर्डर जिसके परिणामस्वरूप भ्रम या धोखा हो सकता है और व्यक्ति की सोचने और व्यवहार करने की क्षमता भी प्रतिकूल तरीके से प्रभावित हो सकती है) और मेनिया के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है. इसका इस्तेमाल डिप्रेशन और बाइपोलर डिसऑर्डर के इलाज के लिए भी किया जा सकता है.
Apz 2mg Tablet is taken by mouth with or without food preferably at morning.. हालांकि, हर दिन इसे एक निश्चित समय पर लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि ऐसा करना खून में लगातार दवा का लेवल बनाए रखने में मदद करता है. इस दवा को अपने डॉक्टर द्वारा निर्धारित खुराक और अवधि में ही लें और अगर आप कोई खुराक लेना भूल गए हैं तो उसे जल्द ही ले लें. बेहतर महसूस होने के बावजूद भी दवा की कोई खुराक ना छोड़ें और इलाज का कोर्स पूरा खत्म करें. यह महत्वपूर्ण है कि इस दवा को डॉक्टर से बात किए बिना अचानक बंद नहीं किया जाए क्योंकि इससे आपके लक्षणों की अवस्था और भी खराब हो सकती है.
Some common side effects of this medicine includes nausea, vomiting, blurred vision, and dryness in mouth.. Initially, this medicine may cause sudden drop in the blood pressure when you change positions, so it is better to rise slowly if you have been sitting or lying down. इससे चक्कर आने और नींद आने की समस्या भी होती है, इसलिए जब तक आप यह न जान लें कि यह दवा आपको कैसे प्रभावित करती है, तब तक ड्राइव न करें या कुछ भी ऐसा न करें जिसमें दिमाग को एकाग्र रखने की आवश्यकता हो.. यह दवा आपके ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ा सकती है. हालांकि, स्वस्थ आहार लेकर और नियमित रूप से व्यायाम करके अपनी जीवन शैली में बदलाव लाने से इस साइड इफेक्ट को कम किया जा सकता है.. Remember to inform doctor if you develop any unusual changes in mood or behavior, new or worsening depression, or suicidal thoughts while taking this medicine.
मेनिया का अर्थ है बेहद उत्तेजित होना या मूड का बहुत अच्छा होना. ऐप्ज़ 2mg टैबलेट मूड को शांत रखने और तंत्रिकाओं को आराम देने में मदद करता है. यह मूड को स्थिर करता है और मेनिया के लक्षणों को दोबारा होने से रोकता है. ऐप्ज़ 2mg टैबलेट लेने से यह सुनिश्चित होगा कि आपका सामाजिक जीवन बेहतर रहे और आप अपनी दैनिक गतिविधियों को अधिक आसानी से पूरा कर सकें.
स्किजोफ्रेनिया में
स्किजोफ्रेनिया एक मानसिक विकार है जिसमें व्यक्ति की सोचने की क्षमता, भावनाओं और व्यवहार में असामान्यता आ जाती है. ऐप्ज़ 2mg टैबलेट मस्तिष्क में केमिकल्स के असंतुलन को ठीक करने में मदद करता है जो ऐसे बदलाव के लिए जिम्मेदार हैं. यह विचार, व्यवहार में सुधार करता है और जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाता है.
ऐप्ज़ टैबलेट के साइड इफेक्ट
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें
ऐप्ज़ के सामान्य साइड इफेक्ट
एक्थिसिया (एक जगह स्थिर रहने में असमर्थ)
चिंता
धुंधली नज़र
कब्ज
चक्कर आना
थकान
सिरदर्द
ज्यादा लार बनना
अपच
अनिद्रा (नींद में कठिनाई)
मिचली आना
पार्किंसनिज़्म
बेचैनी
नींद आना
झटके लगना
उल्टी
डायबिटीज
ऐप्ज़ टैबलेट का इस्तेमाल कैसे करें
इस दवा की खुराक और अनुपान की अवधि के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें. इसे साबुत निगल लें. इसे चबाएं, कुचलें या तोड़ें नहीं. ऐप्ज़ 2mg टैबलेट को खाने के साथ या भूखे पेट भी ले सकते हैं, लेकिन बेहतर यह होगा कि इसे एक तय समय पर लिया जाए.
ऐप्ज़ टैबलेट किस प्रकार काम करता है
ऐप्ज़ 2mg टैबलेट एक एटिपिकल एंटीसाइकोटिक है. यह मस्तिष्क में विचारों को प्रभावित करने वाले कुछ रासायनिक मैसेंजर की क्रिया को परिवर्तित करके काम करता है.
सुरक्षा संबंधी सलाह
अल्कोहल
असुरक्षित
ऐप्ज़ 2mg टैबलेट के साथ शराब पीना सुरक्षित नहीं है.
गर्भावस्था
डॉक्टर की सलाह लें
गर्भावस्था के दौरान ऐप्ज़ 2mg टैबलेट का इस्तेमाल करना असुरक्षित हो सकता है.. हालांकि, इंसानों से जुड़े शोध सीमित हैं लेकिन जानवरों पर किए शोधों से पता चलता है कि ये विकसित हो रहे शिशु पर हानिकारक प्रभाव डालता है. आपके डॉक्टर पहले इससे होने वाले लाभ और संभावित जोखिमों की तुलना करेंगें और उसके बाद ही इसे लेने की सलाह देंगें. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
स्तनपान
डॉक्टर की सलाह लें
ऐप्ज़ 2mg टैबलेट स्तनपान के दौरान इस्तेमाल के लिए संभवतः असुरक्षित है. मानवो पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि यह दवा मां के दूध में मिश्रित हो सकती है और बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है.
ड्राइविंग
असुरक्षित
ऐप्ज़ 2mg टैबलेट के इस्तेमाल से सजगता में कमी आ सकती है, आपकी दृष्टि प्रभावित हो सकती है या आपको नींद और चक्कर आने की शिकायत हो सकती है.. इन लक्षणों के महसूस होने पर वाहन न चलाएं.
किडनी
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
किडनी के मरीजों के लिए ऐप्ज़ 2mg टैबलेट का इस्तेमाल पूरी तरह सुरक्षित है. ऐप्ज़ 2mg टैबलेट की खुराक को कम या ज्यादा ना करें.
लिवर
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
लिवर की बीमारी वाले मरीजों के लिए ऐप्ज़ 2mg टैबलेट का इस्तेमाल संभवतः सुरक्षित है. ऐसी कम ही जानकारी उपलब्ध है जिससे पता चलता है कि इस तरह के मरीजों के लिए ऐप्ज़ 2mg टैबलेट की खुराक कम या ज्यादा करने की ज़रूरत नहीं है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
सभी विकल्प
यह जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है. कृपया कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.
आपको साइकोटिक लक्षणों और मैनिएक एपिसोड से राहत देने के लिए ऐप्ज़ 2mg टैबलेट लेने की सलाह दी गई है.
विचारों और मूड पर पूरा असर देखने में 4 से 6 सप्ताह का समय लग सकता है. डॉक्टर ने जैसा लेने के लिए कहा है वैसा ही लेते रहें.
अगर आपको सोने में परेशानी हो रही है तो आपका डॉक्टर आपको इसे सुबह लेने की सलाह दे सकता है.
यह आपके ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है. पौष्टिक खाएं, नियमित रूप से व्यायाम करें और नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर नज़र रखें.
ऐप्ज़ 2mg टैबलेट के सेवन से चक्कर आना या नींद आना हो सकता है.. जब तक आप यह नहीं जानते कि यह आपको कैसे प्रभावित करता है, तब तक ड्राइव न करें या एकाग्रता वाला कोई काम न करें.
ऐप्ज़ 2mg टैबलेट लेते समय शराब का सेवन न करें क्योंकि इससे बहुत अधिक ड्राउजिनेस हो सकती है.
अगर आपको अचानक मूड में बदलाव, असामान्य गतिविधि या आत्महत्या के विचार आने लगते हैं, तो अपने डॉक्टर को बताएं.
Suffering from Depression and Mania, what should be done
Dr. Jyoti Kapoor Madan
Psychiatry
Bipolar Affective Disorder is a chronic problem caused by Neuro chemical disturbance in brain. It is characterised by excessive mood swings leading to disruption in routine life. Treatment is with mood stabilizer medicines and antipsychotic medicines which may need to continue throughout life. Please see a psychiatrist for further guidance.
Mania is a component of Bipolar Affective Disorder. Bipolar Affective Disorder is a chronic problem caused by Neuro chemical disturbance in brain. It is characterised by excessive mood swings leading to disruption in routine life. Treatment is with mood stabilizer medicines and antipsychotic medicines which may need to continue throughout life. Please see a psychiatrist for further guidance.
Dear sir I am 17 years old having height of 174 centimetre and weight of 54 kg. I eat normally 44 chapatis and a little bit of rice please help me in making my health condition a bit good
Megha Mukhija
Dietetics/Nutrition
Hi PATIENT confirm the no. Of chappati you have mentioned. Thanks Megha Mukhija Health Mania
contacts your neurophysician or neuro psychtrist or some of meditation or exercises contact my clinic because of,this type of patient differ from others
Schizophrenia is a chronic problem caused by Neuro chemical disturbance in brain. It is characterised by fear, odd experiences and distorted thought pattern. Treatment is with antipsychotic medicines which may need to continue throughout life. Coping with a mental disorder as serious as schizophrenia can be challenging, both for the person with the condition and for friends and family. Here are some ways to cope: 1. Learn about schizophrenia. Education about the disorder can help motivate the person with the disease to stick to the treatment plan. Education can help friends and family understand the disorder and be more compassionate with the person who has it. 2. Join a support group. Support groups for people with schizophrenia can help them reach out to others facing similar challenges. Support groups may also help family and friends cope. 3. Stay focused on goals. Managing schizophrenia is an ongoing process. Keeping treatment goals in mind can help the person with schizophrenia stay motivated. Help your loved one remember to take responsibility for managing the illness and working toward goals. 4. Ask about social services assistance. These services may be able to assist with affordable counselling services, job placements and other daily activities. 5. Learn relaxation and stress management. The person with schizophrenia and loved ones may benefit from stress-reduction techniques such as meditation, yoga or tai chi. Please see a psychiatrist for further guidance.
ऐप्ज़ 2mg टैबलेट पागलपन के दौरे (मैनिक एपिसोड) और बायपोलर विकार के अन्य मूड लक्षणों के इलाज में प्रभावी होता है लेकिन डिप्रेशन के लिए नहीं. इसलिए, इसे बाइपोलर विकारों के इलाज के लिए वैल्प्रोटेट जैसे मूड स्टेबिलाइज़र के साथ जोड़ा जा सकता है.
प्र. ऐप्ज़ 2mg टैबलेट का असर दिखने में कितना समय लगता है?
ऐप्ज़ 2mg टैबलेट का इस्तेमाल शुरू करने के कुछ दिनों या कुछ सप्ताह के बाद ऐप्ज़ 2mg टैबलेट का लाभ दिखाई दे सकता है. इस दवा के पूरे लाभ देखने में 4-6 सप्ताह लग सकते हैं.
प्र. क्या ऐप्ज़ 2mg टैबलेट आपको लैंगिक रूप से प्रभावित करता है?
हां, ऐप्ज़ 2mg टैबलेट के कारण कुछ मरीजों में लंबा और दर्दनाक इरेक्शन (प्रायपिज्म) हो सकता है. इसके कारण इम्पल्स कंट्रोल डिसऑर्डर भी हो सकता है जिसमें रोगी उस व्यक्ति के लिए अप्रतिबद्ध और असामान्य अनुरोध या क्रेविंग विकसित कर सकता है. इस मामले में, रोगी असामान्य रूप से उच्च सेक्स ड्राइव विकसित कर सकता है या यौन विचारों या अनुभूतियों में वृद्धि का अनुभव कर सकता है. ऐप्ज़ 2mg टैबलेट की खुराक को बदलने या बंद करने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
प्र. मुझे ऐप्ज़ 2mg टैबलेट के बारे में सबसे महत्वपूर्ण बात क्या है?
ऐप्ज़ 2mg टैबलेट डिमेंशिया के वृद्ध मरीजों को नहीं दी जाती है, क्योंकि इससे मृत्यु का जोखिम बढ़ सकता है. डिमेंशिया एक मस्तिष्क विकार है जो याद रखने, स्पष्ट रूप से सोचने, संचार करने और दैनिक गतिविधियों को प्रभावित करने की क्षमता को प्रभावित करता है. इससे आगे मूड और व्यक्तित्व में बदलाव हो सकता है. इसके अलावा, डिप्रेशन के मरीजों को ऐप्ज़ 2mg टैबलेट दिए जाने पर उन पर अच्छे से नजर रखनी चाहिए, क्योंकि उनमें आत्महत्या की प्रवृत्ति विकसित हो सकती है.
प्र. ऐप्ज़ 2mg टैबलेट का इस्तेमाल करते समय मुझे क्या नहीं करना चाहिए?
ऐप्ज़ 2mg टैबलेट के इस्तेमाल से आमतौर पर नींद आना, बेहोशी, चक्कर आना, धुंधली नज़र , और डबल विजन (दोहरी दृष्टि) की समस्या हो सकती है.. अगर आप इन लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो ड्राइविंग और भारी मशीनरी का उपयोग करने से बचें. आपको अधिक व्यायाम से बचना चाहिए, गर्मी के अधिक एक्सपोजर या सीधे सूर्यप्रकाश से बचकर डीहाइड्रेटेड होना चाहिए. गर्म मौसम में घर में रहने और डीहाइड्रेशन से बचने के लिए बहुत सारे पानी पीने की सलाह दी जाती है.
प्र. क्या ऐप्ज़ 2mg टैबलेट को डायबिटिक्स द्वारा लिया जा सकता है?
ऐप्ज़ 2mg टैबलेट के इस्तेमाल से ब्लड शुगर लेवल में वृद्धि हो सकती है.. ब्लड शुगर के अत्यधिक स्तर कोमा और मृत्यु के कारण हो सकते हैं. इसलिए, अगर आपके मधुमेह हैं, तो आपको अलर्ट रखना चाहिए और नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर के लेवल को चेक करना चाहिए.
प्र. क्या ऐप्ज़ 2mg टैबलेट से वजन बढ़ता है?
ऐप्ज़ 2mg टैबलेट कुछ रोगियों में वज़न बढ़ने का कारण हो सकता है.. यह दवा रक्त में कोलेस्ट्रॉल और वसा के स्तर को भी बढ़ा सकती है. अगर ऐप्ज़ 2mg टैबलेट से इलाज के दौरान आपका वजन बढ़ जाता है, तो आहार और व्यायाम संबंधी सलाह के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.
रिफरेंस
Stahl SM, editor. Arpiprazole. In: Stahl's Essential Pschopharmacology: Prescriber's Guide. 5th ed. New York, New York: Cambridge University Press; 2014. pp. 51-57.
Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. pp. 83-85.