सेंटा 50mg टैबलेट
डॉक्टर की पर्ची ज़रूरी है
परिचय
सेंटा 50mg टैबलेट सलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर (एसएसआरआई) दवाओं के समूह से संबंधित एक प्रकार का एंटीडिप्रेसेंट है. इसे डिप्रेशन , चिंता से संबंधित समस्याएं जैसे कि ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर और पैनिक डिसऑर्डर में दिया जाता है.
सेंटा 50mg टैबलेट का उपयोग प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर (डिप्रेशन और महिलाओं में मासिक धर्म से पहले चिड़चिड़ापन) के इलाज के लिए भी किया जा सकता है . इसे भोजन के साथ या बिना भोजन के लिया जा सकता है. डोज़ और कितनी बार आपको इसकी ज़रूरत है यह आपके डॉक्टर द्वारा बताए जाएंगे ताकि आपको अपने लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए सही मात्रा मिल सके.
डॉक्टर आपको कम खुराक से शुरू कर सकता है और धीरे-धीरे इसे बढ़ा सकता है. अपने डॉक्टर से बात किए बिना, डोज़ न बदलें या इसे लेना बंद न करें, चाहे आप अच्छा महसूस कर रहे हों. ऐसा करने से आपकी स्थिति और भी खराब हो सकती है या आपको अप्रिय विड्रौल लक्षण (एंग्जायटी, बेचैनी, घबराहट, चक्कर, सोने में परेशानी आदि) हो सकते हैं.
अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए, इस दवा को नियमित तौर पर लें तथा हर दिन एक ही समय पर लें. अगर आपको सोने में परेशानी हो रही है तो आपका डॉक्टर आपको इसे सुबह लेने की सलाह दे सकता है. आपको बेहतर महसूस करना शुरू होने में कुछ सप्ताह लग सकते हैं. अगर आप 4 सप्ताह के बाद भी कोई सुधार नहीं देखते हैं, तो अपने डॉक्टर को बताएं.
सेंटा 50mg टैबलेट के कुछ सामान्य साइड इफ़ेक्ट में मिचली आना , अपच , भूख में कमी, ज्यादा पसीना निकलना , झटके लगना , अनिद्रा (नींद में कठिनाई) और डायरिया शामिल हैं. कम सैक्सुअल ड्राइव, देर से स्खलन, और इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसे सैक्सुअल साइड इफेक्ट भी देखे जा सकते हैं. अगर आप अचानक से कोई असामान्य मूड का बिगड़ना या खुद को नुक्सान पहुँचाने वाले विचार विकसित करते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर को बता दें.
इस दवा को लेने से पहले, अगर आपको एपिलेप्सी (दौरों का विकार या फिट), डायबिटीज, लिवर या किडनी का रोग, हृदय संबंधी समस्याएं या ग्लूकोमा है, तो आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए. ये आपके इलाज को प्रभावित कर सकती हैं. गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसे लेने से पहले डॉक्टर से भी परामर्श करना चाहिए. कुछ अन्य दवाएं इसके काम करने के तरीके को प्रभावित कर सकती हैं, विशेष रूप से अन्य एंटीडिप्रेसेंट और माओ इनहिबिटर्स नामक दवाएं. कृपया अपने डॉक्टर को उन सभी दवाओं के बारे में बताएं जिन्हें आप सुरक्षित रहने के लिए ले रहे हैं.
सेंटा 50mg टैबलेट का उपयोग प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर (डिप्रेशन और महिलाओं में मासिक धर्म से पहले चिड़चिड़ापन) के इलाज के लिए भी किया जा सकता है . इसे भोजन के साथ या बिना भोजन के लिया जा सकता है. डोज़ और कितनी बार आपको इसकी ज़रूरत है यह आपके डॉक्टर द्वारा बताए जाएंगे ताकि आपको अपने लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए सही मात्रा मिल सके.
डॉक्टर आपको कम खुराक से शुरू कर सकता है और धीरे-धीरे इसे बढ़ा सकता है. अपने डॉक्टर से बात किए बिना, डोज़ न बदलें या इसे लेना बंद न करें, चाहे आप अच्छा महसूस कर रहे हों. ऐसा करने से आपकी स्थिति और भी खराब हो सकती है या आपको अप्रिय विड्रौल लक्षण (एंग्जायटी, बेचैनी, घबराहट, चक्कर, सोने में परेशानी आदि) हो सकते हैं.
अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए, इस दवा को नियमित तौर पर लें तथा हर दिन एक ही समय पर लें. अगर आपको सोने में परेशानी हो रही है तो आपका डॉक्टर आपको इसे सुबह लेने की सलाह दे सकता है. आपको बेहतर महसूस करना शुरू होने में कुछ सप्ताह लग सकते हैं. अगर आप 4 सप्ताह के बाद भी कोई सुधार नहीं देखते हैं, तो अपने डॉक्टर को बताएं.
सेंटा 50mg टैबलेट के कुछ सामान्य साइड इफ़ेक्ट में मिचली आना , अपच , भूख में कमी, ज्यादा पसीना निकलना , झटके लगना , अनिद्रा (नींद में कठिनाई) और डायरिया शामिल हैं. कम सैक्सुअल ड्राइव, देर से स्खलन, और इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसे सैक्सुअल साइड इफेक्ट भी देखे जा सकते हैं. अगर आप अचानक से कोई असामान्य मूड का बिगड़ना या खुद को नुक्सान पहुँचाने वाले विचार विकसित करते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर को बता दें.
इस दवा को लेने से पहले, अगर आपको एपिलेप्सी (दौरों का विकार या फिट), डायबिटीज, लिवर या किडनी का रोग, हृदय संबंधी समस्याएं या ग्लूकोमा है, तो आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए. ये आपके इलाज को प्रभावित कर सकती हैं. गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसे लेने से पहले डॉक्टर से भी परामर्श करना चाहिए. कुछ अन्य दवाएं इसके काम करने के तरीके को प्रभावित कर सकती हैं, विशेष रूप से अन्य एंटीडिप्रेसेंट और माओ इनहिबिटर्स नामक दवाएं. कृपया अपने डॉक्टर को उन सभी दवाओं के बारे में बताएं जिन्हें आप सुरक्षित रहने के लिए ले रहे हैं.
सेंटा टैबलेट के मुख्य इस्तेमाल
- डिप्रेशन का इलाज
- पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर का इलाज
- ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर का इलाज
- पैनिक डिसऑर्डर का इलाज
- प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर का इलाज
- चिंता का इलाज
- प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) का इलाज
सेंटा टैबलेट के लाभ
डिप्रेशन के इलाज में
सेंटा 50mg टैबलेट मस्तिष्क में कुछ केमिकल (जैसे सेरोटोनिन) के संतुलन को प्रभावित करके कार्य करता है. यह मूड और अच्छे स्वास्थ्य की भावनाओं को बेहतर बनाने में मदद करता है, चिंता और तनाव से राहत देता है, आपको बेहतर नींद में मदद करता है, और आपके ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है. यह एक असरदार एंटीडिप्रेसेंट है लेकिन यह सुस्ती का कारण बन सकती है. आपको इसे नियमित रूप से लेना होगा क्योंकि इसके सबसे अधिक असरदार होने के लिए डॉक्टर की पर्ची में यह सलाह दी जाती है और इसे लेना अचानक से बंद नहीं करना चाहिए.
पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर के इलाज में
पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीटीएसडी) एक ऐसा विकार है जो कुछ लोगों में विकसित होता है. ऐसे लोगों को झटके, भय या तनाव का अनुभव होता है.. लक्षणों में बुरे सपने, पहले हुई घटनाओं के डरावने फ्लैशबैक, या एंग्जायटी शामिल हो सकती है. सेंटा 50mg टैबलेट डर, चिंता, अवांछित विचार को कम करने में मदद करता है और नींद में सुधार करता है. यह मूड में अत्यधिक बदलाव को रोकता है और आपको गुस्सा कम करने में मदद करता है.
ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर के इलाज में
सेंटा 50mg टैबलेट आपके मस्तिष्क में सेरोटोनिन नामक रसायन के स्तर को बढ़ाकर कई चिंता डिसऑर्डर जैसे ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर के लक्षणों को दूर करने में मदद करता है. पुराने एंटीडिप्रेसेंट की तुलना में इसके साइड इफेक्ट कम हैं और इसे आमतौर पर दिन में एक बार लिया जाता है. यह आपको समस्याओं से निपटने की बेहतर क्षमता के साथ शांत महसूस करने में मदद करता है. व्यायाम और पौष्टिक आहार आपके मूड में सुधार कर सकता है. जब तक आपके डॉक्टर इसे बंद करने की सलाह नहीं देते, तब तक दवा लेते रहें.
पैनिक डिसऑर्डर के इलाज में
सेंटा 50mg टैबलेट पैनिक अटैक सहित कई पैनिक डिसऑर्डर्स के लक्षणों से राहत पाने में मदद कर सकता है. यह आपको शांत महसूस करवाने और समस्याओं से निपटने की आपकी क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकता है. आप जब बेहतर महसूस करें तब भी जब तक आपका डॉक्टर आपको सलाह न दे, इसे लेना बंद न करें.
प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर के इलाज में
प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर (pmdd) एक ऐसी स्थिति है जिसमें महिला के पास अपने पीरियड (मासिक धर्म) से पहले गंभीर डिप्रेशन लक्षण, चिड़चिड़ापन, क्रोध और तनाव होते हैं. सेंटा 50mg टैबलेट आपको शांत महसूस करने और अपने मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है. यह मस्तिष्क (सेरोटोनिन) में प्राकृतिक पदार्थ की मात्रा बढ़ाकर काम करता है जो मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है.. कुछ विश्राम चिकित्सा, ध्यान और योग में लिप्त रहने से भी आपको राहत मिल सकती है.
चिंता के इलाज में
सेंटा 50mg टैबलेट आपके मस्तिष्क में सेरोटोनिन नामक रसायन के स्तर को बढ़ाकर कई चिंता डिसऑर्डर के लक्षणों को दूर करने में मदद करता है. पुराने एंटीडिप्रेसेंट की तुलना में इसके साइड इफेक्ट कम हैं और इसे आमतौर पर दिन में एक बार लिया जाता है. यह आपको समस्याओं से निपटने की बेहतर क्षमता के साथ शांत महसूस करने में मदद करता है. व्यायाम और पौष्टिक आहार आपके मूड में सुधार कर सकता है. जब तक आपके डॉक्टर इसे बंद करने की सलाह नहीं देते, तब तक दवा लेते रहें.
प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) के इलाज में
सेंटा 50mg टैबलेट पीएमएस के लक्षणों जैसे मूड स्विंग होना, चिंता, थकान, सूजन, स्तनों में दर्द और सिरदर्द को कम करने में मदद कर सकता है. लाइफस्टाइल परिवर्तन जैसे नियमित व्यायाम, स्वस्थ डाइट, अच्छी नींद लेना, और रिलैक्सेशन तकनीकों का उपयोग भी सहायक हो सकता है.
सेंटा टैबलेट के साइड इफेक्ट
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें
सेंटा के सामान्य साइड इफेक्ट
- देर से स्खलन
- इरेक्टाइल डिसफंक्शन
- अपच
- अनिद्रा (नींद में कठिनाई)
- सेक्स की इच्छा में कमी
- मिचली आना
- झटके लगना
- डायरिया
- ज्यादा पसीना निकलना
- भूख में कमी
- नींद आना
- स्वाद में बदलाव
सेंटा टैबलेट का इस्तेमाल कैसे करें
इस दवा की खुराक और अनुपान की अवधि के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें. इसे साबुत निगल लें. इसे चबाएं, कुचलें या तोड़ें नहीं. सेंटा 50mg टैबलेट को खाने के साथ या भूखे पेट भी ले सकते हैं, लेकिन बेहतर यह होगा कि इसे एक तय समय पर लिया जाए.
सेंटा टैबलेट किस प्रकार काम करता है
सेंटा 50mg टैबलेट एक सेलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इन्हिबिटर (एसएसआरआई) एंटीडिप्रेसेंट है. यह मस्तिष्क में रासायनिक मैसेंजर सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाकर काम करता है. यह मूड और डिप्रेशन शारीरिक लक्षणों में सुधार करता है और ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर, पैनिक डिसऑर्डर , प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर , और चिंता के लक्षणों से भी राहत देता है.
सुरक्षा संबंधी सलाह
अल्कोहल
असुरक्षित
शराब के साथ सेंटा 50mg टैबलेट लेने से अत्यधिक उंघाई आ सकती है.
गर्भावस्था
डॉक्टर की सलाह लें
गर्भावस्था के दौरान सेंटा 50mg टैबलेट का इस्तेमाल करना असुरक्षित हो सकता है.. हालांकि, इंसानों से जुड़े शोध सीमित हैं लेकिन जानवरों पर किए शोधों से पता चलता है कि ये विकसित हो रहे शिशु पर हानिकारक प्रभाव डालता है. आपके डॉक्टर पहले इससे होने वाले लाभ और संभावित जोखिमों की तुलना करेंगें और उसके बाद ही इसे लेने की सलाह देंगें. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
स्तनपान
डॉक्टर की सलाह लें
सेंटा 50mg टैबलेट स्तनपान के दौरान इस्तेमाल के लिए संभवतः असुरक्षित है. मानवो पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि यह दवा मां के दूध में मिश्रित हो सकती है और बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है.
ड्राइविंग
असुरक्षित
सेंटा 50mg टैबलेट के इस्तेमाल से ऐसे साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं जिससे आपकी गाड़ी चलाने की क्षमता प्रभावित हो सकती है.
किडनी
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
किडनी के मरीजों के लिए सेंटा 50mg टैबलेट का इस्तेमाल पूरी तरह सुरक्षित है. सेंटा 50mg टैबलेट की खुराक को कम या ज्यादा ना करें.
हालांकि, अगर आपको किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है तो अपने डॉक्टर को यह बात बताएं क्योंकि हो सकता है कि शुरुआत में आपको कम डोज़ दी जाए और फिर ज़रूरत के अनुसार वह धीरे-धीरे बढ़ा दी जाए.
हालांकि, अगर आपको किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है तो अपने डॉक्टर को यह बात बताएं क्योंकि हो सकता है कि शुरुआत में आपको कम डोज़ दी जाए और फिर ज़रूरत के अनुसार वह धीरे-धीरे बढ़ा दी जाए.
लिवर
सावधान
लिवर की बीमारियों से पीड़ित मरीजों में सेंटा 50mg टैबलेट का इस्तेमाल सावधानी से किया जाना चाहिए. सेंटा 50mg टैबलेट की खुराक में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
लिवर की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को सेंटा 50mg टैबलेट का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है.
लिवर की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को सेंटा 50mg टैबलेट का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है.
अगर आप सेंटा टैबलेट लेना भूल जाएं तो?
अगर आप सेंटा 50mg टैबलेट निर्धारित समय पर लेना भूल गए हैं तो जितनी जल्दी हो सके इसे ले लें. हालांकि, अगर अगली खुराक का समय हो गया है तो छूटी हुई खुराक को छोड़ दें और नियमित समय पर अगली खुराक लें. खुराक को डबल न करें.
सभी विकल्प
यह जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है. कृपया कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.
सेंटा 50mg टैबलेट
₹13.1/Tablet
सेर्टा 50 टैबलेट
टॉरेंट फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड
₹14/tablet
7% महँगा
सेर्टाग्रेस 50mg टैबलेट
ला रेनॉन हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड
₹8.82/tablet
33% सस्ता
सेरलिफ़्ट 50 टैबलेट
एरिस लाइफसाइंसेज लिमिटेड
₹11.8/tablet
10% सस्ता
ज़ोसर्ट 50 टैबलेट
सन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड
₹12.8/tablet
2% सस्ता
डैक्सिड 50mg टैबलेट
Mylan Pharmaceuticals Pvt Ltd - A Viatris Company
₹10.8/tablet
18% सस्ता
ख़ास टिप्स
- ये जाने बिना कि सेंटा 50mg टैबलेट आपको कैसे प्रभावित करता है, ड्राइव या ऐसा कोई भी काम ना करें, जिसमें एकाग्रता की आवश्यकता होती है.
- अगर मूड में अचानक बदलाव नज़र आये या आत्महत्या का विचार आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
- सेंटा 50mg टैबलेटकी लत लगने की संभावना बहुत कम होती है.
- अगर आपकी सेक्स की इच्छा में कमी आई है या ऑर्गेज़म होने में समस्या हो रही हो तो अपने डॉक्टर को बताएं.
- अपने डॉक्टर से बात किए बिना अचानक से दवा लेना बंद न करें.
फैक्ट बॉक्स
रासायनिक वर्ग
Tametraline Derivative
लत लगने की संभावना
नहीं
चिकित्सीय वर्ग
NEURO CNS
एक्शन क्लास
Selective Seretonin Reuptake inhibitors (SSRIs)
यूजर का फीडबैक
सेंटा 50mg टैबलेट लेने वाले मरीज
दिन में एक बा*
100%
*दिन में एक बार
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
सेंटा 50mg टैबलेट को काम करने में कितना समय लगता है?
आप सेंटा 50mg टैबलेट लेने के 7 दिनों के अंदर लक्षणों में सुधार होना देख सकते हैं. हालांकि, पूरा प्रतिक्रिया दिखाने में अधिक समय लग सकता है और व्यक्ति के लिए अलग-अलग होगा.
मुझे सेंटा 50mg टैबलेट कितने समय तक लेने की आवश्यकता है?
आपको सेंटा 50mg टैबलेट लेना तब तक जारी रखना चाहिए, जब तक आपके डॉक्टर इसे लेने की सलाह दें. इसे लेने की अवधि कई महीनों तक हो सकती है. डॉक्टर आमतौर पर 6 महीने के लिए दवा की सलाह देते हैं, जब आप अब डिप्रेस नहीं हो पाते हैं. यह जानना महत्वपूर्ण है कि सुझाए गए समय से पहले दवा रोकने से डिप्रेशन वापस आ सकता है.
सेंटा 50mg टैबलेट लेने का सबसे अच्छा समय कब है?
सेंटा 50mg टैबलेट को आमतौर पर दिन में एक बार लिया जाता है और इसे दिन में किसी भी समय लिया जा सकता है. इसे भोजन के साथ या बिना भोजन के लिया जा सकता है. इसे अपनी सुविधा के अनुसार ले जाएं लेकिन प्रत्येक दिन एक ही समय में. जिन लोगों को सेंटा 50mg टैबलेट लेने के बाद नींद आने में कठिनाई होती है, उन्हें इसे सुबह लेना चाहिए. जबकि, कुछ लोग मिचली आना और उल्टी जैसे साइड इफेक्ट को कम करने के लिए इसे रात के समय लेते हैं.
क्या सेंटा 50mg टैबलेट से नींद आना होता है?
हां, सेंटा 50mg टैबलेट से आमतौर पर नींद आना हो सकता है . अगर आपको सेंटा 50mg टैबलेट लेने के बाद चक्कर आते हैं, नींद आती है या थकान महसूस होती है, तो आपको गाड़ी चलाने या भारी मशीनरी का संचालन करने से बचना चाहिए. ऐसा आमतौर पर सेंटा 50mg टैबलेट के सेवन के शुरूआती दिनों और हफ्तों के भीतर होता है, जो सेंटा 50mg टैबलेट के इस्तेमाल के 2-3 महीनों के बाद अदृश्य हो सकता है.
चिंता के लिए सेंटा 50mg टैबलेट क्या करता है?
सेंटा 50mg टैबलेट चुनिंदा सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर (एसएसआरआई) दवाओं के क्लास से संबंधित है. यह सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता है जो एक महत्वपूर्ण रासायनिक और न्यूरोट्रांसमीटर है. सेरोटोनिन लेवल में यह वृद्धि आपके मूड को बेहतर बनाने और नियंत्रित करने में मदद कर सकती है, जिसके परिणामस्वरूप चिंता के लक्षणों में सुधार हो सकता है.
अगर मैं अब बेहतर हूं तो क्या मैं सेंटा 50mg टैबलेट लेना बंद कर सकता/सकती हूं?
नहीं, आपको अपने डॉक्टर से परामर्श किए बिना सेंटा 50mg टैबलेट लेना बंद नहीं करना चाहिए. यह इसलिए है क्योंकि सेंटा 50mg टैबलेट को अचानक बंद करने से लक्षण दोबारा आ सकते हैं. इसलिए, धीरे-धीरे समय के साथ खुराक को कम करना महत्वपूर्ण है (कई सप्ताह या महीनों से).
सेंटा 50mg टैबलेट के निकासी के लक्षण क्या हैं?
सेंटा 50mg टैबलेट छोड़ने पर दिखने वाले लक्षणों में चक्कर आना, मतली, हाथों या पैरों में सुन्नता या झुनझुनी, नींद में परेशानी, उत्तेजित या चिंतित महसूस करना, सिरदर्द और झटके आना शामिल हैं. हालांकि, ये लक्षण आमतौर पर हल्के से मध्यम होते हैं और सेंटा 50mg टैबलेट लेना बंद करने के 1-2 हफ्तों के भीतर ठीक हो जाते हैं.
सेंटा 50mg टैबलेट की ओवरडोज के लक्षण क्या हैं?
सेंटा 50mg टैबलेट की अधिक मात्रा लेने के बाद दिखने वाले लक्षणों में मिचली आना , चक्कर आना, बुखार, उल्टी, भ्रम, कंपन और धड़कन का तेज़ होना शामिल है. जबकि, गंभीर दुष्प्रभाव में फेइंटिंग, डिलीरियम, हृदय संबंधी समस्याएं और रक्तचाप में बदलाव शामिल हैं. अगर आपको इस तरह के लक्षणों का अनुभव होता है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें या नज़दीकी अस्पताल में एमरज़ेंसी मेडिकल सर्विसेज़ प्राप्त करें.
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Disclaimer:
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.रिफरेंस
- Stahl SM, editor. Sertraline. In: Stahl's Essential Pschopharmacology: Prescriber's Guide. 5th ed. New York, New York: Cambridge University Press; 2014. pp. 625-30.
- Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. pp. 1253-58.
मार्केटर की जानकारी
Name: केसी लेबोरेटरीज
Address: 12/54, साइट-आइवी, साहिबाबाद इंडस्ट्रियल एरिया, साहिबाबाद, गाज़ियाबाद यू.पी- 201010
मूल देश: भारत
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